आरजेडी के पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने मुसलमानों का हक मारने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अशफाक करीम को न तो राज्यसभा भेजा गया और न ही उन्हें लोकसभा का टिकट मिला।
इन तमाम बातों को लेकर वे पार्टी से लगातार नाराज चल रहे थे। लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर उन्होंने लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से संपर्क साधा था। लेकिन, किसी सीट पर बात नहीं बन पाई। उन्होंने पत्र में लिखा है कि मुस्लिमों की आबादी के अनुसार हिस्सेदारी नहीं मिली है। इस वजह से राजद के साथ राजनीति करना असंभव है।
अशफाक ने अपने पत्र में लिखा कि आपने मुसलमानों को उनकी आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी, इसीलिए इस परिस्थिति में राजद के साथ राजनीति करना मेरे लिए संभव नहीं है। अतः मेरे इस त्यागपत्र को स्वीकार करें, मैं आपके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करता हूं। इससे पहले अशफाक करीम 4 अप्रैल को दिए गए एक इंटरव्यू में इस बात का संकेत दे चुके थे।
इस वजह से थे नाराज
इस तरह से राजद के पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने मुसलमानों की हकमारी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि अशफाक करीम को न तो इस बार राजद की तरफ से राज्यसभा भेजा गया और न ही उन्हें लोकसभा का टिकट दिया गया है। इसे लेकर वह पार्टी से लगातार नाराज चल रहे थे। लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से संपर्क भी करने की कोशिश की थी। लेकिन, किसी सीट पर उनके लिए बात नहीं बन पाई और उन्हें लोकसभा का टिकट भी नहीं दिया गया। ऐसे में उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।