दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार बढ़त बनाए हुए हैं. 70 विधानसभा सीटों में से बीजेपी 44 से ज्यादा सीटों पर आगे चल रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना को लेकर बिहार में भी हलचल तेज है, क्योंकि यहां की दो क्षेत्रिये पार्टी जेडीयू और एलजेपीआर को एनडीए ने दो सीटें दी थीं. जिस पर सबकी नजर है. बीजेपी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के लिए भी एक सीट छोड़ी हैं. ये सीट बुराड़ी विधानसभा सीट है वहीं चिराग पासवान की एलजेपीआर की देवली सीट सिट पर चुनाव लड़ रही थी .
बीजेपी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के लिए भी एक सीट छोड़ी हैं. ये सीट बुराड़ी विधानसभा सीट है जिसपर शैलेंद्र कुमार को मैदान में उतारा गया है. मतगणना के रूझानों में जदयू प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार 10696 मतो से पिछड़ते दिखाई दे रहे हैं. आम आदमी पार्टी के संजीव झा पहले नंबर पर बढ़त बनाए हुए तो वहीं दूसरे नंबर पर JDU के शैलेंद्र कुमार और तीसरे पर कांग्रेस के मंगेश त्यागी बने हुए हैं. दोपहर एक बजे तक के रूझानों के अनुसार, अब तक AAP संजीव झा को 51841 वोट मिले हैं वे JDU के शैलेंद्र कुमार से 10696 वोटों से आगे चल रहे हैं. JDU के शैलेंद्र कुमार को 41145 वोट मिले हैं और कांग्रेस के मंगेश त्यागी 8228 वोट मिले हैं.
दोपहर एक बजे तक के रूझानों के अनुसार,देवली सीट पर शुरूआती रूझान में एलजेपी (आर) के दीपक तंवर 16553 वोटों से पीछे चल रहे थे. 18 वें राउंड में प्रेम चौहान (आप) को 74086 वोट मिले और दीपक तंवर (एलजेपी ) 41967, राजेश चौहान (कांग्रेस) 11031 वोट मिले हैं. वहीं 18वें राउंड में दीपक तंवर (एलजीपी) प्रेम चौहान (आप) से 32119 मतो से पीछ चल रहे हैं.
इससे पहले देवली विधानसभा सीट पर लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार पीछे चल रहे थे. 21 में से 7 राउंड की मतगणना में लोजपा (आर) के उम्मीदवार दीपक तंवर को 12359 वोट मिले हैं. वहीं देवली विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार प्रेम चौहान को अब तक 28912 वोट मिले थे. यानी दीपक तंवर अब तक 16553 वोटों से पीछे चल रहे थे. कांग्रेस के उम्मीदवार राजेश चौहान 6359 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर हैं.
बिहार में चिराग की पार्टी को पांच सीटें मिलीं थी, जिनमें पांचों उनकी पार्टी ने जीत ली. अब देखना ये है कि चिराग पासवान की पार्टी दिल्ली में एक सीट पर कामयाब होती है या नहीं
2015-2020 में JDU को मिली थी हार
बता दें कि इससे पहले 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भी जदयू खाता नहीं खोल पाई थी. जिससे सबक लेते हुए जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं और बिहार के कई मंत्रियों ने पूरी ताकत झोंकी थी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए नहीं गए लेकिन जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार सहित पार्टी के कई नेताओं ने प्रचार किया था. लेकिन उसका खास फायदा अबकी बार भी मिलते हुए नहीं दिख रहा है.
JDU के शैलेंद्र कुमार पहले भी बुराड़ी से एनडीए प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुके हैं. वे 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी के संजीव कुमार झा से हार गए थे. इस बार भी शैलेंद्र कुमार का संजीव कुमार झा से सीधा मुकाबला नजर आ रहा है.