पटना के गांधी मैदान में आयोजित होनेवाले सनातन महाकुंभ की तैयारियां अंतिम चरण में है। यह भव्य आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन श्रीराम कर्मभूमि न्यास के संरक्षक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के मार्गदर्शन में हो रहा है। कार्यक्रम स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए विशाल जर्मन हैंगर का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। आयोजन में कई महान संतों ने अपने आगमन की स्वीकृति प्रदान की है।
इन संतों में परमहंस ज्ञानानंद महाराज, जगतगुरु श्री स्वरूपानंदेन्द्र सरस्वती (विशाखा शारदा पीठ), जगतगुरु अनंताचार्य महाराज, पूंडरिक महाराज, महामंडलेश्वर अरुण अवधूत गिरी, महामंडलेश्वर कैलासनंद गिरी, महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरी, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर धाम सरकार) शामिल हैं। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की अध्यक्षता रामभद्राचार्य द्वारा की जाएगी। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शुक्रवार से संतों का आगमन प्रारंभ हो गया है। शुक्रवार को जगतगुरु अनंताचार्य महाराज का पटना आगमन हुआ। उनका भव्य स्वागत किया गया। अन्य संतों का भी आगमन अगले दो दिनों में होगा।
स्थल निरीक्षण में जुटे सनातन महाकुंभ के आयोजक सदस्य : कार्यक्रम स्थल का जायजा लेने के लिए आयोजन समिति के सदस्यों ने निरीक्षण किया। निरीक्षण दल में प्रमुख रूप से श्रीराम कर्मभूमि न्यास के अध्यक्ष कृष्णकांत ओझा, अर्जित शाश्वत चौबे, रजनीश तिवारी, नागेश सम्राट, अविरल चौबे, कुणाल किशोर, दीपक गिरी, अंशु महतो, एवं साहिल कुमार उपस्थित थे। वहीं कार्यक्रम के सह-समन्वयक रजनीश तिवारी ने सनातन महाकुंभ में अधिक से अधिक श्रद्धालु एवं धर्मप्रेमी नागरिकों से उपस्थिति की अपील की है, ताकि सनातन संस्कृति और संतों की वाणी से लाभान्वित हो सके।
इस आयोजन के संरक्षक, मार्गदर्शक एवं संस्थापक अश्विनी कुमार चौबे, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री, ने इस महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक आत्मा का पुर्नजागरण बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन सनातन धर्म, सामाजिक समरसता और नीति-संगत राष्ट्र की चेतना को पुनर्स्थापित करने हेतु एक ऐतिहासिक यज्ञ है।
रामभद्राचार्य सहित शामिल होंगे कई संत
सनातन महाकुंभ, जो श्रीराम कर्मभूमि न्यास द्वारा आयोजित किया जा रहा है, में देशभर के प्रमुख शंकराचार्यगण, जगद्गुरु, महामंडलेश्वर, मठाधीश, संत-आचार्यगण तथा विविध सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों का आगमन प्रारंभ हो चुका है। आयोजन में विशेष उपस्थिति जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी महाराज की होगी।
भगवान श्री परशुुराम की प्रतिक्षा पर होगी संगोष्ठी
इस महाकुंभ के अंतर्गत “भगवान श्री परशुराम की प्रतीक्षा” विषय पर एक गंभीर वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन भी होगा, जो समाज के नीति, समता और सनातन मूल्यों पर आधारित नव निर्माण की दिशा में संवाद स्थापित करेगी।आयोजन के साथ ही “सनातन संग भारत जन चेतना अभियान” का शुभारंभ किया जाएगा, जो पूरे देश में युवाओं, शिक्षकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनसाधारण को सनातन जीवनशैली, पर्यावरणीय संतुलन और सांस्कृतिक जागरण से जोड़ेगा।
एक विशेष स्मारिका का प्रकाशन भी इस अवसर पर किया जाएगा, जिसमें देशभर के संतों, विचारकों, शिक्षकों, समाजसेवियों एवं संस्थाओं के लेख, विचार और शुभकामनाएं संकलित की जाएंगी। सभी शुभेच्छुओं से अनुरोध है कि वे अपने आलेख एवं संदेश bhartiyasahitya@gmail.com पर यथाशीघ्र प्रेषित करें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने इस महाकुंभ के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन सनातन धर्म की विशेषता और उसके मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है. उन्होंने बताया कि छह जुलाई को देश भर से हजारों साधु-संत गांधी मैदान पहुंचेंगे, जो इस महाकुंभ को एक अद्भुत स्वरूप प्रदान करेगा.
