केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर वह सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने साफ और स्पष्ट लफ्जों में अपनी बात कही है। उन्होंने कहा, हिंदुओं के लिए हिंदुस्तान और मुसलमान के लिए पाकिस्तान देश बना था। यदि विभाजन के वक्त मुसलमान इस देश से चले जाते, तो भारत की बेटियों के साथ “लव जिहाद” नहीं होता। उन्होंने मुजफ्फरपुर में ये बात एक कार्यक्रम के आयोजन के दौरान खुले मंच से कही। उन्होंने भारत विभाजन को नेहरू और गांधी की गलती बताने की कोशिश की।
महौल खराब करने की होती है कोशिश
गिरिराज सिंह ने मुजफ्फरपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यदि भारत विभाजन के बाद हिंदुस्तान से सभी मुसलमानों को पाकिस्तान भेज दिया जाता तो हिंदुओं के त्योहार पर पत्थर नहीं फेक जाते। गिरिराज सिंह ने कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि जब भारत के लोग रामनवमी मनाते हैं तो उन पर पत्थरबाजी की जाती है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि जब वह आई थी तो कहा था मन मानुष माटी. आज वह बंगाल को बांग्लादेश और पाकिस्तान बना देना चाहती हैं. पहले ममता बनर्जी ने लोगों को वोट नहीं डालने दिया और अब दुर्गा पूजा और हिंदुओं के त्योहारों में नियम लगा रही हैं. वह यह नहीं भूले जनता उनसे एक-एक पाई का हिसाब लेगी. आप बंगाल को बांग्लादेश बनाना चाहती हैं. यह आदेश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
वहीं बंगाल के नदिया मे बन रहे 112 फीट के दुर्गा प्रतिमा पर रोक लगाई जाने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अरे हाथों लेते हुए कहा कि हिंदू बंगाल में पूजा नहीं करेगा तो क्या बांग्लादेश और पाकिस्तान में पूजा करेगा. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से डॉक्टरों से उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी. इस तरह बंगाल के हिंदुओं से भी इसको लेकर उन्हें माफी मांगनी पड़ेगी. 112 फीट की मूर्ति पर रोक लगाई गई है. इससे बंगाल सरकार का क्या जाता है और इससे कौन सा लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ रहा है. यह खासकर हिंदुओं पर अत्याचार है और यह अत्याचार हिंदू बर्दाश्त नहीं करेंगे.