बिहार में 25 फरवरी को मेगा पॉलिटिकल शो होने जा रहा है। पटना में प्रस्तावित किसान-मजदूर समागम में केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह शामिल होंगे तो पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन के नेता शक्ति प्रदर्शन करेंगे। बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने जा रही है। इसकी शुरुआत सीमांचल के पूर्णिया से करेगी, जहां 25 फरवरी को एक रैली आयोजित की जा रही है। महागठबंधन के घटक दलों ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की। नीतीश कुमार से बीजेपी का गठबंधन टूटने के बाद अमित शाह ने पर्णिया में ही पहली रैली की थी।
बिहार में महागठबंधन ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी शुरू कर दी है। बगैर सीटों के बंटवारे के ही महागठबंधन के सभी दल एक साथ आमसभा, जनसभा, रैली, संवाद करेंगे। इसके लिए 25 फरवरी को पूर्णिया के रंगभूमि में आमसभा का आयोजन किया जाएगा। इसमें महागठबंधन के घटक दलों के प्रदेश अध्यक्ष, मंत्री, विधायक, वरिष्ठ नेताओं के साथ ही सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव सहित अन्य लोग शामिल होंगे। ये जानकारी राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि चुनाव की रणनीति केंद्र को ध्यान में रख करके बनायी जाएगी।
इससे 2024 में भाजपा की वापसी पर रोक लगाया जा सके। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन की एकजुटता को देखते हुए भाजपा परेशान है। इसका फायदा महागठबंधन को मिलेगा। मौके पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, कांग्रेस के नेता डॉ. मदन मोहन झा सहित घटक दलों के अन्य नेता उपस्थित थे। हालांकि, 25 फरवरी को भाजपा के प्रस्तावित किसान-मजदूर समागम में गृह मंत्री अमित शाह के पटना आने की संभावना है।
इन मुद्दों पर महागठबंधन की रैली
- केंद्रीय बजट में बिहार की घोर उपेक्षा
- संघीय व्यवस्था पर निरंतर हमला
- बिहार को विशेष राज्य का दर्जा
- बिहार को पैकेज नहीं मिलना
- गैर भाजपा शासित राज्यों के साथ सौतेले व्यवहार
- भाजपा ने जुमलेबजी और झांसा देकर वोट लिया
- लोकसभा में जो वोट लिया उसके प्रति अनादर
महागठबंधन के इस रैली के मुख्य उद्देश्य हैं। जिसके विरोध में 25 फरवरी को सीमांचल के पूर्णिया में महागठबंधन की ओर से एकजुटता रैली आयोजित की गई है।
एकजुटता रैली को मिला लेफ्ट का साथ
सीपीआईएमएल के केडी यादव ने कहा कि सीमांचल के इलाके से नफरत और फासिस्ट ताकतों के खिलाफ रैली में संविधान, लोकतंत्र को बचाने का संकल्प लिया जाएगा। सीपीआई के विजय नारायण मिश्रा ने कहा कि महागठबंधन की रैली का उद्देश्य सांप्रदायिक विभाजन की राजनीति को जवाब देना है। देश और सूबे की जनता सांप्रदायिक भावना के खिलाफ हमेशा रही है।