रामनवमी के दौरान और उसके बाद पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, हरियाणा और गुजरात में कई जगहों पर सांप्रदायिक झड़पें हुईं । यह चिंता की बात है । राष्ट्रविरोधी ताकतें सक्रिय हैं और वे सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काना चाहती हैं। बिहार में बिहारशरीफ, नालंदा और सासाराम के बाद रविवार को जमशेदपुर (झारखंड), बेमेतरा (छत्तीसगढ़) और सोनीपत (हरियाणा) में झड़पें हुईं। बिहार में VHP और बीजेपी के नेता आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस निर्दोष हिंदू युवकों को पकड़ रही है, जबकि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। AIMIM सुप्रीमो असद्दुदीन ओवैसी का कहना है कि बिहार पुलिस सिर्फ मुसलमानों को पकड़ रही है, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार टोपी बदल-बदलकर इफ्तार में खजूर खा रहे हैं। यह सही है कि पुलिस को मामले की तह तक जाना चाहिए, अगर किसी ने साजिश रची है तो उसका पता लगाना चाहिए। लेकिन यह भी सही है कि सासाराम और बिहार शरीफ में रानमवमी के मौके पर हुई हिंसा के सैकड़ों वीडियो सामने हैं। किसने पत्थर फेंके, किसने आग लगाई, यह साफ दिख रहा है, इसलिए जब सिर्फ एक पक्ष के लोगों को पकड़ा जाता है और उनके नाम सार्वजनिक किए जाते हैं तो सरकार और पुलिस की नीयत पर सवाल उठना लाजिमी है। तेजस्वी यादव हों या नीतीश कुमार, उन्हें सियासत करने का, सियासी बयान देने का पूरा हक है, लेकिन उन्हें ये ख्याल रखना पड़ेगा कि वे अपनी पार्टी के नेता होने के साथ-साथ बिहार के मुखिया हैं, संवैधानिक पद पर हैं। इसलिए अगर वे जांच से पहले किसी एक पक्ष को जिम्मेदार ठहराते हैं, या इशारा करते हैं, तो इससे गलत संदेश जाता है। इसीलिए VHP ने बिहार सरकार की मंशा पर सवाल उठा दिए और केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग कर दी। दुख की बात ये है कि अब बिहार के पड़ोसी झारखंड में भी हिंसा की चिंगारी पहुंच गई। जमशेदपुर में एक मंदिर के धर्म ध्वजा में किसी ने मांस के टुकड़े बांध दिए। इस पर हिन्दू संगठनों ने नाराजगी जाहिर की और जब वे मंदिर में मीटिंग कर रहे थे, उसी वक्त पत्थरबाजी शुरू हो गई। हिंसा के भड़कने के बाद रैपिड ऐक्शन फोर्स को तैनात करना पड़ा। बीजेपी के नेताओं का कहना है ध्वजा के साथ मांस बांधकर भगवा झंडे का अपमान किया गया, लेकिन पुलिस अभी तक अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में बच्चों के बीच हुए झगड़े के बाद 2 घरों में आग लगा दी गई और भीड़ ने एक हिंदू नौजवान की हत्या कर दी। अब बीजेपी, VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ता विरोध मार्च निकाल रहे हैं। VHP के नेताओं का आरोप है कि छत्तीसगढ़ में अवैध रोहिंग्या मुसलमानों को बसाया जा रहा है। रोहिंग्या मुसलमान बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, छत्तसीगढ़, महाराष्ट्र और यहां तक कि कर्नाटक और केरल तक फैल चुके हैं। यह बहुत चिंता की बात है। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में घर-घर सर्वे करवाया था और यह पता लगाया था कि किन इलाकों में अवैध रूप से रोहिंग्या रह रहे हैं। सबकी पहचान करने का काफी फायदा हुआ। मुझे लगता है कि अन्य राज्यों को भी इसी तरह का सर्वे कराना चाहिए, जिससे देश में रह रहे अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान हो सके और उन्हें वापस डिपोर्ट किया जा सके।
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GST काउंसिल की आज यानी 9 सितंबर को बैठक होगी. इस बैठक में इंश्योरेंस प्रीमियम पर लगने वाले GST सहित...