दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब इससे साइड इफेक्ट भी दिखने लगे हैं. खास तौर पर बिहार की राजनीति में इस परिणाम के बार कांग्रेस की रणनीति को लेकर सवाल किए जाने लगे हैं. अब बिहार कांग्रेस के नेता भी अपनी पार्टी से स्पष्टता चाहते हैं कि पार्टी किस रास्ते चलना चाहती है. कांग्रेस के नेता तारिक तारिक अनवर ने इसकी पहल करते हुए सीधे तौर पर सवाल उठा दिया है और उन्होंने कांग्रेस को अपनी राजनीतिक रणनीति स्पष्ट करने की जरूरत बताई है. कटिहार के सांसद तारिक अनवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी की रणनीति पर सवाल उठाते हुए यह पूछा है कि कांग्रेस पार्टी गठबंधन की राजनीति करेगी या अकेले चलेगी? तारिक अनवर ने पार्टी संगठन को लेकर भी अपनी नाराजगी जताई है.
कटिहार सांसद तारिक अनवर ने अपने ट्वीट में लिखा, कांग्रेस को अपनी राजनीतिक रणनीति को स्पष्ट करने की जरूरत .है उन्हें तय करना होगा कि वह गठबंधन की राजनीति करेंगे या अकेले चलेंगे. साथ ही पार्टी के संगठन में मूलभूत परिवर्तन करना भी जरूरी हो गया है. जाहिर तौर पर तारिक अनवार जैसे नेता खुले तौर पर कभी भी इस तरह के सवाल नहीं उठाते हैं. लेकिन, अब जब उन्होंने दिल्ली चुनाव के नतीजों पर पार्टी की रणनीति को लेकर सवाल उठाए हैं तो जाहिर तौर पर इसके साइड इफेक्ट बिहार कांग्रेस के भीतर भी दिखने शुरू होंगे. खास तौर पर जब उन्होंने संगठनात्मक ढांचे में बुनियादी बदलाव की मांग की है तो इसका दूरगामी असर पार्टी के भीतर भी पड़ने वाला है.
बता दें कि सियासी गलियारों में यह चर्चा होती रहती है कि कांग्रेस पार्टी के अंदर कई गुट हैं. अब जब तारिक अनवर ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले संगठन के में सुधार की भी मांग उठा दी है और पार्टी की रणनीति स्पष्ट करने के लिए कहा है, तो इससे पार्टी के अंदर हलचल की संभावना बढ़ गई है. हालांकि, आपको यह भी बता दें कि कांग्रेस पार्टी राजद के साथ मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. यह दोनों ही पार्टियां इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं. लेकिन, विधानसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस ने अपनी 70 सीटों की दावेदारी ठोकी है, और अब जब तारिक अनवर ने पार्टी से स्पष्ट रूप पूछ लिया है तो साफ है कि कुछ ना कुछ तो हो कर रहेगा.