पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दो दिन पूरे हो गए हैं. इसपर विदेश मंत्रालय (Ministry of Foreign Affairs) ने जानकारी दी है. इस प्रेस संबोधन में विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Vyomika Singh) और कर्नल सोफिया कुरैशी (Sofia Qureshi) ने ऑपरेशन सिंदूर के दो दिन के अब तक के सारे अपडेट सांझा किए. इसमें बताया गया कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दूसरे दिन (Operation Sindoor Day 2) भारत के शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकन भारतीय सेना ने इन कोशिशों को नाकाम कर दिया.

कर्नल सोफिया कुरैशी
कर्नल सोफिया कुरैशी ने क्या बताया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि 7 मई को बताया गया था कि भारत का ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया. साथ ही, दोहराया गया था कि भारत में किसी भी सैन्य ठिकाने पर हमले का जवाब दिया जाएगा. 7 और 8 मई की रात पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों, जैसे अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भठिंडा, चंडीगढ़, नाल फलौदी, उत्तरलाई और भुज पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने का प्रयास किया. इन हमलों को इंडिग्रेडेट काउंटर ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों से विफल किया गया. इनका मलबा कई जगहों से बरामद हुआ, जो पाकिस्तानी हमले के सबूत हैं.
कर्नल सोफिया ने बताया कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है. कुपवाड़ा, मेंढर, बारामूला, उरी, पुंछ और राजौरी में मोर्टार और भारी तोपखाने का इस्तेमाल किया जा रहा है.
विक्रम मिसरी ने क्या क्या बताया
भारत के विदेश मंत्रालय सचिव विक्रम मिसरी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बताया, “यह सिलसिला 22 अप्रैल से पहलगाम के हमले से शुरू हुआ है. उसका जवाब भारत ने कल अपने एक्शन से दिया है. दिलचस्प बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा समिति में जब पहलगाम हमले को लेकर एक प्रेस वक्तव्य जारी करने की बात चल रही थी, तो सोचिए तो किस देश ने टीआरएफ को मेंशन किए जाने का विरोध किया. टीआरएफ वही संगठन था, जिसने पहलगाम हमले की एक नहीं, दो बार जिम्मेदारी ली थी. जब उसके आकाओं को लगा कि मामला गर्म हो रहा तो उसने अपना नाम वापस ले लिया.”
उन्होंने कहा कि भारत का रिस्पॉन्स पूरी तरह से संयमित है. हम मामले को बढ़ाना नहीं चाहते हैं. सारे टारगेट बहुत चुनिंदा तरीके से हिट किए गए हैं.
पाकिस्तान का पाप गिनवाया
विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान पहलगाम पर जांच कमिटी की बात करता है, लेकिन उसका ट्रैक रेकॉर्ड उसकी मंशा को जाहिर करता है. मुंबई और पठानकोट अटैक समेत कई आतंकी हमलों में भारत ने पाकिस्तान को कई सबूत दिए हैं. उनके मास्टरमाइंड को न्याय के दायरे में लाने की बात कही, लेकिन पाकिस्तान ने कभी कोई कार्रवाई नहीं की.
केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया
विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में बताया गया कि भारत ने पाकिस्तान में किसी भी शहरी क्षेत्र को टारगेट नहीं किया गया. ऑपरेशन सिंदूर के तहत केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर नष्ट किया गया है. जबकि, पाकिस्तान ने दूसरे दिन रात के समय में भारत के कई शहरी इलाकों को निशाना बनाया है.
भारत की आर्म्ड फोर्सेज का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लगातार जारी है. भारत ने साफ किया है कि यह जवाबी कार्रवाई थी, न कि युद्ध की शुरुआत. एक स्पेशल ब्रीफिंग में, गुरुवार को कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया, ‘आज सुबह भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई इलाकों में एयर डिफेंस रडार और सिस्टम्स को निशाना बनाया. लाहौर का एक एयर डिफेंस सिस्टम भी निष्क्रिय कर दिया गया है. यह कार्रवाई उन्हीं शर्तों पर की गई जैसी पाकिस्तान ने तय की थी.’ विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, ‘पाकिस्तान ने कुपवाड़ा, उरी, पुंछ और राजौरी जैसे इलाकों में मोर्टार और भारी तोपों से हमला किया, जिसमें 16 लोगों की मौत हुई. इनमें 3 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं. भारत को जवाबी कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा.’ वहीं, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, ‘UNSC में पहलगाम हमले पर बातचीत के दौरान पाकिस्तान TRF का नाम हटवाना चाहता था, जबकि TRF ने खुद दो बार हमले की जिम्मेदारी ली.’
विदेश सचिव विक्रम मिस्री कहते हैं, ‘… यह भी अजीब है कि नागरिकों के अंतिम संस्कार उनके राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे ताबूतों में किए जा रहे हैं, और राजकीय सम्मान दिया जा रहा है… कल पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सिख समुदाय पर लक्षित हमला किया – पुंछ में एक गुरुद्वारे पर हमला किया और सिख समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाया, जो हमले की चपेट में आ गए, और हमलों में तीन व्यक्ति मारे गए… पुंछ में कुल 16 नागरिक मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं.’
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, ‘वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में पाकिस्तान की प्रतिष्ठा कई उदाहरणों में निहित है… मुझे यह याद दिलाने की आवश्यकता नहीं है कि ओसामा बिन लादेन कहां पाया गया था और किसने उसे शहीद कहा था… पाकिस्तान बड़ी संख्या में संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों और कई देशों द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों का भी घर है… आपने पिछले कुछ दिनों में देखा होगा कि उनके रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री ने ऐसे आतंकवादी समूहों के साथ अपने देश की संलिप्तता को स्वीकार किया है.‘
विशेष ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने साफ कहा कि TRF दरअसल पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही नया नाम है. मिस्री ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) जब पहलगाम हमले पर बयान जारी कर रही थी, तब पाकिस्तान ने TRF का नाम हटाने की कोशिश की, जबकि TRF ने दो बार हमले की जिम्मेदारी ली है. भारत अब UNSC की 1267 कमेटी से संपर्क करेगा और उन्हें TRF और पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क पर अपडेट देगा.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, ‘पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी तोपखाने का इस्तेमाल करते हुए नियंत्रण रेखा के पास बिना उकसावे के गोलीबारी में तेजी ला दी है. पाकिस्तान की गोलीबारी में तीन महिलाओं और पांच बच्चों समेत सोलह निर्दोष लोगों की मौत हो गई है. भारत ने पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के मोर्टार और तोपखाने की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया है.‘
विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिसरी ने ब्रीफिंग की शुरुआत की. इसके बाद कर्नल सोफिया कुरैशी ने आगे की जानकारी दी. उन्होंने कहा, भारत ने पहले साफ किया था कि हमारी शुरुआती कार्रवाई गैर-उत्तेजक थी. 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया. ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने का प्रयास किया. इन हमलों को एयर डिफेंस सिस्टम से निष्क्रिय कर दिया गया. इन हमलों का मलबा कई जगह से मिला है, जो प्रमाण है.