जदयू विधायक गोपाल मंडल ने पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनकी खोपड़ी ढीली हो गई है और उनका दिमाग भी खराब हो गया है। उन्होंने कहा कि मांझी राजनीतिक में थे, लेकिन अब नहीं हैं। अब वे राजनीति करने लायक भी नहीं है। वह सिर्फ दिखावे के लिए इधर-उधर उछल-कूद करते रहते हैं। गोपाल मंडल ने कहा कि जब जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री थे तो मैं उनसे मिलने कभी नहीं गए।
बायोलॉजी और अंग्रेजी में समझाते तो विवाद नहीं होता
गोपाल मंडल ने नीतीश कुमार के सदन में दिए बयान पर कहा कि अगर नीतीश कुमार बायोलॉजी की भाषा या अंग्रेजी में समझाते तो शायद इतना विवाद नहीं होता। वह जनसंख्या नियंत्रण पर बोल रहे थे, लेकिन लोग दूसरे एंगल से देखकर उनकी छवि खराब करना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जब भी खाना दिया जाता है तो उसकी जांच-पड़ताल की जाती है। उनके खाने में कोई भी गलत चीज नहीं डाल सकता है। बता दें कि मांझी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि नीतीश कुमार को खाने में जहर दिया जा रहा है।
9 नवंबर को मांझी-नीतीश के बीच हुई थी नोकझोंक
बिहार विधानसभा में गुरुवार 9 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार और पूर्व जीतन राम मांझी के बीच तीखी नोकझोंक हुई। मांझी आरक्षण की समीक्षा की मांग कर रहे थे। तभी CM ने उन्हें बीच में ही टोका और कहा- मेरी मूर्खता से ये मुख्यमंत्री बने थे। इसे राज्यपाल बनने की चाहत है। मुख्यमंत्री ने बीजेपी विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा कि इसे गवर्नर क्यों नहीं बना देते हैं।
इन वजहों से लगातार चर्चा में नीतीश
- 7 नवंबर को नीतीश जनसंख्या नियंत्रण पर विधानसभा में बयान दे रहे थे। उन्होंने सदन में कुछ ऐसा कहा, जिसे हम लिख भी नहीं सकते। इसके बाद नीतीश का देशभर में विरोध शुरू हो गया।
- 7 नवंबर की सुबह नीतीश बिहार के मंत्री अशोक चौधरी के पिता स्व. महावीर चौधरी की पुण्यतिथि पहुंचे थे। वहां वे महावीर चौधरी को श्रद्धांजलि देने के बाद मंत्री पर ही फूल फेंकने लगे।
- 9 नवंबर को नीतीश सरकार ने विधानसभा से आरक्षण बिल को पास करवाया। इसे लेकर पूर्व सीएम मांझी ने आपत्ति जताई तो नीतीश आग बबूला हो गए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि इसे सीएम बनाना मेरी मूर्खता थी।
- 18 सितंबर को नीतीश मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति शिवसागर राम गुलाम की जयंती कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां उन्होंने मंत्री अशोक चौधरी का सिर एक पत्रकार से टकरा दिया। ये तस्वीर भी उन दिनों विवादों में रही थी।
- 21 सितंबर को नीतीश पूर्व सीएम भोला पासवान की जयंती के कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मंत्री अशोक चौधरी के कंधे पर सिर रख लिपट गए और कहा- मैं इनसे बहुत प्रेम करता हूं।