इस महाकुंभ में कई प्रमुख आध्यात्मिक हस्तियां शामिल होंगी, जिनमें बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर बाबा) का नाम प्रमुख है. उनकी उपस्थिति से यह आयोजन और भी अधिक खास बन जाएगा. बागेश्वर बाबा के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के मद्देनज़र अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती का निर्णय लिया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके और कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो.
भारत की आत्मा का जागरण
यह महाकुंभ भारत की आत्मा का जागरण है — एक ऐसा महायज्ञ, जिसमें हर सनातन अनुरागी, कर्मयोगी और राष्ट्रनिष्ठ नागरिक की सहभागिता अपेक्षित है।
– श्रीराम कर्मभूमि न्यास, पटना
कार्यक्रम का शुभारंभ बिहार के राज्यपाल द्वारा किया जाएगा, जो इस आयोजन को राजकीय सम्मान प्रदान करेगा. इसके अतिरिक्त, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजस्थान के मुख्यमंत्री भी इस महाकुंभ में शामिल होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. यह दर्शाता है कि इस आयोजन को न केवल धार्मिक बल्कि राजनीतिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कई केंद्रीय मंत्री भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे, जो कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे और सनातन धर्म के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करेंगे.
आयोजकों ने बताया कि सनातन महाकुंभ में प्रवेश सभी के लिए निःशुल्क रहेगा. यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि अधिक से अधिक लोग इस आध्यात्मिक समागम का हिस्सा बन सकें और साधु-संतों के प्रवचनों तथा विचारों का लाभ उठा सकें. निःशुल्क प्रवेश से आम जनता को भी इस भव्य आयोजन में शामिल होने का अवसर मिलेगा, जिससे सनातन धर्म के मूल्यों और परंपराओं का प्रसार होगा.
यह महाकुंभ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता का भी प्रतीक बनेगा. विभिन्न राज्यों से आए साधु-संत और श्रद्धालु एक साथ मिलकर सनातन धर्म के सिद्धांतों पर विचार-विमर्श करेंगे और समाज में सकारात्मक संदेश देंगे. पटना का गांधी मैदान एक बार फिर एक बड़े और महत्वपूर्ण आयोजन का केंद्र बनने जा रहा है, जो बिहार के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा.
पटना के गांधी मैदान में आयोजित होनेवाले सनातन महाकुंभ की तैयारियां अंतिम चरण में है। यह भव्य आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन श्रीराम कर्मभूमि न्यास के संरक्षक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के मार्गदर्शन में हो रहा है। कार्यक्रम स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए विशाल जर्मन हैंगर का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। आयोजन में कई महान संतों ने अपने आगमन की स्वीकृति प्रदान की है।
इन संतों में परमहंस ज्ञानानंद महाराज, जगतगुरु श्री स्वरूपानंदेन्द्र सरस्वती (विशाखा शारदा पीठ), जगतगुरु अनंताचार्य महाराज, पूंडरिक महाराज, महामंडलेश्वर अरुण अवधूत गिरी, महामंडलेश्वर कैलासनंद गिरी, महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरी, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर धाम सरकार) शामिल हैं। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की अध्यक्षता रामभद्राचार्य द्वारा की जाएगी। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शुक्रवार से संतों का आगमन प्रारंभ हो गया है। शुक्रवार को जगतगुरु अनंताचार्य महाराज का पटना आगमन हुआ। उनका भव्य स्वागत किया गया। अन्य संतों का भी आगमन अगले दो दिनों में होगा।
स्थल निरीक्षण में जुटे सनातन महाकुंभ के आयोजक सदस्य : कार्यक्रम स्थल का जायजा लेने के लिए आयोजन समिति के सदस्यों ने निरीक्षण किया। निरीक्षण दल में प्रमुख रूप से श्रीराम कर्मभूमि न्यास के अध्यक्ष कृष्णकांत ओझा, अर्जित शाश्वत चौबे, रजनीश तिवारी, नागेश सम्राट, अविरल चौबे, कुणाल किशोर, दीपक गिरी, अंशु महतो, एवं साहिल कुमार उपस्थित थे। वहीं कार्यक्रम के सह-समन्वयक रजनीश तिवारी ने सनातन महाकुंभ में अधिक से अधिक श्रद्धालु एवं धर्मप्रेमी नागरिकों से उपस्थिति की अपील की है, ताकि सनातन संस्कृति और संतों की वाणी से लाभान्वित हो सके।
