कांग्रेस ने अपनी ‘भारत जोड़़ो’ यात्रा से पहले देश की राजधानी दिल्ली में महंगाई के खिलाफ हल्ला बोल रैली में ठीक–ठाक जमावड़़ा कर लिया। इससे उसे इस लंबी यात्रा के लिए उत्साह मिलेगा। कांग्रेस काफी समय से जिन झंझावातों से गुजर रही है‚ उससे निकल पाने की राह जनता के बीच से ही निकलेगी इस बात को कौन नहीं जानता। अब कांग्रेस ने यह हिम्मत की है तो भी वह अपने द्वंद्व में फंसी दिखती है। रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बढ़ती महंगाई‚ देश की सुरक्षा और आंतरिक हालात से संबंधित ज्वलंत मुद्दे उठाए। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी‚ भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि इस नफरत एवं क्रोध के माहौल का फायदा चीन‚ पाकिस्तान और उन सभी लोगों को होगा जो भारत के दुश्मन हैं। ईड़ी से न ड़रने का दावा करते हुए उन्होंने कहा‚ ‘देश में भविष्य का ड़र‚ महंगाई का ड़र और बेरोजगारी का ड़र बढ़ता जा रहा है। इसके कारण नफरत बढ़ती जा रही है। नफरत से लोग बंटते हैं और देश कमजोर होता है। इस ड़र और नफरत का फायदा सिर्फ दो उद्योगपति उठा रहे हैं।’ मीडि़या पर भी इन्हीं दो उद्योगपतियों का नियंत्रण है.हमारे लिए सब रास्ते बंद हैं‚ हमारे लिए सिर्फ एक ही रास्ता बचा है‚ वो रास्ता है– जनता के बीच जाकर जनता को देश की सच्चाई बताना और जनता की बात को सुनना व समझना।’ रैली में राहुल गांधी ने जितने गंभीर मुद्दे उठाए उतना ही गंभीर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनकी पार्टी अध्यक्ष पद पर ताजपोशी को लेकर दिखे। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से लेकर तमाम वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं का ध्यान रैली से अधिक इसी पर केंद्रित था। ऐसा लगता था कि जैसे यह रैली ज्वलंत मुद्दों से अधिक राहुल की रीलांचिंग के लिए की जा रही है। भाजपा ने इस बात को लेकर हमला ही बोल दिया। पार्टी ने आरोप लगाया कि यह रैली महंगाई के खिलाफ नहीं अपितु परिवार को बचाने के लिए की गई थी। कोई कांग्रेस का कप्तान बनने को भी तैयार नहीं है। राहुल गांधी को ऐसे वक्त में यह बिलकुल स्पष्ट करना होगा कि वह आखिर चाहते क्या हैं। देखा जाए तो कांग्रेस की पहली और आखिरी उलझन भी यही है। राहुल गांधी अगर कार्यकर्ताओं कोे मुद्दों पर सड़़क पर उतरकर संघर्ष करते देखना चाहते हैं तो उन्हें पहले खुद की राह स्पष्ट करनी होगी। बिना किसी द्वंद्व के उन्हें आगे बढ़ना होगा। अगर ऐसा होता है तो देश की सबसे पुरानी पार्टी फिर से सत्ता संग्राम के केंद्र में आ जाएगी।
पीएम मोदी ने किया ‘नमो ड्रोन दीदी’ कार्यक्रम का आगाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को महिला किसानों को बड़ी सौगात दी है. पीएम मोदी ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में...