ताइवान के तटीय क्षेत्र में बुधवार सुबह 7.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे राजधानी ताइपे हिल गई. भूकंप के झटकों से शहर के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई और दक्षिणी जापान और फिलीपींस के द्वीपों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. पूर्वी ताइवान में कई इमारतें ढह गई हैं. अब तक भूकंप के कारण 4 लोगों की मौत हुई है.
ताइवान के फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक, 4 लोगों की मौत हुई है। 50 से ज्यादा घायल हैं। आंकड़े बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक भूकंप ईस्ट ताइवान के हुलिएन शहर में आया। इसका केंद्र धरती से 34 किलोमीटर नीचे था। भारतीय समय के मुताबिक सुबह 5:30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। कई इमारतें जमींदोज हो गईं, लैंड स्लाइड भी हुई है। कई लोगों के मलबे में दबे होने की खबर है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
ताइवानी सेंट्रल वेदर ब्यूरो के मुताबिक, यह ताइवान में 25 साल में आने वाला सबसे तेज तीव्रता वाला भूकंप है। इसके पहले 1999 में 7.6 तीव्रता का भूंकप आया था। तब 2 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
जापान-फिलीपींस ने सुनामी अलर्ट हटाया
भूकंप के बाद ताइवान, जापान और फिलीपींस ने सुनामी का अलर्ट जारी किया था। जापान के मौसम विभाग ने समुद्र में 3 मीटर यानी करीब 10 फीट तक की लहरें उठने का अनुमान जताया था। हालांकि, जापान और फिलीपींस ने अब सुनामी अलर्ट हटा दिया है।
चीन मदद भेजने को तैयार
चीनी मीडिया के मुताबिक, चीन में ताइवान मामलों पर नजर रखने वाले ऑफिस ने कहा कि वो भूकंप से हुए नुकसान से चिंतित है और ताइवान में मदद भेजने को तैयार है। चीन, ताइवान को अपना हिस्सा बताता है। वहीं, ताइवान अपने आपको स्वतंत्र कहता है।
3 मीटर तक की सुनामी लहरें पहुंचने की आशंका
ताइवान के केंद्रीय मौसम प्रशासन ने कहा कि भूकंप का केंद्र हुआलिएन के पूर्वी काउंटी के तट से कुछ दूर, ताइवान द्वीप के पूर्वी तट के पानी में था. जापान ने ओकिनावा के दक्षिणी प्रान्त के तटीय क्षेत्रों के लिए निकासी सलाह जारी की. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, जापान के दक्षिण-पश्चिमी तट के बड़े क्षेत्रों में 3 मीटर तक की सुनामी लहरें पहुंचने की आशंका है.
फिलीपींस सीस्मोलॉजी एजेंसी ने भी कई प्रांतों के तटीय क्षेत्रों के निवासियों के लिए चेतावनी जारी की है और लोगों से ऊंचे स्थानों पर चले जाने का आग्रह किया है. चीनी राज्य मीडिया के अनुसार, भूकंप चीन के फ़ुज़ियान प्रांत के फ़ूज़ौ, ज़ियामेन, क्वानज़ौ और निंगडे में भी महसूस किया गया है. ताइवान की आधिकारिक केंद्रीय समाचार एजेंसी ने कहा कि यह भूकंप 1999 के बाद से द्वीप पर आया सबसे बड़ा भूकंप था, जब 7.6 तीव्रता के झटके से लगभग 2,400 लोग मारे गए थे.
ताइवान में नुकसान पर नजर…
1. 91 हजार घरों में बिजली नहीं
ताइवानी मीडिया के मुताबिक, भूकंप के बाद ताइवान के 91 हजार से ज्यादा घरों में बिजली नहीं है। भूकंप से तारों और पावर प्लांट को नुकसान पहुंचा है।
2. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान राजधानी ताइपे और हुलिएन शहर में हुआ। यहां 26 इमारतों को नुकसान पहुंचा। कई इमारतों में लोग अब भी फंसे हुए हैं। कई लोग मलबे में भी दबे हैं। इन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
3. सड़कों, धरोहरों को भी नुकसान
राजधानी ताइपे में राष्ट्रीय स्मारक और पर्यटक आकर्षण चियांग काई-शेक मेमोरियल हॉल को नुकसान पहुंचा है। परिसर में मलबा फैला हुआ है। सड़कें-पुल भी टूट गए हैं।