इस आयोजन के संरक्षक, मार्गदर्शक एवं संस्थापक अश्विनी कुमार चौबे, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री, ने इस महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक आत्मा का पुर्नजागरण बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन सनातन धर्म, सामाजिक समरसता और नीति-संगत राष्ट्र की चेतना को पुनर्स्थापित करने हेतु एक ऐतिहासिक यज्ञ है।
रामभद्राचार्य सहित शामिल होंगे कई संत
सनातन महाकुंभ, जो श्रीराम कर्मभूमि न्यास द्वारा आयोजित किया जा रहा है, में देशभर के प्रमुख शंकराचार्यगण, जगद्गुरु, महामंडलेश्वर, मठाधीश, संत-आचार्यगण तथा विविध सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों का आगमन प्रारंभ हो चुका है। आयोजन में विशेष उपस्थिति जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी महाराज की होगी।
भगवान श्री परशुुराम की प्रतिक्षा पर होगी संगोष्ठी
इस महाकुंभ के अंतर्गत “भगवान श्री परशुराम की प्रतीक्षा” विषय पर एक गंभीर वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन भी होगा, जो समाज के नीति, समता और सनातन मूल्यों पर आधारित नव निर्माण की दिशा में संवाद स्थापित करेगी।आयोजन के साथ ही “सनातन संग भारत जन चेतना अभियान” का शुभारंभ किया जाएगा, जो पूरे देश में युवाओं, शिक्षकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनसाधारण को सनातन जीवनशैली, पर्यावरणीय संतुलन और सांस्कृतिक जागरण से जोड़ेगा।
एक विशेष स्मारिका का प्रकाशन भी इस अवसर पर किया जाएगा, जिसमें देशभर के संतों, विचारकों, शिक्षकों, समाजसेवियों एवं संस्थाओं के लेख, विचार और शुभकामनाएं संकलित की जाएंगी। सभी शुभेच्छुओं से अनुरोध है कि वे अपने आलेख एवं संदेश bhartiyasahitya@gmail.com पर यथाशीघ्र प्रेषित करें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने इस महाकुंभ के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन सनातन धर्म की विशेषता और उसके मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है. उन्होंने बताया कि छह जुलाई को देश भर से हजारों साधु-संत गांधी मैदान पहुंचेंगे, जो इस महाकुंभ को एक अद्भुत स्वरूप प्रदान करेगा.
इस महाकुंभ में कई प्रमुख आध्यात्मिक हस्तियां शामिल होंगी, जिनमें बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर बाबा) का नाम प्रमुख है. उनकी उपस्थिति से यह आयोजन और भी अधिक खास बन जाएगा. बागेश्वर बाबा के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के मद्देनज़र अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती का निर्णय लिया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके और कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो.
भारत की आत्मा का जागरण
यह महाकुंभ भारत की आत्मा का जागरण है — एक ऐसा महायज्ञ, जिसमें हर सनातन अनुरागी, कर्मयोगी और राष्ट्रनिष्ठ नागरिक की सहभागिता अपेक्षित है।
– श्रीराम कर्मभूमि न्यास, पटना
कार्यक्रम का शुभारंभ बिहार के राज्यपाल द्वारा किया जाएगा, जो इस आयोजन को राजकीय सम्मान प्रदान करेगा. इसके अतिरिक्त, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजस्थान के मुख्यमंत्री भी इस महाकुंभ में शामिल होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. यह दर्शाता है कि इस आयोजन को न केवल धार्मिक बल्कि राजनीतिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कई केंद्रीय मंत्री भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे, जो कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे और सनातन धर्म के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करेंगे.
आयोजकों ने बताया कि सनातन महाकुंभ में प्रवेश सभी के लिए निःशुल्क रहेगा. यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि अधिक से अधिक लोग इस आध्यात्मिक समागम का हिस्सा बन सकें और साधु-संतों के प्रवचनों तथा विचारों का लाभ उठा सकें. निःशुल्क प्रवेश से आम जनता को भी इस भव्य आयोजन में शामिल होने का अवसर मिलेगा, जिससे सनातन धर्म के मूल्यों और परंपराओं का प्रसार होगा.
यह महाकुंभ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता का भी प्रतीक बनेगा. विभिन्न राज्यों से आए साधु-संत और श्रद्धालु एक साथ मिलकर सनातन धर्म के सिद्धांतों पर विचार-विमर्श करेंगे और समाज में सकारात्मक संदेश देंगे. पटना का गांधी मैदान एक बार फिर एक बड़े और महत्वपूर्ण आयोजन का केंद्र बनने जा रहा है, जो बिहार के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा.