भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश की महिला पहलवानों ने मोर्चा खोल दिया है। सिंह और कुछ कोच पर ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। दिल्ली के जंतर-मंतर पर 200 से ज्यादा खिलाड़ी बुधवार यानी 18 जनवरी से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को भी उनका प्रदर्शन जारी रहा।
इधर, धरने के दौरान कम्युनिस्ट पार्टी CPI(M) की नेता वृंदा करात स्टेज पर चढ़ गईं। उनसे बजरंग पूनिया ने नीचे उतरने का आग्रह किया। बजरंग ने कहा- प्लीज इस मुद्दे को राजनीतिक मत बनाइए। हमारी लड़ाई फेडरेशन से है न कि सरकार से।
महिला पहलवानों और खेल मंत्रालय के बीच बातचीत खत्म
कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों को खेल मंत्रालय ने गुरुवार को बातचीत के लिए बुलाया। ओलिंपिक और कॉमनवेल्थ जैसी प्रतियोगिताओं में मेडल जीतने वाली साक्षी मलिक और विनेश फोगाट जैसी रेसलर्स ने कहा कि WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह खिलाड़ियों का यौन शोषण करते हैं। फेडरेशन के कोच भी ऐसा सालों से करते आ रहे हैं।
22 जनवरी को कुश्ती महासंघ की बैठक, पद छोड़ सकते हैं सिंह
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक कुश्ती महासंघ की एग्जीक्यूटिव कमेटी की सालाना बैठक (AGM) 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली है। संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह भी इस बैठक में शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बृजभूषण शरण सिंह इस बैठक में अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं।
3 बड़े बयान…
1. बजरंग पूनिया: हम देश के लिए खेलते हैं, उसके लिए लड़ते हैं। यह जो लड़ाई चल रही है, वह हमारे सम्मान की लड़ाई है।
2. WFI चीफ: एक भी आरोप सही निकले तो फांसी पर चढ़ा देना। प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ी ओलिंपिक मेडल नहीं जीत सकते। उनमें गुस्सा है, प्रदर्शन इसीलिए कर रहे।
3. भाजपा नेता बबीता फोगाट: जहां आग होती है, धुआं वहीं से निकलता है। कोशिश करूंगी कि इन लोगों की शिकायत का हल आज ही हो।
आज के बड़े अपडेट्स…
- साक्षी और विनेश ने मौन व्रत शुरू किया। बजरंग पूनिया ने कहा कि जब तक समस्या का हल नहीं निकल जाता, तब तक टॉप रेसलर्स कोई टूर्नामेंट नहीं खेलेंगे।
- महावीर फोगाट बोले- लड़ाई अध्यक्ष के खिलाफ, संघ या सरकार से कोई लेना-देना नहीं।
- प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा- इन खिलाड़ियों की आवाज सुनी जानी चाहिए।
- चैंपियन रेसलर और भाजपा नेता बबीता फोगाट ने कहा- सरकार पहलवानों के साथ, आज मामला सुलझ जाएगा।
जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना
खिलाड़ियों ने धरने में क्या-क्या आरोप लगाए, सिलसिलेवार पढ़ें…
विनेश फोगाट (लगातार 3 कॉमनवेल्थ गेम्स में 3 गोल्ड)
आरोप – यौन उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी
विनेश फोगाट ने बुधवार को धरने में कहा था- नेशनल कैम्प्स में वुमन रेसलर्स का प्रेसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह और कोच यौन उत्पीड़न करते हैं। नेशनल कैम्प्स में पोस्टेड कुछ कोच तो वुमन रेसलर्स का सालों से यौन उत्पीड़न करते आ रहे हैं। कई महिला पहलवानों ने इसकी शिकायत भी की।
विनेश ने आगे कहा कि, टोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद WFI के अध्यक्ष ने मुझे ‘खोटा सिक्का’ कहा। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। मैं हर दिन अपने जीवन को समाप्त करने के बारे में सोचती थी। अगर किसी पहलवान को कुछ होता है तो जिम्मेदारी WFI अध्यक्ष पर होगी।
विनेश यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने कहा- कोच महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। हमारी स्थिति यह है कि अगर पानी भी बिना परमिशन के पी लिया तो फेडरेशन नाराज हो जाती है। हमें मारने की धमकी दी जा रही है। हमारे साथ कुछ भी होता है तो उसके लिए अध्यक्ष जिम्मेदार होंगे। हम लोग अपना करियर दांव पर लगाकर यहां धरने पर बैठे हैं।
