टाटा ग्रुप अपने बेड़े के आकार और संचालन का विस्तार करने के लिए मंगलवार को फ्रांस और अमेरिका की कंपनियों के साथ ऐतिहासिक विमान समझौता किया है। एयर इंडिया लगभग 470 नए विमान खरीदने जा रही है। फ्रांस की एयरबस से एयर इंडिया 250 नए एयरक्राफ्ट खरीदेगी। वहीं, अमेरिका के बोइंग से उसने 220 विमानों के लिए समझौता किया है। एयर इंडिया 34 अरब डॉलर में 220 विमान खरीदेगी। इसके अलावा 70 और विमान खरीदने का विकल्प होगा। इससे कुल सौदा 45.9 अरब डॉलर बैठेगा। सबसे बड़े विमानन सौदों में से एक में एयरबस से 250 विमान खरीदेगा। इस सौदे में 40 ए350 चौड़े और लंबी दूरी के विमान और 210 संकीर्ण आकार के विमान शामिल हैं। टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने मंगलवार को कहा कि एयर इंडिया ने एयरबस से 250 विमान हासिल करने के आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें 40 वाइड-बॉडी ए350 प्लेन और 210 नैरो-बॉडी एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। एयर इंडिया के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस परियोजना में बहुत सारी भावनाएं शामिल हैं। एक अरब लोग चाहते हैं कि एयर इंडिया बहुत सफल हो।
योजना के बारे में दी थी जानकारी
इससे पहले 27 जनवरी को एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने कर्मचारियों को भेजे पत्र में एयरलाइन के आगामी बेड़े विस्तार योजना के बारे में बात की थी। उद्योग के सूत्रों के अनुसार, यह 495 जेट के कुल ऑर्डर का लगभग आधा है, जिसे एयरलाइन ने आने वाले हफ्तों में विमानन बाजार में प्रतिस्पर्धी बने रहने की योजना बनाई है। एयर इंडिया के आने वाले हफ्तों में एक और ऑर्डर देने की संभावना है, जिसमें 190 बोइंग 737 मैक्स विमान, 20 बोइंग 787 और 10 बोइंग 777एक्स विमान शामिल हो सकते हैं। सरकार के स्वामित्व वाले उद्यम के रूप में 69 वर्षों के बाद, जनवरी 2022 में एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस का टाटा समूह में वापस स्वागत किया गया।
विश्व स्तरीय एयरलाइन के रूप में स्थापित करने की तैयारी
एयर इंडिया में वर्तमान प्रबंधन विहान.एआई के तत्वावधान में पांच साल के परिवर्तन रोडमैप को चला रहा है ताकि खुद को भारतीय दिल के साथ एक विश्व स्तरीय वैश्विक एयरलाइन के रूप में स्थापित किया जा सके। नवंबर, 2022 में, सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) और टाटा संस (टाटा) ने एयर इंडिया और विस्तारा को विलय करने पर सहमति व्यक्त की, जिसमें एसआईए ने लेनदेन के हिस्से के रूप में एयर इंडिया में 20,585 मिलियन रुपये (250 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का निवेश किया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरबस के साथ हुई डील करीब 100 अरब डॉलर की है। इसके तहत 40 वाइड बॉडी A350 एयरक्राफ्ट, 210 नैरोबॉडी सिंगल-आइजल A320 नियोस एयरक्राफ्ट मिलेंगे। वहीं बोइंग से हुई डील 34 अरब डॉलर की है। इसके तहत एअर इंडिया को 190 B737 मैक्स विमान, 20 B787 विमान और 10 B777 एक्स विमान की डिलीवरी होगी।
इसके अलावा एयर इंडिया के पास बोइंग से 70 और विमान खरीदने का विकल्प है, जिससे सौदे का कुल बजट 45.9 अरब डॉलर हो जाएगा। यानी 3.80 लाख करोड़ रुपए।
एयरबस के साथ हुई डील के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉ मौजूद रहें। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा और टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन भी शामिल हुए। वहीं बोइंग के साथ हुए सौदे की जानकारी खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दी। उन्होंने इस डील को ऐतिहासिक बताया।
इस दौरान एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, एअर इंडिया के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर कैंपबेल विल्सन और एयरबस के CEO गिलाउमे फाउरी भी मौजूद थे।एयरबस के CEO ने इस डील को ऐतिहासिक पल बताया। उन्होंने कहा- एयरबस की मदद से एअर इंडिया अपने बदलाव की कहानी लिखेगा।
US प्रेसिडेंट ने बोइंग और एअर इंडिया की डील को सराहा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मंगलवार रात फोन पर बातचीत हुई। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बाइडेन ने दोनों देशों के बीच ग्लोबल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप पर खुशी जाहिर की। बाइडेन ने बोइंग के साथ डील को दोनों देश के रिश्तों में मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि इस सहयोग से दोनों देशों को फायदा हुआ।
मोदी बोले- एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग के नए अवसर खुलेंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने एयरबस डील को लेकर कहा- यह महत्वपूर्ण डील भारत और फ्रांस के बीच गहरे होते संबंधों के साथ-साथ भारत के सिविल एविएशन सेक्टर की सक्सेस को दिखाता है। भारत के ‘मेक इन इंडिया – मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन के तहत एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग में कई नए अवसर खुल रहे हैं।
