जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि मीडिया आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हैं क्योंकि उन्हें दारू पीने के लिए नहीं मिल रहा है। अब दारू पीने के लिए नहीं मिल रहा है तो क्या करें‚ अब मुख्यमंत्री बिहार की जनता को देखें या पत्रकारों की मौज–मस्ती को। ललन सिंह बिहार में शराबबंदी को लेकर तारीफ कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महिलाओं की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की थी। शराबबंदी से आज घरेलू हिंसा कम हुई हैं। सडक पर शराब के नशे में लोग मारपीट नहीं करते हैं।
नीतीश कुमार के पीठ में छुरा भोंकने का काम आरसीपी सिंह ने किया। आरसीपी सिंह नीतीश कुमार के क्रिएशन थे। नीतीश कुमार ने ही उन्हें खादी का कुर्ता पायजामा दिया और पहनने के लिए सिखलाया भी। आरसीपी सिंह बताएं कि वह खादी का कुर्ता–पाजामा पहनना जानते थे। वे नीतीश कुमार के स्टाफ थे। सांसद ने कहा कि हम लोग राजनीतिक कार्यकर्ताओं १९७४ से हैं। काफी संघर्ष किया हूं। संघर्ष करने के बाद ही राजनीतिक कार्यकर्ता बनता है। उन्होंने कहा कि जिस आदमी ने उन्हें बनाया‚ जिनके वे क्रिएशन हैं‚ उन्हीं के पीठ में छुरा भोंकने का काम कर रहे हैं। उन्हीं को कहते हैं कि वह झूठ बोलते हैं। आरसीपी सिंह का कोई चरित्र ही नहीं है। उनकी चरित्र की बात छोड दीजिए‚ कुछ है ही नहीं। वह हवा हवाई हैं। उनकी अंतिम अभिलाषा सांसद बनने की थी। इस अभिलाषा को नीतीश कुमार ने पूरा कर दिया। उन्हें दो बार राज्यसभा का सदस्य बनाया और अंतिम अभिलाषा मंत्री बनने की भी पूरी हो गई। अब वह जाएं‚ घूमें और आराम करें।