हाल ही में जदयू से रिश्ता तोड़ने के बाद राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपने विरासत बचाओ यात्रा के पांचवें दिन आज रविवार 5 मार्च को सहरसा पहुचें, जहां प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा को जदयू संसदीय बोर्ड में जगह दिया था, लेकिन कुछ दिनों के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया और नीतीश कुमार के विरोध में चले गए। उपेंद्र कुशवाहा यही नहीं रुके उन्होंने जदयू से रिश्ता तोड़ने के बाद अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल का गठन किया और उस पार्टी की गठन के बाद विरासत बचाओ यात्रा पर बिहार के विभिन्न हिस्सों में निकल पड़े है।
“2005 से पीछे ले जाने की तैयारी में जुट गए हैं सीएम”
आज रविवार 5 मार्च को सहरसा के कोशी बिहार होटल में उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि बिहार की जनता ने नीतीश से जो उम्मीद किया उसपर वो खड़े नही उतरे और पुनः बिहार को 2005 से पीछे ले जाने की तैयारी में जुट गए हैं। कुशवाहा ने बताया कि बिहार की जनता ने शुरुआती दौर में कर्पूरी ठाकुर को विरासत दिया उनके बाद यह विरासत जनता ने लालू प्रसाद यादव को दिया] लेकिन लालू ने यह विरासत को अपने परिवार में समेटना शुरू कर दिया तो बिहार के जनता ने नीतीश को यह विरासत दिया लेकिन इन्होंने इसको पुनः 2005 से पीछे ले जाने लगा। हम गांधी की सत्याग्रह स्थल से उनको नमन करते हुए विरासत बचाओ यात्रा में निकले हैं पहले गंगा के इस पार फिर होली के बाद गंगा के उस पार इस यात्रा पर रहेगें।
हर पार्टी एक दूसरे के संपर्क में है : उपेंद्र कुशवाहा
आज हर पार्टी एक दूसरे के संपर्क में है और उनके बिना यह कार्य नहीं हो सकता। इन बातों से हम इनकार नही करते लेकिन पार्टी की विचार के बाद निर्णय होगी आगमी चुनाव में मेरी पार्टी किस पार्टी के साथ रहेगी। हालांकि आज उनके यात्रा के दौरान जदयू के कई वरीय नेता यथा शिवेंद्र सिंह जिशु , चंदन बागची , लोकेश सिंह , गौरव सिंह सहित दर्जनों जदयू कार्यकर्ता ने उपेंद्र कुशवाहा के नई पार्टी का दामन थामा।