AIMIM के पांचों विधायक ने गुरुवार को CM नीतीश कुमार से मुलाकात की। कड़ाके की ठंड के बीच इस राजनैतिक मुलाकात ने सियासी तापमान बढ़ा दिया। हालांकि दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि CM से विधायकों की मुलाकात रूटीन के तहत की गई है। विधायक CM से नहीं मिलेगा तो क्या परचून दुकानदार से मुलाकात करेगा। वहीं उन्होंने जदयू में शामिल होने के सवाल पर कहा कि यह बिल्कुल निराधार है, ऐसी कोई बात ही नहीं है। NDA को समर्थन देने को लेकर उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक शक्तियों को AIMIM कभी सपोर्ट नहीं कर सकती है। नीतीश कुमार से मुलाकात पर ईमान ने बताया कि AIMIM के सभी विधायक सीमांचल की समस्याओं को लेकर CM के पास गए थे। हमलोग एक ही क्षेत्र से आते हैं, सभी की समस्याएं एक जैसी है।
AIMIM को दफ्तर की दरकार
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीमांचल में बाढ़ की वजह से हजारों परिवार अभी भी सड़कों पर हैं। बाढ़ के दौरान कई गांव तबाह हो गए। नदियों पर पुल नहीं बने हैं। काफी कटाव हुआ है। 2017 के बाढ़ पीड़ित अभी भी अनुदान की बाट जोह रहे हैं। इन समस्याओं पर बात करने के लिए सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात हुई है। सीएम कहते थे कि राजकोष का असली हक बाढ़ पीड़ितों का है, हक और लाभ दिलाने की बात सीएम को याद कराने गए थे। साथ ही एआईएमआईएम को भी पटना में दफ्तर मिलनी चाहिए। इसको लेकर भी सीएम से बातचीत हुई। वहीं, एनडीए को समर्थन देने के सवाल पर अख्तरुल ईमान ने कहा कि एआईएमआईएम एक विचारधारा का नाम है। सांप्रदायिक शक्तियों का समर्थन हम कभी नहीं करेंगे। इससे पहले बसपा विधायक जमा खान ने भी विकास कार्यों को लेकर सीएम से मुलाकात की बात कही थी। फिर जदयू में शामिल हो गए थे।
मुलाकात में कौन-कौन थे शामिल
गुरुवार को एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के नेतृत्व में पार्टी के सभी पांच विधायक ने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। इसमें जोकीहाट के विधायक मो. शाहनवाज, बहादुरगंज के विधायक मो, इनजार नईमी, कोचाधामन के विधायक मो, इजहार असफी और बायसी के विधायक सैयद रुक्कनुद्दीन अहमद शामिल रहे। मुलाकात के बाद इजहार असफी ने बताया था कि वे अपने क्षेत्र की समस्या और विकास कार्यों में सहयोग की मांग लेकर सीएम से मिले थे। वे अपनी बैठक को लेकर पटना आए थे। इसी बीच मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा, वहां से बुलावा आया तो हम वहां गए थे।