पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक ने खुलासा किया है कि भारत के बालाकोट हमले में 300 लोग मारे गए थे. भारत ने यह कार्रवाई पुलवामा हमले के कुछ दिनों बाद की थी. पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक जो अक्सर पाक फौज की तरफदारी करते नजर आते हैं, उन्होंने यह माना है. यह पाकिस्तान के उस दावे के उलट है, जिसमें कहा गया है कि बालाकोट एय़रस्ट्राइक में एक भी शख्स की जान नहीं गई थी.
पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक आगा हिलाली ने एक न्यूज टीवी शो में स्वीकार किया कि 26 फरवरी 2019 को हुई बालाकोट एय़रस्ट्राइक में 300 आतंकी मारे गए थे. हिलाली अक्सर टीवी शो की बहस में हिस्सा लेते हैं और अक्सर पाकिस्तानी सेना का पक्ष लेते नजर आते हैं. भारतीय वायुसेना ने जब खैबर पख्तूनख्वा प्रांत स्थित बालाकोट में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकाने पर हवाई हमला किया था, तब पाकिस्तान ने फजीहत से बचने के लिए उस जगह पर आतंकियों की किसी भी मौजूदगी से इनकार किया था. उसने हमले में किसी के मारे जाने की पुष्टि भी नहीं की थी.
भारत की ओर से यह एयर स्ट्राइक जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद की गई थी. सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई थी, जिसकी जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद ने ही ली थी. अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की इस हरकत की कड़ी निंदा की थी.
आगा हिलाली ने कहा, भारत ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की और युद्ध की कार्रवाई की, जिसमें कम से कम 300 लोग मारे जाने की खबर थी. लेकिन हमारा निशाना उनसे अलग है. हम उनके हाई कमान को निशाना बनाते हैं. वे हमारे सही निशाना हैं, क्योंकि वे सेना के लोग हैं. तब हमने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक में किसी की जान नहीं गई है. अब हमने उन्हें बता दिया है कि वे जो कुछ करेंगे, हम भी उसी स्तर पर जवाब देंगे, तनाव आगे नहीं बढ़ने देंगे.