महाकुंभ का आज 30वां दिन है। आज सुबह 8 बजे तक 49.68 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। 13 जनवरी से अब तक 44.74 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। 12 फरवरी को होने वाले माघ पूर्णिमा स्नान को लेकर प्रयागराज में नई ट्रैफिक व्यवस्था लागू की गई है।
मार्घी पूर्णिमा कल, महाकुंभ से देवी, देवता सब होंगे विदा,
महाकुंभ मेले का पांचवा स्नान पर्व माघी पूर्णिमा बुधवार 12 फरवरी को है. माघ मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को माघी पूर्णिमा मनाई जाती है. इसी के साथ पौष पूर्णिमा से संगम की रेती पर शुरू हुआ भजन, पूजन और अनुष्ठान भी खत्म हो जाता है. माघी पूर्णिमा के स्नान के बाद साधु संत भी अपने-अपने मठ मंदिरों की ओर वापस लौट जाएंगे. संगम की रेती पर कल्पवास कर रहे लाखों कल्पवासी फिर अगले वर्ष आने का संकल्प लेकर अपने घरों को वापस लौटेंगे. माघी पूर्णिमा पर स्नान और दान का विशेष महत्व है. ग्रहों नक्षत्रों के मिलन से इस बार अद्भुत संयोग बना रहा है.
माघी पूर्णिमा को घर लौटेंगे कल्पवासी
अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के संरक्षक स्वामी महेशाश्रम के मुताबिक सनातन धर्म में प्रत्येक पूजा का फल पूर्णाहुति में होता है. माघी पूर्णिमा को कल्पवास का संकल्प पूरा होता है. कल्पवासियों के लिए त्रिजटा स्नान के बाद घर वापसी का विधान है. कृष्ण स्नान का मुहूर्त 14 फरवरी को है, लेकिन ज्यादातर कल्पवासी 12 फरवरी को पूर्णिमा के दिन ही स्नान कर वापस लौट जाएंगे.
कन्या भोज से पूरा होता है कल्पवास
कल्पवास जब पूरा होता है तो प्रत्येक कल्पवासी कन्या भोज करते हैं. पहले वह गंगा जी में यथाशक्ति भोग बनाकर अर्पण करते है. गंगा आरती और वंदन करते हैं और क्षमा याचना करते हैं. फिर कन्याओं को खिलाकर कल्पवास पूरा करते हैं.
10 फरवरी की रात 8 बजे से 13 फरवरी की सुबह 8 बजे तक मेले में कोई भी वाहन नहीं चलेगा। सिर्फ प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ी और स्वास्थ्य विभाग के वाहन चलेंगे।
CM योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की शाम STF चीफ अमिताभ यश को विशेष विमान से प्रयागराज भेजा। 52 नए IAS , IPS और PCS अफसरों को तैनात किया गया है। सभी को तत्काल प्रयागराज पहुंचकर ड्यूटी जॉइन करने को कहा गया है।
योगी ने सोमवार शाम को महाकुंभ को लेकर समीक्षा बैठक की। कहा- माघ पूर्णिमा पर ट्रैफिक और क्राउड मैनेजमेंट के नियम सख्ती से लागू करें। सड़कों पर वाहनों की कतार नहीं लगनी चाहिए, न ही जाम की स्थिति होनी चाहिए।
उन्होंने कहा- पार्किंग स्थल से मेला परिसर तक शटल बसों की संख्या बढ़ाई जाए। पार्किंग स्थलों का उचित प्रबंधन करें। प्रयागराज के किसी भी स्टेशन पर अत्यधिक भीड़ इकट्ठा न हो। मेला स्पेशल ट्रेनें और परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें चलाई जाएं। हर श्रद्धालु को सुरक्षित उसके घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हमारी है।
अब ये व्यवस्था की गई है
- संगम आने का पैदल मार्ग- श्रद्धालु जीटी जवाहर मार्ग से प्रवेश करेंगे। काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक पहुंचेंगे।
- संगम से वापसी का पैदल मार्ग – संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इंटरलॉकिंग वापसी मार्ग पर चलेंगे। इसके बाद त्रिवेणी मार्ग से होते हुए वापस जा सकेंगे।
जानें माघ पूर्णिमा का खास समय
पूर्णिमा (पूर्णिमा) 11 फरवरी को शाम 6:55 बजे शुरू होगी और 12 फरवरी को शाम 7:22 बजे समाप्त होगी। व्रत एवं अनुष्ठान 12 फरवरी को होंगे।
यातायात परामर्श जारी
बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने के कारण 8 फरवरी से शहर को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है। लंबे ट्रैफिक जाम के कारण यात्रियों को असुविधा हो रही है। इस स्थिति को संभालने के लिए, अधिकारियों ने 11 फरवरी को सुबह 4:00 बजे से मेला क्षेत्र में ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया है।
वाहनों को निर्दिष्ट पार्किंग क्षेत्रों में ले जाया जाएगा और केवल आपातकालीन और आवश्यक सेवा वाहनों को अनुमति दी जाएगी।
साथ ही 11 फरवरी को शाम 5 बजे से पूरे प्रयागराज शहर में ‘नो व्हीकल जोन’ का विस्तार हो जाएगा। यह प्रतिबंध 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा स्नान समाप्त होने तक रहेगा।
वहीं, मध्य प्रदेश से प्रयागराज की ओर जाने वाली सड़कें बंद कर दी गई हैं, जिनमें कटनी, मैहर और जबलपुर के राजमार्ग भी शामिल हैं। इससे इन इलाकों में ट्रैफिक जाम हो गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकारियों को ट्रैफिक में फंसे यात्रियों की सहायता करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा की
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में प्रयागराज, कौशांबी, कानपुर, सुल्तानपुर, अमेठी, वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, प्रतापगढ़, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर, महोबा और लखनऊ आदि जनपदों/जोन/रेंज में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, मंडलायुक्तों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष बैठक कर महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 12 फरवरी को महाकुंभ का पंचम स्नान पर्व ‘माघ पूर्णिमा’ का अवसर आने वाला है. पिछले एक सप्ताह से प्रयागराज में हर दिशा से लोगों का आवागमन तेजी से बढ़ा है. सार्वजनिक परिवहन के अतिरिक्त बड़ी संख्या में निजी वाहनों से भी लोग आ रहे हैं. स्नान पर्व पर इसमें और अधिक बढ़ोतरी संभावित है. इसके मद्देनजर बेहतर ट्रैफिक और भीड़ प्रबंधन प्लान लागू किया जाए.
वाहनों का मूवमेंट लगातार बना रहे
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रयागराज की सीमा पर बने पार्किंग स्थलों को प्रभावी रूप से संचालित करते रहें. 5 लाख से अधिक क्षमता की वाहन पार्किंग व्यवस्था है, इसका उपयोग करें. बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों का सहयोग करें, लेकिन नियमविरुद्ध एक भी वाहन मेला परिक्षेत्र में प्रवेश न होने दें. आवश्यकतानुसार शटल बसों का उपयोग करें. इनकी संख्या बढ़ाई जाए. लोगों को पार्किंग व्यवस्था के अनुपालन के लिए प्रेरित करें. श्रद्धालुओं के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार होना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सड़कों पर वाहनों की कतार न लगे. कहीं भी ट्रैफिक जाम की स्थिति नहीं बननी चाहिए. कहीं भी सड़क पर वाहन खड़ा नहीं होने दें. वाहनों का मूवमेंट लगातार बना रहना चाहिए.