विनेश ने आगे बताया कि फेडरेशन खिलाड़ियों पर जबरदस्ती बैन लगाती है जिससे खिलाड़ी खेल न सके। मैं लगभग 10 साल से फेडरेशन से बात करने और हमारे मुद्दों को समझाने की कोशिश कर रही हूं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
बजरंग पूनिया (टोक्यो ओलिंपिक 2020 में ब्रॉन्ज)
आरोप – फेडरेशन ध्यान नहीं देता, नीचा दिखाता है
बजरंग पूनिया ने कहा कि हमारा विरोध WFI और जिस तरह वे पहलवानों के हितों को ध्यान में रखे बिना काम कर रहे हैं उसके खिलाफ है। इसका राजनीति से कुछ भी लेना-देना नहीं है। अध्यक्ष को इस्तीफा देना चाहिए। हम प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से सीधे बात करेंगे।
भास्कर के सूत्रों ने बताया कि विशाखापट्टनम में सीनियर रेसलिंग चैंपियनशिप में फेडरेशन ने नए रेफरी बुला लिए थे। नए रेफरियों को नियमों की जानकारी नहीं थी। उन्होंने गलत निर्णय दिए। इससे प्लेयर्स में बड़ा असंतोष रहा और लड़ाईयां भी हुईं।
बजरंग पूनिया के पर्सनल कोच सुजीत मान ने एक मैच के निर्णय पर सवाल उठाया तो उन्हें फेडरेशन ने सस्पेंड कर दिया। सोनीपत में लगे सीनियर कैंप में सुजीत मान का नाम नहीं है। फेडरेशन की ऐसी ही मनमानियों के कारण धरना दिया जा रहा है।
हमारे निजी जीवन में दखलंदाजी – अन्य पहलवान
WFI हमारे निजी जीवन में भी दखल देते हैं और हमें परेशान करते हैं। वे हमारा शोषण कर रहे हैं। जब हम ओलिंपिक में गए थे तो हमारे पास फिजियो या कोच नहीं था। दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने कहा- जब से हमने आवाज उठाई है, हमें धमकाया जा रहा है।
WFI अध्यक्ष बोले- आरोप सही तो फांसी पर लटक जाऊंगा
इधर, WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा – विनेश फोगाट के आरोप बेबुनियाद हैं। उनके पास आरोपों का कोई सबूत नहीं है। आरोप सही हुए तो फांसी पर लटक जाउंगा।
वहीं महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीमाल धरने पर बैठे खिलाड़ियों से मिली थीं और उन्होंने खेल मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को नोटिस दिया। उन्होंने WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा था- यह बड़े शर्म की बात है कि हमारे देश के लिए मेडल लाने वाली शेरनियां सड़क पर धरने पर बैठी हैं।
WFI के खिलाफ पहलवानों के विरोध पर WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर ने कहा कि मुझे पता नहीं है ये किस बारे में है। WFI के अध्यक्ष को सभी रेसलर ने पत्र लिखा, उससे मुझे प्रदर्शन के बारे में पता चला। मैं यहां उनसे उनकी समस्या पूछने आया हूं। जहां सभी पहलवान WFI का विरोध कर रहे है, वहीं, कॉमनवेल्थ गेम्स मेडलिस्ट दिव्या काकरान कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के समर्थन में आई हैं।
बजरंग के पूर्व कोच वीरेंद्र पहलवान भी आए सामने
बजरंग के समर्थन में उनके पूर्व कोच वीरेंद्र पहलवान ने उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न जैसी बातें सामने आती हैं तो यह हमारे लिए बड़े दुर्भाग्य की बात है। सरकार को इस पर पूरा एक्शन लेना चाहिए, पूरी जांच पड़ताल करनी चाहिए। ये बहुत ही गंभीर विषय है। मामले इसी प्रकार उठते रहे तो कौन बाप अपनी बेटियों को खेलों में भेजेगा। हमारा खेल राष्ट्र की सुरक्षा के साथ भी जुड़ा हुआ है। हमारे जवान, युवा जवान तगड़े (ठाडे), बुद्धिमान होंगे तो उससे ही देश की रक्षा होगी।
ये पहलवान धरने पर
- बजरंग पूनिया, सोनीपत
- विनेश फोगाट, भिवानी
- साक्षी मलिक, रोहतक
- सरिता मोर, सोनीपत
- अमित धनखड़, रोहतक
- सुजीत मान, झज्जर
- सोमबीर राठी, सोनीपत
- राहुल मान, दिल्ली
- अंशु मलिक, जींद
- सत्यव्रत कादयान, रोहतक
- संगीता फोगाट
- सोनम
- जितेंद्र