हरियाणा के कैथल के सिवान के गाँव खेड़ी गुलाम अली के रामपाल कश्यप चर्चा में हैं. चर्चा इसलिए हो रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथों से उन्हें जूते पहनाए. रामपाल कश्यप पिछले 14 सालो से नंगे पाँव चल रहे थे और उन्होंने 2012 में प्रण लिया था कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनकर उन्हें जूते पहनने के लिए नहीं कहेंगे, तब तक वे जूते नहीं पहनेंगे. अब उनकी यह मुराद पुरी हो गई है.
कैथल के गाँव खेड़ी गुलाम अली रामपाल कश्यप ने बताया कि किसी ने उन्हें ताना मारा था, जिसके बाद उन्होंने यह शपथ ली थी. इसके बाद उन्होंने न जूते पहने और न ही चप्पल. चाहे कोई भी समारोह हो, गर्मी हो या सर्दी, वे हमेशा नंगे पाँव ही रहते थे. यहाँ तक कि 6 महीने पहले उनके बेटे की शादी में भी उन्होंने जूते नहीं पहने. मजदूरी करने जाते समय भी वे नंगे पाँव ही जाते थे. गाँव के लोग उन्हें पागल कहने लगे थे.
दरअसल, 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन गए, लेकिन रामपाल कश्यप की उनसे मुलाकात नहीं हो पाई, इसलिए उनका प्रण जारी रहा. 10 दिन पहले चीका की ब्राह्मण धर्मशाला में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा पहुंची थीं. उस कार्यक्रम में रामपाल कश्यप भी गए थे. राज्यसभा सांसद ने उन्हें नंगे पांव देखा और इसका कारण पूछा. इसके बाद सांसद ने उनकी नंगे पांव की वीडियो बनाकर प्रधानमंत्री ऑफिस भेजी.
रविवार शाम को पांच बजे प्रधानमंत्री ऑफिस से कॉल आई, जिसमें अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री सोमवार को उन्हें जूते पहनाएंगे, इसलिए यमुनानगर पहुंचना है. प्रधानमंत्री ने उन्हें जूते दिए तो ऐसा लगा जैसे भगवान ही मिल गए हों. रामपाल कश्यप ने कहा कि वे इन जूतों को श्रीराम की चरणपादुका की तरह संभालकर रखेंगे. आपको बता दें कि वे 18 साल से बीजेपी के साथ जुड़े हुए हैं और 2010 में सीवन से ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं.
बेटे की छह माह पहले हुई थी शादी
रामपाल कश्यप ने बताया कि मेरे परिवार में दो बेटे और एक लड़की है. एक बेटे की शादी छह महीने पहले ही हुई है और उन्होंने उस दौरान भी जूते नहीं पहने थे. उन्होंने बताया कि सभी मेहनत मजदूरी करते हैं. उन्होंने बताया कि मेरे प्रण को गांव के लोग कहते थे कि ये बंदा पागल है और इससे कहां पीएम मुलाकात करेंगे. रामपाल के गांव के रिंकू शर्मा ने बताया कि इन्हें किसी ने ताना मारा था. उन्होंने कहा कि रामपाल ने जब प्रण लिया था तो ताना मारने वाले शख्स को कहा था कि या तो तू गांव छोड़ देना या फिर मैं छोड़ दूंगा. आज हरियाणा और भारत में भाजपा सरकार है. इनका वनवास भी श्रीराम जी के वनवास की तरह पूरा हो गया है.