लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हाजीपुर से सांसद चिराग पासवान मोदी कैबिनेट 3.0 में शामिल हुए हैं। उन्होंने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। चिराग पासवान तीसरी बार सांसद बने हैं।
चिराग का मुख्य पेशा राजनीति ही है। इनकी शादी अभी नहीं हुई है। 2012 से चिराग अपनी पार्टी के काम में एक्टिव हुए। इसके बाद राज्य से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में उनकी सक्रियता काफी बढ़ गई। अब तक लोकसभा के तीन चुनाव लड़ चुके हैं।
पहली बार 2014 में वो जमुई से लोकसभा का चुनाव लड़े और सांसद बने। दूसरी बार 2019 में भी जमुई से चुनाव लड़कर सांसद बने। तीसरी बार 2024 के लोकसभा चुनाव में इन्होंने अपने पिता के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर को चुना और चुनाव जीत लगातार तीसरी बार सांसद बने हैं।
पिता के निधन के बाद संभाली पार्टी की कमान
31 अक्टूबर 1982 को चिराग पासवान का जन्म हुआ। मां का नाम रीना पासवान है। शादी से पहले वो एयर इंडिया में एयर हॉस्टेस थीं। पिता रामविलास पासवान लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक थे। हाजीपुर लोकसभा सीट से कई बार सांसद रहे। केंद्र में कई बार मंत्री भी बने। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी की सरकार में वो कैबिनेट मंत्री थे। साल 2020 में विधानसभा चुनाव से पहले उनका निधन हो गया था। इसके बाद चिराग पासवान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए।
12वीं की पढ़ाई दिल्ली के एयरफोर्स स्कूल से की
परिवार में कुल 6 सदस्य हैं। चिराग पासवान, मां रीना पासवान, बड़ी बहन निशा पासवान, बहनोई अरूण भारती और उनके दो बच्चे हैं। चिराग ने 12वीं की पढ़ाई दिल्ली के एयरफोर्स स्कूल से की है। झांसी के कंप्यूटर इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से बीटेक के सेकेंड सेमेस्टर तक की पढ़ाई की।
सांसद रहते चिराग पासवान ने जमुई में एक केंद्रीय विद्यालय खुलवाया। इसके बाद उन्होंने पासपोर्ट ऑफिस का एक ब्रांच खुलवाया। फिर कोरोना काल में लोगों की जान बचाने के लिए एक ऑक्सीजन प्लांट बनवाया। पिछड़े जिलों के विकास के लिए भारत सरकार की योजना के तहत एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम को जमुई में लागू करवाया। इसके बाद जमुई एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम में अव्वल बन गया।