अररिया में दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार की हत्या के मामले में 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें से चार आरोपियों विपिन यादव, भावेश यादव, आशीष यादव और उमेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। 2 आरोपी रूपेश यादव और क्रांति यादव अररिया जेल में हैं और पुलिस उन्हें रिमांड पर ले रही है। बिहार पुलिस के अनुसार 2 आरोपी फरार हैं।
पत्रकार विमल कुमार की हत्या के मामले में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। पुलिस कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पूर्णिया के पुलिस महानिरीक्षक सुरेश प्रसाद चौधरी का कहना है कि हमने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है… हमारी चार टीमें अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं। हमें कुछ जानकारी मिली है और उसके आधार पर हमें इसमें सफलता मिलने की उम्मीद है… ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि दोबारा ऐसा न हो।
वजह से हत्या की आशंका
शनिवार को पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से दो लोग विमल यादव की हत्या में शामिल थे। विमल के पिता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था। एफआईआर में कहा गया है कि आरोपियों ने साल 2019 में विमल यादव के भाई की भी हत्या कर दी थी। विमल उस मामले में एकमात्र गवाह था और उस पर अपनी गवाही बदलने के लिए अनुचित दबाव डाला जा रहा था।
बिहार पुलिस ने प्रारंभिक जांच में कहा कि हत्या से पता चलता है कि “मृतक की उसके पड़ोसियों के साथ पुरानी दुश्मनी थी और वही घटना का कारण हो सकता है।
सीएम नीतीश ने लिया था हत्या का संज्ञान
विमल यादव के भाई की हत्या से राज्य में काफी हंगामा हुआ था, जिसमें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने कानून-व्यवस्था लागू करने में विफलता को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की थी। बाद में सीएम नीतीश ने अररिया में हुई हत्या पर दुख जताया था और कहा था, ‘खबर मिलते ही मैंने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है।’
रानीगंज के पत्रकार विमल यादव हत्याकांड मामले में पूर्णिया प्रक्षेत्र के आईजी सुरेश चौधरी शुक्रवार की देर रात 9:00 बजे रानीगंज थाना पहुंचे। जहां उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया गया है, पूछताछ चल रही है। रात या कल तक उम्मीद है कि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी सम्भव हो। आईजी ने कहा कि पत्रकार के साथ इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए हम लोग सख्त से सख्त कार्रवाई करने जा रहे हैं। चार टीम इसके लिए छापेमारी भी कर रही है। आईजी ने कहा कि इस केस को हम लोगों ने पहले प्राथमिकता में रखा है। हम सभी मिलकर काम कर रहे हैं।
शुक्रवार सुबह चार अपराधियों ने की थी हत्या
मालूम हो कि 18 अगस्त की सुबह 5 बजे रानीगंज थाना क्षेत्र में प्रेमनगर साधुआश्रम वार्ड संख्या 05 निवासी पत्रकार विमल यादव को घर से बाहर बुलाकर उनकी गोली मार हत्या कर दी गई थी। 2019 में विमल यादव के छोटे भाई की भी अपराधियों ने गोली मार हत्या कर दी गई थी। मृत पत्रकार विमल यादव को भी कुछ महीने पहले से गोली मार देने की धमकी मिल रही थी। वह अपने भाई के मर्डर केस में इकलौते गवाह थे। बाइक सवार 4 अज्ञात अपराधियों ने हत्या की है। पत्रकार विमल के 15 साल का बेटे और 13 साल की बेटी है।