गुजरात में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 93 सीटों पांच दिसंबर को मतदान है। पीएम मोदी आज अहमदाबाद से प्रचार अभियान का समापन कर रहे हैं। गुरुवार को पीएम मोदी ने 50 किमी का मेगा रोडशो निकाला। पहले चरण में 83 सीटों पर 63.14% वोटिंग हुई है। गुजरात चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज बनासकांठा के कांकरेज, पाटण, आणंद जिले के सोजित्रा और फिर अहमदाबाद के सरसपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मेदी की अब से कुछ देर में बनासकांठा के नाथपुरा में विजय संकल्प सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी 12 बजे पाटण पहुंचेंगे। यहा पर वह यूनिवर्सिटी ग्राउंड पर एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे आणंद और फिर अहमदाबाद में आखिरी चुनावी सभा करेंगे।
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गुजरात चुनाव: पहले चरण में 89 सीटों पर 63 प्रतिशत वोटिंग
पिछले चुनाव से 5.49% कम मतदान
गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग गुरुवार शाम 5 बजे पूरी हुई। 19 जिलों की 89 सीटों के लिए मैदान में उतरे 788 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। पहले चरण में 62.89 फीसदी लोगों ने मतदान किया। यह आंकड़ा 2017 में हुए चुनाव से 5.49% कम रहा। इतना ही नहीं इस बार 10 साल की सबसे कम वोटिंग हुई।
पिछली बार 4% कम वोटिंग से भाजपा की 15 सीट कम हुई थीं
बीते चुनाव में 2012 की तुलना में करीब 4% कम वोटिंग से भाजपा को इस रीजन में 15 सीटों का नुकसान हुआ था। इस रीजन में पाटीदार, ओबीसी और आदिवासी वोट निर्णायक माने जाते हैं। इन 89 सीटों में 32 पाटीदार बहुल और 16 आदिवासी बहुल सीटें हैं। सिर्फ दो जिलों नर्मदा और तापी में 70% से ज्यादा वोटिंग हुई है। 9 जिलों में वोटिंग 50% से 60% के बीच हुई है।
आदिवासियों के इलाकों में ज्यादा वोटिंग
ओवरऑल वोटिंग को देखें महानगरों, पाटीदारों के इलाकों में कम, लेकिन आदिवासियों के इलाकों में ज्यादा वोटिंग हुई है। हालांकि 2017 के मुकाबले एक भी जिले में ज्यादा वोटिंग नहीं हुई है। अहम यह है कि शहरी क्षेत्र को भाजपा का गढ़ माना जाता है। लेकिन शहरों में भी 11% वोटिंग घटी है। इस बार तीसरी ताकत आम आदमी पार्टी के आने से भी भाजपा-कांग्रेस की सीटें घट-बढ़ सकती हैं। उधर, केबल ब्रिज हादसे के बाद चर्चा में आए मोरबी में 67.65% वोट पड़े हैं। यहां 2017 में 73.66% और 2012 में 74.9% वोटिंग हुई थी।
गुजरात चुनाव से जुड़े रोचक फैक्ट्स
- गुजरात में 2012 का विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीधी लीडरशिप में लड़ा गया आखिरी चुनाव था। तब मोदी ही मुख्यमंत्री पद का चेहरा थे।
- 2012 के मुकाबले 2017 में पहले चरण की सीटों पर औसत वोटिंग घट गई थी। इसका सीधा नुकसान भाजपा को हुआ था।
- 2012 में जब वोटिंग ज्यादा हुई, तो भाजपा के खाते में 61 सीटें आई थीं। 2017 में वोटिंग घटने से भाजपा की सीटें भी घटकर 48 रह गईं।
182 सीटों के लिए हो रहे इस चुनाव के दूसरे चरण की 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग होगी। नतीजे 8 दिसंबर को यानी हिमाचल विधानसभा चुनाव के साथ ही आएंगे। राज्य में इस बार 4.6 लाख लोग पहली बार वोट करेंगे। चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने गुजरात में मोरबी पुल हादसे पर दुख जाहिर किया।