उद्योग जगत के दिग्गजों ने कहा है कि वे अग्निवीरों को रिटायरमेंट के बाद नौकरी देने में प्राथमिकता देंगे। पिछले दिनों सरकार ने सेना में भर्ती की जो अग्निपथ योजना घोषित की है‚ उससे सेना में भर्ती के इच्छुक युवा आंदोलित हैं। कई राज्यों में हिंसा‚ तोड़़फोड़़ और आगजनी की घटनाएं हुइÈ। ट्रेन और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। अनेक ट्रेन रद्द कर दी गइ। सबसे ज्यादा हिंसा बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में हुई। आक्रोशित युवाओं को कहना है कि अग्निपथ में एक तो मात्र चार साल के लिए ही सेवा करने का अवसर मिलेगा‚ भर्ती किए गए अग्निवीरों में से २५ फीसद को सेना में रिटेन कर लिया जाएगा और बाकी ७५ फीसद को रिटायर‚ और उसके बाद रिटायर हुए युवकों के सामने नये सिरे से नौकरी की तलाश या कोई स्व–रोजगार करने की जद्दोजहद दरपेश होगी। अलबत्ता‚ उन्हें एकमुश्त रकम देकर रिटायर किया जाएगा और दावा यह भी है कि सेना में सेवा के दौरान उन्हें कुछ विधाओं में कुशल कर दिया जाएगा और उनकी शैक्षणिक योग्यता में इजाफा करने के अवसर भी दिए जाएंगे ताकि रिटायर होने के बाद उन्हें नये रोजगार पाने में योग्यता के लिहाज से कोई समस्या न हो। बहरहाल‚ सेना में चार साल की सेवा करने के उपरांत रिटायर किए गए लोगों के सामने अनिश्चितता तो होगी ही। ऐसे में उद्योग जगत का आगे बढ़कर यकीन दिलाना निश्चित ही स्वागतयोग्य रुख है। उद्योग जगत अपने कार्मिकों की दक्षता और कुशलता से कोई समझौता नहीं करता। यदि वह कह रहा है कि सेना से रिटायर हुए युवकों को नौकरियों की चिंता नहीं करनी चाहिए तो इसका अर्थ यह भी है कि उद्योग के दिग्ग्गजों को पूरा यकीन है कि उन्हें दक्ष मानव संसाधन मिल जाएंगे। वैसे भी सेना में सेवा के दौरान सैनिकों के कौशल और शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के प्रयास होंगे। अनुशासन तो उनमें कूट–कूट कर भर चुका होगा। इसलिए कॉरपोरेट जगत भी उत्साहित है कि उसे अनुशासिन मानव संसाधन मिलेगा। यदि ऐसा होता है तो निश्चित ही देश में रोजगार का पूरा परिदृश्य ही बदल जाएगा। मानव संसाधन का अनुशासित होना किसी भी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का अनिवार्य कारक करार दिया जाता है। तो उम्मीद करें कि देश में रोजगार का भावी परिदृश्य उत्साहजनक होगा।
भाजपा नेताओं के साथ BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सुनी ‘मन की बात’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात की। इस दौरान साल 1975 में देश में इंदिरा सरकार द्वारा...