लोक संगीत बिहार के क्षेत्र में योगदान के लिए राष्ट्रपति द्वारा संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित किए जा चुके 68 वर्षीय लोकगायक ब्रज किशोर का शव सोमवार को मिलने से सनसनी मच गई। पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के केसरी नगर स्थित अजंता कालोनी में उनका शव उनके दोस्त द्वारा किराए पर लिए कमरे के बाथरूम में मिला। उनका सिर बाथरूम में पानी भरे टब में था और आधा शरीर कुर्सी पर था। उनका दोनों पैर तीन जगह गमछे से बंधा था। ब्रज किशोर मूल रूप से रोहतास जिला के रहने वाले थे, जो परिवार के साथ दीघा के पोल्सन मोड स्थित एलएच मेंसन अपार्टमेंट के दूसरे फ्लोर पर रहते थे। घटनास्थल पर उनकी बेटी मनीषा कुमार, पत्नी रामकुमारी देवी, दामाद मनिंद्र मिश्रा और छोटे बेटा भी पहुंचे थे। ब्रज किशोर लोक गायक होने के साथ ही गीतकार भी थे। बिहार बाबू, माई जैसे कई भोजपुरी फिल्मों के लिए उन्होंने गीत भी लिखा था। भोजपुरी अकादमी में सहायक निदेशक पद से सेवानिवृत्त हो गए थे। अकाशवाणी पटना से भी जुड़े थे।
ऐसा लग रहा है कि आत्महत्या की गई है। सुसाइड नोट भी मिली है। टीम जांच कर रही है, पोस्टमार्टम से स्पष्ट हो जाएगा। हर पहलू की जांच की जाएगी: राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता लोक संगीत लेखक ब्रज किशोर दुबे का अजंता कॉलोनी, केशरी नगर में शव मिलने पर संजय कुमार, डीएसपी, लॉ एंड ऑर्डर, पटना pic.twitter.com/SeAgIWFfXR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 14, 2022
बताया जा रहा है कि सोमवार को घटना की जानकारी मिलते ही पटना पुलिस की टीम डीएसपी के नेतृत्व में मौके पर पहुंच गई थी. लगभग दो घंटे की छानबीन के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया. बता दें कि घटनास्थल से पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है. पुलिस अधिकारियों की मानें तो कहीं कोई जख्म का निशान नहीं हैं. ऐसे में जांच की एक तरफ से तो यह आत्महत्या का मामला लग रहा है और मौके से सुसाइड नोट भी मिला है.
वहीं, दूसरी तरफ से देखा जाए तो शव बाथरूम में पानी भरे एक टब में था. उनका आधा नीचे का हिस्सा कुर्सी पर था और ऊपर का हिस्सा टब में पानी के अंदर और उनके दोनों पैर गमछे से तीन जगह बंधे हुए पाए गए हैं. फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पष्ट किया जा सकता है. कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है. कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.
बता दें कि बृज किशोर मूल रूप से रोहतास जिले के रहने वाले थे. गायक बृज किशोर को लोग संगीत बिहार के क्षेत्र में योगदान के लिए राष्ट्रपति द्वारा संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका था. बृज किशोर लोक गायक होने के साथ-साथ उम्दा किस्म के गीतकार भी थे. कई भोजपुरी फिल्मों के लिए वह गीत लिख चुके थे. भोजपुरी अकादमी से सहायक निदेशक के पद से रिटायर्ड बृज किशोर दुबे आकाशवाणी पटना से भी जुड़ चुके थे.
घटना के बारे में पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बृज किशोर की रविंद्र कुमार से सालों से जान पहचान थी. लोहा गेट के पास अजंता कालोनी में रविंद्र एक मकान की दूसरी मंजिल पर किराए का कमरा ले रखे हैं. उस कमरे में तीन चार साल से गायन, वादन, नृत्य का प्रशिक्षण किया जा रहा था. रविंद्र की ड्यूटी सोनपुर मेला में लगी थी. बृज किशोर उनसे शनिवार को कमरे की चाबी मांग ली थी. रविवार दोपहर में बृज किशोर दीघा स्थित फ्लैट से खाना खाकर अजंता कॉलोनी स्थित मकान पर गए.
स्वजनों की मानें तो जब भी उन्हें कुछ लिखना- पढ़ना होता था तो कई बार बाहर जाते थे. रविवार की रात वह घर नहीं लौटे. जब सुबह स्वजन उनके मोबाइल पर फोन किए तो बंद मिला. परेशान परिजनों द्वारा उनके वाट्सऐप पर मैसेज भी किया गया, कोई जवाब नहीं मिला. तब परिजनों द्वारा उनकी खोजबीन शुरू की गई और सोमवार दोपहर करीब तीन बजे अजंता कॉलोनी स्थित कमरे में पहुंचे तो देखा कि उनका शव बाथरूप में पड़ा है. घटनास्थल पर उनकी बेटी मनीषा कुमार, पत्नी रामकुमारी देवी, दामाद मनिंद्र मिश्रा और छोटे बेटा भी पहुंचे थे.
दोनों टब में भरा था पानी, कुर्सी पर उल्टा था शरीर
घटनास्थल पर पहुंचे ब्रज किशोर के दामाद मनिंद्र ने बताया कि जिस तरह से उनके पैर को तीन चार जगह से बांधा गया था, उसकी गांठ को खाेलने में पुलिस को काफी समय लगा। कैसे कोई पैर बांधकर सुसाइड कर सकता है। जिस टब में उनका सिर था उसमें पानी भरा था। बगल के टब में भी पानी था। पैर भी कुर्सी के ऊपर था। वहीं पत्नी ने बताया कि वह रविवार दोपहर में रोटी सब्जी खाकर घर से गए थे। उनका मोबाइल कभी बंद नहीं रहता था। वह सुसाइड नहीं कर सकते हैं। वहीं पुलिस बता रही है कि सुसाइड नोट मिला है और प्रथमदृष्टया मामला सुसाइड का लग रहा है।