इजराइल और ईरान के बीच 5वें दिन भी संघर्ष जारी है। इस बीच ईरान में स्थित भारतीय दूतावास ने तेहरान में रह रहे लोगों को वहां से बाहर निकलने और किसी सुरक्षित जगह पर चले जाने की सलाह दी है। कुछ घंटे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी तेहरान में रहने वाले सभी लोगों को तुरंत शहर खाली करने की चेतावनी जारी की थी। ईरान में स्थित भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे सभी भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे तुरंत दूतावास से संपर्क करें। साथ ही, दूतावास ने भारतीय नागरिकों और पीआईओ (भारतीय मूल के लोगों) को सलाह दी है कि अगर उनके पास खुद के साधनों से तेहरान से बाहर निकलने का विकल्प है, तो वे तुरंत ऐसा करें और किसी सुरक्षित जगह पर चले जाएं।
इजराइल ने तेहरान पर सोमवार रात कई बार एयरस्ट्राइक की। वहीं, ईरान ने इजराइल की राजधानी तेल अवीव और हाइफा पर बमबारी की। इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग खत्म करने को लेकर कहा कि अयातुल्ला खामेनेई की हत्या से जंग बढ़ेगी नहीं, बल्कि खत्म होगी।
इजराइली हमलों में अब 224 ईरानी मारे जा चुके है, जबकि 1,481 लोग घायल हुए हैं। वहीं, इजराइल में अब तक 24 लोग मारे गए हैं, जबकि 600 से ज्यादा घायल हैं।
इजराइल में ईरान के मिसाइल हमले फिर शुरू
ईरान ने इजराइल में मंगलवार सुबह एक बार फिर से मिसाइल हमले शुरू कर दिए हैं। इजराइली सेना ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने जनता से अगले आदेश तक सुरक्षित जगहों पर चले जाने को कहा है।
ट्रम्प अमेरिका रवाना, G7 समिट से जल्दी निकले
राष्ट्रपति ट्रम्प कनाडा के अल्बर्टा में G7 समिट से जल्दी बाहर निकलने के बाद अमेरिका जाने के लिए एयर फोर्स वन में सवार हो गए हैं। ट्रम्प प्रशासन ने कहा कि राष्ट्रपति ईरान-इजराइल संकट को जल्द सुलझाने के लिए अमेरिका आ रहे हैं। ट्रम्प के साथ विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी लौट रहे हैं।
इजराइल ने टीवी चैनल बिल्डिंग में बमबारी की, 3 की मौत
इजराइल ने सोमवार रात तेहरान में ईरान की सरकारी टीवी चैनल IRIB न्यूज चैनल के ऑफिस पर बमबारी की थी। इसमें 3 लोग घायल हुए हैं। IRIB ने मंगलवार सुबह इसकी जानकारी दी।
अमेरिका ने यूरोप और मिडिल ईस्ट में सैन्य ताकत बढ़ाई
अमेरिकी अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिका ने मिडिल ईस्ट और यूरोप में अपनी सैन्य ताकत बढ़ा दी है। अमेरिका ने इस जगहों पर और फाइटर जेट्स में तेल भरने वाले प्लेन और वॉरशिप तैनात किए हैं। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार और सोमवार को अमेरिका से दो दर्जन से ज्यादा टैंकर विमान यूरोप भेजे। ये विमान अमेरिका के अलग-अलग इलाकों से उड़ान भरकर स्पेन, ग्रीस, जर्मनी, इटली और स्कॉटलैंड के एयरबेस पर पहुंचे। इन विमानों में KC-135 स्ट्रैटो टैंकर और KC-46 पेगासस जैसे विमान शामिल हैं, जो हवा में ही दूसरे विमानों को ईंधन भरने में मदद करते हैं। इसके साथ ही कुछ बड़े मालवाहक जेट भी इन मिशनों में शामिल थे।
इजराइल में आज भी बंद रहेगा अमेरिकी दूतावास
इजराइल में सभी अमेरिकी दूतावास मंगलवार को भी बंद रहेंगे। यरुशलम दूतावास ने इसकी पुष्टि की। दूतावास ने अपने सभी कर्मचारियों और उनके परिवारों को निर्देश दिया है कि वे अगले आदेश तक अपने घरों के आसपास ही रहें और सुरक्षित जगह पर रहें। दूतावास ने यह भी साफ किया है कि इस समय वह इजराइल में रह रहे अमेरिकी नागरिकों को न तो बाहर निकाल सकता है और न ही उन्हें सीधे मदद दे सकता है।
स्ट्रेट ऑफ होर्मुज के पास 3 जहाजों में आग लगने का दावा
ब्रिटेन की समुद्री सुरक्षा कंपनी एम्ब्रे ने बताया है कि उसे UAE के करीब स्ट्रेट ऑफ होर्मुज के पास कुछ अनहोनी की जानकारी मिली है। उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या हुआ है। हालांकि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने दावा किया कि ओमान की खाड़ी में स्ट्रेट् ऑफ होर्मुज के पास तीन जहाजों में आग लगी है। इन दावों के साथ कुछ तस्वीरें भी शेयर की गईं, हालांकि, इनकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
NASA के फायर इन्फॉर्मेशन फॉर रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (FIRMS) मैप में ओमान की खाड़ी में तीन लाल निशान दिखाई दिए, लेकिन यह पता नहीं है कि ये लाल निशान आग की वजह से बने हैं।

