अलबत्ता, अगले दिन सोमवार को भारत ने पानी छोड़ दिया था। उल्लेखनीय है कि आप्रेशन सिंदूर से हताश हुए पाकिस्तान ने मंगलवार की रात से भारत के सीमांत इलाकों में गोलाबारी शुरू कर रखी है। इसमें एक सैन्यकर्मी के वीरगति को प्राप्त होने के अलावा 14 नागरिक की जान चली गई है।
लगभग 100 के करीब नागरिक जख्मी हुए हैं। संबधित सूत्रों ने बताया कि बीती रात डोडा-किश्तवाड़, रियासी में खूब बारिश हुई है। इसे देखते हुए बगलियार और सलाल बांध में जलप्रवाह को रोकने और उसे बहाल रखने के लिए बनाए गए दो अतिरिक्त गेट खोल दिए गए हैं।इससे रियासी के नीचे अखनूर में जलस्तर बढ़ते हुए 20 फुट से ऊपर चला गया है।
इससे अखनूर के नीचे पाकिस्तान के इलाकों में भी बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। हालांकि पुष्टि नहीं हुई है,लेकिन संबधित सूत्रों ने बताया कि गढ़खाल और परगवाल सेक्टर के पार कुछ पाकिस्तानी मोर्चे जोकि चिनाब के जल बिखराव क्षेत्र में हैं, पानी भर गया है।
भारत जब चाहे सूखे और बाढ़ की स्थित कर सकता है पैदा
सूत्रों की मानें तो सिंधु जल समझौते के तहत चिनाब का जलप्रवाह रोकने या चिनाब पर बने बांधों से अचानक पानी छोड़ने से पहले पाकिस्तान को सूचित किया जाता था। अब यह संधि स्थगित कर दी गई है ,इसलिए अब उसे सूचित नहीं किया जा रहा है और भारत जब चाहे पाकिस्तान में सूखे और बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकता है।