इधर, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने इस डील पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा- इस समझौते से ब्रिटेन को भी फायदा होगा। बता दें कि एयरबस के विमान के इंजन ब्रिटिश कंपनी रोल्स-रॉयस बनाती है। रोल्स-रॉयस विमान इंजन बनाने वाली दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है।
एयरबस का इंडियन मार्केट में दबदबा
इंडियन मार्केट में एयरबस का दबदबा है। भारत के सिविल एविएशन मार्केट का लीडर इंडिगो एयरबस के A320 का दुनिया का सबसे बड़ा कस्टमर है। भारत में नैरोबॉडी एयरक्राफ्ट का इतना बड़ा ऑर्डर मिलना बोइंग के लिए भी अहम है। एअर इंडिया की बोइंग और एयरबस के साथ इस डील को ‘मदर ऑफ ऑल एविएशन डील’ कहा जा रहा है।
इंडिगो को टक्कर देगी एअर इंडिया
नैरोबॉडी प्लेन से एअर इंडिया 4-5 घंटे वाले शॉर्ट-हॉल डेस्टिनेशन सर्विस दे सकेगी। इससे वो इंडिगो को कड़ी टक्कर दे पाएगी, जिसका वर्तमान में 50% से ज्यादा के डोमेस्टिक मार्केट पर कब्जा है। वहीं वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट टाटा को उत्तरी अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में अपने फुटप्रिंट बढ़ाने में मदद करेगा। एयर इंडिया के FY24 के आखिर तक लगभग 50 विमान बेड़े में जोड़ेगा। इससे उसकी कैपेसिटी करीब 50% बढ़ जाएगी।
5 साल में 30% मार्केट शेयर का टारगेट
पिछले साल की शुरुआत में एअर इंडिया का अधिग्रहण करने के बाद से टाटा ग्रुप अपनी फ्लीट में सुधार के लिए एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरर्स के साथ बातचीत में लगा है। बीते दिनों एअर इंडिया के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर कैंपबेल विल्सन ने कहा था कि एअर इंडिया अगले 5 साल में डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों रूट पर मार्केट शेयर को 30% तक बढ़ाना चाहती है।
एअर इंडिया 27 जनवरी 2022 से प्राइवेट हो गई
सरकारी कंपनी एअर इंडिया 27 जनवरी 2022 से प्राइवेट हो गई। टाटा ने 18000 करोड़ रुपए में इसे टेकओवर कर लिया था। एविएशन मार्केट की बात करें तो भारत का एविएशन मार्केट दुनिया का तीसरा बड़ा बाजार है। अगले 10 साल में इसके दोगुना होने की उम्मीद है।
बोइंग के साथ एयर इंडिया विमान समझौते पर गदगद हुए मोदी और बाइडेन, जानें क्या-क्या बोले दोनों दिग्गज
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बातचीत की और अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, रक्षा सह-उत्पादन और सह-विकास समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की गहरी इच्छा व्यक्त की।प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। पीएमओ ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी से और सार्थक बातचीत हुई। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ बात करके खुशी हुई। भारत-अमेरिका व्यापक और वैश्विक साझेदारी को और गहरा बनाने के लिए जारी और नई पहलों की समीक्षा के लिए उत्कृष्ट चर्चा। हम ऐतिहासिक एयर इंडिया और बोइंग समझौते का स्वागत करते हैं, जो दोनों देशों में नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा।
एयर इंडिया और बोइंग के बीच ऐतिहासिक डील का स्वागत
इससे पहले, पीएमओ ने कहा कि मोदी और बाइडन ने भारत-अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी प्रगाढ़ होने पर संतोष व्यक्त किया, जिसके परिणामस्वरूप सभी क्षेत्रों में मजबूत विकास हुआ है। पीएमओ ने कहा कि दोनों देशों ने एयर इंडिया और बोइंग के बीच एक “ऐतिहासिक समझौते” की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग का एक शानदार उदाहरण बताया, जो दोनों देशों में रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा।
द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की गहरी इच्छा
प्रधानमंत्री ने बोइंग और अन्य अमेरिकी कंपनियों को भारत में बढ़ते नागर विमानन क्षेत्र के कारण उत्पन्न अवसरों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया। पीएमओ ने कहा कि दोनों नेताओं ने वाशिंगटन डीसी में हाल ही में आयोजित क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर पहल की पहली बैठक का स्वागत किया और अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, रक्षा सह-उत्पादन और सह-विकास और ज्ञान और नवाचार पारिस्थितिक तंत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की गहरी इच्छा व्यक्त की।
जी-20 की सफलता पर बातचीत
पीएमओ ने कहा, “वे दोनों देशों के लोगों के बीच जीवंत संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हुए, जो पारस्परिक रूप से लाभकारी रहे हैं। दोनों नेताओं ने जी-20 की सफलता सुनिश्चित करने के लिए भारत की मौजूदा अध्यक्षता के दौरान संपर्क में बने रहने पर भी सहमति व्यक्त की।