ट्रेनों में तत्काल टिकट बुकिंग (Tatkal Ticket Booking) का नया नियम लागू हुए अभी सिर्फ एक ही दिन हुआ है और इसका असर साफ दिखने लगा है. बिहार, बनारस जैसे रूट पर जहां तत्काल टिकट बुक होना किसी वरदान से कम नहीं माना जाता था, अब यहां ट्रेनों में सीटें खाली दिखने लगी हैं. इसकी जानकारी खुद यात्री रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए दे रहे हैं. रेल मंत्री ने इसकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि लोग उन्हें तत्काल टिकट के नए नियम के फायदे खुद ही बता रहे हैं.
1 जुलाई से पहले जहां दिल्ली-बिहार की ट्रेनों में तत्काल टिकट की सीटें कुछ ही मिनट में फुल हो जातीं थी, वहीं अब इन रूटों पर आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर भी सीटें खाली दिख रही हैं. दिल्ली से बिहार, बनारस और लखनऊ जाने वाली ट्रेनों में तत्काल कोटे की सीटें भी अब खाली दिखने लगी हैं. ये सीटें तत्काल बुकिंग खुलने के काफी देर बाद तक खाली दिखती हैं, जो पहले महज कुछ ही मिनट में फुल हो जाती थी.
रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में बदलाव करते हुए एजेंट को शुरुआती 30 मिनट तक बुकिंग करने से रोक दिया था. इसके अलावा 15 जुलाई के बाद विंडो से भी तत्काल टिकट बुक कराने वालों को आधार देना होगा. नए नियम के तहत एसी क्लास की तत्काल टिकट सुबह 10 से 11 बजे के बीच की जा सकेगी, जिसमें एजेंट को 10.30 के बाद ही बुकिंग का मौका मिलेगा. नॉन एसी टिकट बुकिंग का समय 11 से 12 बजे तक रहेगा, जिसमें एजेंट को 11.30 के बाद ही बुकिंग का अवसर दिया जाएगा.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि तत्काल टिकट के लिए आधार अनिवार्य करने के बाद यूपी बिहार समेत कई राज्यों को जाने वाली ट्रेनों में टिकट उपलब्ध हो रहा है और लोग उनको मैसेज भेजकर इसकी जानकारी भी दे रहे हैं. यात्रियों का कहना है कि तत्काल बुकिंग के नए नियम के बाद उनके लिए आपात स्थिति में ट्रेन की टिकट बुक करना काफी आसान हो गया है. अभी तक ज्यादातर यात्री तत्काल टिकट के लिए एजेंट पर ही निर्भर रहते थे.