जंतर मंतर पर खिलाड़ियों के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, देश के खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बहुत ही शर्मनाक है. ‘बेटी बचाओ’ बस ढोंग है! असल में भाजपा भारत की बेटियों पर अत्याचार करने से कभी पीछे नहीं हटी है.
हम मेडल वापस कर देंगे’ मिडनाइट बवाल के बाद पहलवानों की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस, कहा- हमारी लड़ाई सरकार से नहीं
जंतर मंतर पर बुधवार देर रात हुए बवाल के बाद गुरुवार (4 मई) को पहलवानों ने सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पहलवानों ने कहा कि उनकी लड़ाई सरकार या विपक्ष से नहीं है, उनकी लड़ाई बृजभूषण शरण सिंह से है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पहलवानों के साथ दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी मौजूद हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बजरंग पुनिया ने कहा कि अगर खिलाड़ियों की सुनवाई नहीं हो सकती है और उन्हें न्याय नहीं मिल सकता है तो ऐसे में उनके मेडल और पुरस्कार सरकार वापस ले ले. पुनिया ने कहा कि हम सरकार को अपना मेडल वापस कर देंगे. ऐसे मेडल का हम क्या करेंगे.
आंदोलन को जानबूझकर राजनीतिक रूप देने की कोशिश- पुनिया
पुनिया ने कहा कि इस आंदोलन को जानबूझकर राजनीति से जोड़ने की कोशिश की जा रही है. हमारा आंदोलन न्याय के लिए हैं और इसमें सभी का समर्थन मिल रहा है. पुनिया ने कहा कि हमारे पास तो कल पीटी उषा भी आई थीं.
पुनिया ने कहा कि पुलिस उनके ही इशारे पर काम कर रही हैं. जब से एफआईआर दर्ज हुई हैं, तब से ही हम लोगों को गाली दी जा रही है. इसे राजनीतिक और जाति से जोड़कर हमें कमजोर करने की कोशिश की जा रही है.
फोगाट ने लगाया गाली देने का आरोप
विनेश फोगाट ने कहा, मुझे गाली दी गई, पुलिस का व्यवहार आक्रमण वाला था. हमने बेड मंगवाया था, रात में ही पुलिस को शिकायत दे दी है. पुलिस वाला ड्रिंक कर रहा था. पुलिस वाला नशे में था. विनेश ने भी कहा कि वह अपना मेडल वापस करने को तैयार हैं. विनेश ने यह भी कहा कि वह मेडल के साथ जान भी दे देंगी.
पैरों तले रौंदे जा रहे- विनेश
विनेश फोगाट ने कहा, इतनी बेइज्जती कर दी. कुछ भी नहीं छोड़ा. मान-सम्मान की लड़ाई लड़ने आए थे और यहां पैरों तले रौंदे जा रहे हैं. यहां हमें मां-बहन की गालियां दी जा रही हैं.
जंतर-मंतर पर झड़प से पहलवानों के प्रदर्शन को मिलेगी ताकत?
दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले करीब 10 दिनों से धरने पर बैठे पहलवानों की बीती रात दिल्ली पुलिस से जमकर झड़प हुई. इस झड़प के दौरान कुछ पहलवान घायल भी हुए और रातभर हंगामा चलता रहा. हालांकि अब तक ये धरना-प्रदर्शन काफी शांतिपूर्वक चल रहा था, पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे. इस बीच दिल्ली पुलिस पर भी जमकर आरोप लगे, लेकिन 3 मई की रात जो कुछ हुआ उसने अब इस धरना-प्रदर्शन को नया रूप दे दिया है. देश को मेडल दिलाने वाले पहलवानों ने रोते हुए अपने राज्य हरियाणा के लोगों से जंतर-मंतर पर इकट्ठा होने की अपील की है. जिसके बाद अब किसान आंदोलन समेत उन तमाम आंदोलनों की यादें ताजा हो गईं, जो पुलिस कार्रवाई के बाद भड़क उठे थे.
बीजेपी सांसद के खिलाफ प्रदर्शन
किसान आंदोलन का जिक्र करें, उससे पहले आपको बताते हैं कि जंतर-मंतर पर आखिर क्या-क्या हुआ और पहलवानों ने क्या कहा. करीब चार महीने बाद एक बार फिर हरियाणा के पहलवान जंतर-मंतर पहुंचे और उन्होंने कहा कि जिस कमेटी ने जांच की उसकी रिपोर्ट उन्हें नहीं सौंपी जा रही है. ये जांच बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन उत्पीड़न और घोटाले के आरोपों की थी. पहलवानों ने कहा कि कमेटी ने उनके साथ इंसाफ नहीं किया और वो अपने इंसाफ की लड़ाई लड़ने आए हैं. इसके बाद तमाम विपक्षी नेता पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचे.