लालू प्रसाद (Lalu Yadav) जी के पास मौके आए थे, जब वो देश के प्रधानमंत्री बन सकते थे। लेकिन नहीं बन पाए। मगर बिहार के ही बल पर देवेगौड़ा प्रधानमंत्री बन पाए। बिहार के बल पर बिहार से सांसद इंद्र कुमार गुजराल प्रधानमंत्री बने। लेकिन संयोग से बिहार में जन्म लेने वाला आदमी कभी दिल्ली का हुकुमत नहीं संभाल पाया।’ नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को प्रधानमंत्री बनाने के लिए जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) ने कुछ इस तरह से वकालत की। एनबीटी ऑनलाइन से एक्सक्लुसिव बातचीत में जगदानंद सिंह ने कहा कि इस बार बिहार के पास विषय और व्यक्ति दोनों है, सबको मदद करनी चाहिए।
‘लालू जी के पास मौके आए थे’
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 2024 में प्रधानमंत्री बनाने के लिए आरजेडी भी जोर लगा रही है। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कई दलीलें दी। उन्होंने कहा कि ‘लालू प्रसाद जी के पास मौके आए थे, जब वो देश का प्रधानमंत्री बन सकते थे। लेकिन नहीं बन पाए। मगर बिहार के ही बल देवेगौड़ा प्रधानमंत्री बन पाए। बिहार के ही बल पर बिहार से सांसद इंद्र कुमार गुजराल प्रधानमंत्री बने। लेकिन संयोग से बिहार में जन्म लेने वाला आदमी कभी दिल्ली का हुकुमत नहीं संभाल पाया। अब बिहारियों की इच्छा है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनें।’
‘सब लोग मिलकर बिहार को मौका दें’
जगदानंद सिंह ने कहा कि ‘भारत की आजादी की सबसे मजबूत लड़ाई, जिसको हम कहते हैं द्वितीय स्वतंत्रता, जो जयप्रकाश जी की अगुवाई में आंदोलन चला, वो भी बिहार का ही नेतृत्व था। जो अपेक्षाएं थीं, इस मुल्क को एकजुट करके ले चलने कि वो नहीं बन पाया। बिहार स्वंय इस बार अपनी इच्छा जाहिर की है कि भारत को कैसे दंगा मुक्त, उन्माद मुक्त, लोकतंत्र युक्त, भारत के संविधान के मुताबिक चलने लायक बनाया जाए। पूरे देश को एकजुट करके राजनीति ठीक करना है। अब लगता है कि बिहारी सबलोग तैयार हैं। अब इसमें दल को छोटा-बड़ा आजमाने की जरूरत नहीं है। मैं कहूंगा पूरे बिहार की ओर से एकजुट होकर, एक आवाज में, पूरे देश में, इस विषय को रखना है कि बिहार को एक मौका दो, सब लोग मिलकर। ताकि बिहार इस देश को सही रास्ते पर लेकर चल सके।’
‘व्यक्ति और चेहरे की चर्चा ठीक नहीं’
नीतीश कुमार को पीएम बनाने के समर्थन में जगदानंद सिंह ने कहा कि ‘बिहार के सभी लोग उनको (नीतीश कुमार) आगे कर चुके हैं। इसमें एक व्यक्ति के रूप में, एक चेहरे के रूप में, चर्चा नहीं करनी चाहिए। ये बिहार की बिहारियों की इच्छा है कि बिहार नेतृत्व करे। बिहार के सभी साथियों और वरिष्ठ नेता लालू प्रसाद जी स्वीकार कर चुके हैं। हम आज जितने लोग हैं, उसमें नीतीश जी को आगे करके बिहार का प्रतिनिधित्व दे चुके हैं। दिल्ली की हुकुमत को उनके (नीतीश कुमार) हाथ में सौंप दें ताकि इस देश को सही दिशा दें।
‘बिहार के पास विषय और व्यक्ति दोनों हैं’
पूरे देश के लोग नीतीश कुमार का सपोर्ट करेंगे? इस सवाल के जवाब में जगदानंद सिंह ने वीर कुंवर की लड़ाई का उदाहरण दिया। गांधी जी की आजादी का लड़ाई का जिक्र किया। सवालिया लहजे में कहा कि हम तो किसी को परदेशी नहीं मानते, देश हमारा है? फिर इस तरह के सवाल कहां से आते हैं? क्या बिहार अन्यों के लिए परदेशी है? जयप्रकाश जी के आंदोलन में पूरा देश था। मुझे आशा है इस बार भी पूरा देश साथ देगा। पहले बिहार सिर्फ विषय लेकर आता था, इस बार बिहार के पास विषय और व्यक्ति दोनों हैं।
सीट शेयरिंग पर कांग्रेस को नसीहत
बिहार कांग्रेस ने सीट शेयरिंग को लेकर नई डिमांड रखी है। 2024 लोकसभा चुनाव में बिहार कांग्रेस ने 13 सीटों की मांग की है। राज्य में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं। इस पर जगदानंद सिंह ने कहा कि ‘जब यूनाइटेड बिहार (बिहार-झारखंड) था तो 54 में से 53 सीटों को हमलोगों ने जीता था। सिर्फ एक पर कांग्रेस जीती थी। इसके बाद उन्होंने कहा कि एक से 15 और 21 की बात। अपेक्षाएं करनी चाहिए लेकिन हमारी अपनी अपेक्षा भी तो थी। हम तो बहुत कुछ करते चले गए। हमारा, उनका संकुचन द्वेष बिहार के हित में है, तो उसमें अपने को संकुचित नहीं बनना चाहिए, उदार बनना चाहिए। सबसे बड़ी बात ये कि क्या संख्या सरकार के लिए चाहिए या पार्टी के लिए? हम तो भारत की सरकार के लिए सबको सहयोग कर रहे हैं। सबको इसको मान कर चलना चाहिए कि दिल्ली की हुकुमत बदलने की जो ताकत है, वो किसी विवाद में न पड़े।’