सऊदी अरब ने बुधवार को एक अमेरिकी नागरिक को मौत की सजा दी. इस शख्स पर आरोप लगा कि उसने अपने मिस्र मूल के पिता की गला घोंटकर हत्या कर दी थी. बताया जा रहा है इस शख्स ने अपने पिता की हत्या करने से पहले उसे यातनाएं दी. इस अमेरिकी नागरिक की पहचान बिशॉप शरीफ नाजी नसीफ के रूप में हुई है. नाजी नसीफ उन 19 विदेशी नागरिकों में शामिल हैं जिन्हें इस साल सऊदी अरब सरकार ने मौत की सजा दी.
अमेरिकी नागरिक को कैसे दी गई मौत की सजा
अमेरिकी नागरिक बिशॉय शरीफ नाजी नसीफ के बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी मीडिया में नहीं आई है. यही नहीं अभी तक इस बारे में भी पता नहीं चला है कि सऊदी अरब ने नाजी नसीफ को कैसे मौत के घाट उतारा. माना जा रहा है कि सऊदी अरब में आमतौर पर गर्दन काटकर लोगों को मौत की सजा दी जाती है ऐसे में नाजी नसीफ को भी इसी तरह से मौत के घाट उतारा गया होगा. बताया जा रहा है कि अमेरिकी नागरिक नसीफ पर आरोप था कि उसने अपने पिता को पहले खूब मारा-पीटा और उसके बाद गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी. यही नहीं हत्या के बाद नसीफ ने शव को क्षत-विक्षिप्त कर दिया. बताया जा रहा है कि आरोपी ड्रग्स का आदी था. बताया जा रहा है कि जब उसे गिरफ्तार किया जा रहा था उस वक्त भी उसने एक शख्स पर जानलेवा हमला कर दिया था.
धूमिल हो रही सऊदी अरब की छवि
मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल यानी 2022 में भी सऊदी अरब में सबसे ज्यादा लोगों को मौत की सजा दी गई. हालांकि ये संख्या चीन और ईरान के बाद तीसरे नंबर पर है. मौत की सजा को लेकर सऊदी अरब सरकार की खूब आलोचना हो रही है. दरअसल, सऊदी अरब सरकार अपने विजन 2030 के मिशन पर काम कर रही है और लगातार अपनी कट्टरपंथी छवि को हटाकर सामाजिक और आर्थिक सुधार करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मौत की सजा देने से एक तरफ सऊदी अरब की छवि खराब भी होती जा रही है.
2023 में अब तक 91 लोगों को दी मौत की सजा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सऊदी किंग मोहम्मद बिन सलमान ने 2015 में देश की सत्ता संभाली. उसके बाद से सऊदी अरब में अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों को मौत की सजा दी जा चुकी है. यही नहीं इस साल अब तक सऊदी अरब ने 91 लोगों को मौत के घाट उतारा है. इनमें अमेरिका, बहरीन, बांग्लादेश, मिस्त्र, भारत, जॉर्डन, नेपाल, पाकिस्तान, यमन और फिलीपींस के 19 नागरिक शामिल हैं. यही नहीं पिछले साल भी सऊदी अरब ने 147 लोगों को मौत की सजा दी गई थी. वहीं 2021 में मौक की सजा देने वालों की संख्या 69 थी.