स्ट्रेट ऑफ होर्मुज दुनिया के सबसे अहम समुद्री चोकपॉइंट में से एक है। यह ओमान की खाड़ी, ओमान, ईरान, पाकिस्तान और यूएई के बीच है। यह अरब सागर को फारस की खाड़ी से जोड़ती है। यह क्षेत्र इजराइल-ईरान तनाव की खास वजह है, क्योंकि दुनिया का 20% तेल इसी स्ट्रेट् ऑफ होर्मुज से होकर गुजरता है। ईरान धमकी दे चुका है कि वह इस रास्ते को बंद कर सकता है, जिसका असर तेल बाजार और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़े सकता है।
इजराइली राजदूत बोले- US ही फोर्दो पर हमला कर सकता है
अमेरिका में इजराइल के राजदूत येचिएल लीटर ने कहा कि अमेरिका ही फोर्दो न्यूक्लियर साइट पर हमला करने के काबिल है। लीटर ने कहा कि सिर्फ अमेरिका के पास ऐसा बम है जो इतनी गहराई तक नुकसान पहुंचा सकता है।
ईरान का फोर्दो न्यूक्लियर साइट ईरान के कोम शहर के पास पहाड़ों के नीच गहराई में बना हुआ है। इसमें एडवांस सेंट्रीफ्यूज लगे हुए हैं जो यूरोनियम को शुद्ध करते हैं। परमाणु हथियार बनाने के लिए यूरेनियम का कम से कम 90% तक शुद्ध होना जरूरी है।
राजदूत लीटर ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में ईरान पर और बड़ा हमला हो सकता है। उन्होंने कहा कि गुरुवार या फिर शुक्रवार को कुछ ऐसा होगा जो बाकी सारे ऑपरेशन को मामूली बना देगा।

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस बात पर विचार कर रहे हैं कि ईरान की फोर्दो न्यूक्लियर साइट पर हमला किया जाए या नहीं।
यह जगह जमीन के काफी नीचे है, और केवल अमेरिका के सबसे भारी बम ‘मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP)’ से ही इस पर हमला किया जा सकता है। इस बम को B-2 बमवर्षक विमान ही गिरा सकते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर अमेरिका ऐसा हमला करता है, तो वह सीधे तौर पर ईरान के साथ युद्ध में शामिल हो जाएगा।
हालांकि यह लेख ‘न्यूज’ की बजाय ‘एनालिसिस’ के तहत पब्लिश किया गया है। इसमें यह नहीं बताया गया है कि यह जानकारी किसी स्पेशल सोर्स से मिली है या नहीं।

अमेरिका ने अपने सबसे घातक बम बरसाने वाले विमान B-2 स्पिरिट बॉम्बर का 30% फ्लीट हिंद महासागर में एक छोटे से द्वीप डिएगो गार्सिया में तैनात कर रखा है।
29 मार्च को अमेरिका के ‘प्लैनेट लैब्स’ ने कुछ सैटेलाइट इमेज जारी कीं। इनमें दिखाया गया कि हिंद महासागर में ब्रिटेन के अधिकार वाले इलाके डिएगो गार्सिया में कम से कम चार B-52 बॉम्बर तैनात किए गए हैं।