आतंकियों का आका पाकिस्तान बहुत शातिर है. वह भारत के खिलाफ चाल पर चाल चल रहा. अब वह इस प्रोपेगेंडा में लगा हुआ है कि भारत में किसी तरह और किसी भी कीमत पर मोदी सरकार के खिलाफ निगेटिव माहौल बनाया जाए. उसकी इस मुहिम में भारत में मौजूद उसके कुछ ओवर ग्राउंड वर्कर अभी भी उसका साथ दे रहे हैं. ऐसे ही एक प्रोपेगेंडा के तहत पाकिस्तान और उसके समर्थकों ने यह अफवाह उड़ाई कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान मुदस्सिर अहमद शेख उर्फ बिंदास की मां को पाकिस्तान भेजा जा रहा है, क्योंकि उसकी मां शमीम अख्तर गुलाम जम्मू-कश्मीर की रहने वाली है.
शौर्य चक्र विजेता शहीद जवान बिंदास 22 मार्च 2022 को शहीद हो गए थे. बारामूला के कुंजर इलाके में आतंकी संगठन जैश के मुखौटा संगठन पीपल्स एंटी फास्टेस्ट फ्रंट के तीन आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराने के दौरान शहीद हो गए थे. उन्हें मरणोपरांत भारत सरकार की ओर से शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था. 2023 में दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शहीद मुदस्सर की मां शमीमा को शौर्य चक्र प्रदान किया था. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी 5 अक्टूबर 2022 को शहीद मुदस्सिर के घर श्रद्धांजलि अर्पित करने गए थे.
कैसे प्रोपेगैंडा पता चला
भारतीय खुफिया एजेंसियों को जैसे ही पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा का पता चला, तत्काल बिंदास की मां और पिता से संपर्क किया गया. इसके बाद उन्होंने वीडियो जारी किया और पाक के प्रोपेगेंडा का खुलासा हुआ. शहीद जवान बिंदास के पिता ने बताया कि वह खुद जम्मू-कश्मीर पुलिस से रिटायर हुए हैं. गत दिवस उनके घर उनका एक जानने वाला डीएसपी आया क्योंकि वह इस इलाके में रहने वाले किसी पाकिस्तानी परिवार को ले जाने के लिए आया था. वह डीएसपी उन्हें जानता था. इसलिए चाय पीने के लिए उनके घर आ गया.
कैसे उड़ी अफवाह
बिंदास के पिता के मुताबिक, डीएसपी के जाने के बाद शहीद बिंदास की मां की तबीयत खराब हो गई. इसके बाद उन्हें लेकर वह इलाज के लिए अस्पताल चले गए. इस बीच यह अफवाह उड़ा दी गई कि उन्हें जबरन पाकिस्तान भेजा जा रहा है. जबकि इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है. वह आराम से अपने घर पर हैं. इस तरह का कोई वाक्या उनके साथ पेश नहीं आया. खुद उन्होंने वीडियो जारी कर पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा की पोल खोल दी है.