मानव शृंखला को लेकर महागठबंधन की बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं। लोग सड़कों पर हैं, उनपर लाठियां बरसाई जा रही हैं। नीतीश कुमार का जनता से कोई संपर्क नहीं है। वह लोगों से पूरी तरह से कट गए हैं। मुख्यमंत्री का एक ही अभियान है जोड़तोड़ करना और किसी भी प्रकार से कुर्सी को बचाए रखना।
लो कॉन्फिडेंस में हैं नीतीश कुमार
महगठबंधन की ओर से शनिवार को किसानों के लिए मानव शृंखला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें महागठबंधन की सभी पार्टियां हिस्सा लेगी। तेजस्वी यादव ने कहा कि किसान आंदोलन में 100 से ज्यादा लोग मर चुके हैं। लेकिन नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर चुप्पी साध रखी है। बिहार के मुख्यमंत्री एकदम संवेदनहीन हो गए हैं। पहले वह समाजवादी नेता थे, लेकिन अब नहीं रहे , बिल्कुल पलटी मार गए हैं नीतीश कुमार। बिहार सरकार कॉन्फिडेंस में नहीं है, पूरी तरह से लो कॉन्फिडेंस में है।
हिम्मत है तो गिरफ्तार करें
सोशल मीडिया को लेकर नीतीश सरकार की ओर से लिए गए फैसले को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में सच बोलने और सच लिखने की सजा होती है। यदि सच बोलना और सच लिखना है, तो आप पर केस मुकदमा हो जाएगा। हिम्मत है तो नीतीश कुमार मुझे गिरफ्तार करवाएं। वहीं, मानव शृंखला का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की 3 काला कानूनों के खिलाफ इसका आयोजन किया जा रहा है। किसानों पर जो काला कानून थोपना चाहता है, यह किसानों के अस्तित्व का सवाल है। सभी किसान कह रहे हैं कि यह काला कानून नहीं चाहिए, किसानों को पता है कि उनका हित किस में है। सरकार किसी दबाव में देश के 80 फीसदी आबादी पर यह काला कानून थोपना चाहती है।
तेजस्वी यादव ने और क्या कहा
पूरे देश भर के किसानों की जमीन पूंजिपतियों के हाथ में सौंपने की तैयारी चल रही है
महागठबंधन के लोग मजबूती के साथ किसानों के संघर्ष के साथ खड़े हैं
राजद की सरकार में एमएसपी से भी अधिक कीमत किसानों को मिलती थी
नीतीश कुमार ने बाजार समिति व्यवस्था खत्म की
इसके बाद किसान मजदूर बन गया है
किसानों को किया जा रहा बदनाम
वहीं, वाम दल के नेताओं ने कहा कि किसानों को बदनाम किया जा रहा है। किसान आंदोलन को बाहर के लोग बदनाम कर रहे हैं। किसानों को बदनाम करने में सरकार की साजिश है। बिहार की धरती से मजबूत संदेश देंगे, अडानी- अंबानी के इस साजिश चलाने नही देंगे। बिहार के किसान आंदोलन के साथ खड़े हैं, मानव श्रृंखला बनाकर एक बड़ा संदेश देना चाहते हैं।