उत्तर प्रदेश ही नहीं देश की सियासत में अलग पहचान बना चुके, भगवा वस्त्रधारी, हिंदुत्ववादी छवि के पुरोधा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज जन्मदिन है।
योगी यूपी की सत्ता पर काबिज हुए तो एक के बाद एक ऐसे फैसले लिये कि लोग रामायण की उस बात की चर्चा करने लगे- एक संन्यासी से अच्छा राजा कौन हो सकता है!
शुरुआत में कानून संबंधी लिये गए योगी के फैसलों से यूपी में इनामी बदमाशों ने थाने जाकर सरेंडर किया तो उनके फैसलों की प्रशंसा दूसरे प्रदेशों के आमजन भी करने लगे। फिर चाहे एंटी रोमियो स्क्वॉड हो या फिर अपराधियों की भूमि की बुलडोजर चलना हो, उनके फैसलों पर उंगुली भी उठी, लेकिन योगी का इस पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। तमाम आलोचनाओं के बावजूद योगी आदित्यनाथ देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं और यूपी के लोगों की पहली पसंद हैं। 2022 के चुनाव में तो बाबा का बुलडोजर छाया रहा। विपक्ष ने बुलडोजर को खूब कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की, लेकिन आमजन को योगी आदित्यनाथ का ये ऑपरेशन क्लीन पसंद आया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर मॉडल पूरे देश में अनुकरणीय बन गया। पिछले 20 दिनों में या कहें कि सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल में 100 से ज्यादा अपराधियों और माफियाओं पर गरजा बुल्डोजर और 200 करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त कराई गई। उनके फैसले यूपी के विकास की नई कहानी अपने आप कह रहे हैं। उनके फैसलों में दूरदर्शिता और दृढ़इच्छा दिखती है।
सरकार बनते ही मुफ्त राशन योजना को 3 महीने बढ़ाने के फैसले ने जहां सीएम योगी के गरीबों के प्रति सेवा और समर्पण भाव को दिखाया है। योगी सरकार 2.0 की पहली कैबिनेट का पहला बड़ा फैसला, मुफ्त राशन योजना को तीन महीने बढ़ाया, 15 करोड़ लोगों को राशन आगे भी मिलता रहेगा। इतना ही नहीं दो वर्ष के अंदर 10 लाख करोड़ रु पये के निवेश लक्ष्य के साथ फिर 100 दिन में तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित हुई। 80,224 करोड़ की परियोजनाओं से 05 लाख प्रत्यक्ष और 20 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर देने की यूपी सरकार की तैयारी है, जिसके मुखिया योगी आदित्यनाथ हैं। औद्योगिक निवेश की बढ़ावा देने के लिए बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है यूपी। भ्रष्टाचार, लापरवाही और जनता से जुड़ी समस्याओं में अनदेखी करने के मामले में वह जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने वाले मुख्यमंत्री हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए कई आईएएस अधिकारियों के तबादले तो कई अधिकारियों को वेटिंग लिस्ट में डाला।
गरीबों के लिए आवास उपलब्ध कराने की दिशा में सीएम योगी ने अगले 6 महीने में 2.51 लाख ने आवास बनाने का लक्ष्य लेकर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित 63 हिंदू बंगाली परिवारों के पुनर्वास के लिए भूमि के पट्टे का स्वीकृति पत्र देने वाले और उनका दर्द महसूस करने वाले मुख्यमंत्री हैं योगी आदित्यनाथ। प्रदेश में आने वाले पांच सालों में मेडिकल प्रोफेशनल सीटें दोगुनी करने का निर्देश हो या यूपी की 100 ग्राम पंचायतों में खिलाड़ियों को ओपन जिम की सौगात देनी हो, योगी आदित्यनाथ युवा और विद्यार्थियों को सुविधाएं देने के लिए चिंतन करने वाले सीएम हैं। भगवा वस्त्रधारी योगी पर विपक्ष ने तंज कसा था कि शायद उन्हें टैबलेट चलाना नहीं आता है, लेकिन योगी तकनीकि रूप से कितने दक्ष है, उसका परिणाम बीते दिनों देखने को मिला जब उन्होंने उत्तर प्रदेश के विधानसभा भवन को पूरी तरह पेपरलेस और हाईटेक कर दिया।
एक तरफ उत्तर प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट के क्षेत्र में नई इबारत लिख रहा है तो दूसरी तरफ अयोध्या, काशी, मथुरा और गोरखपुर जैसे शहर यहां की आध्यात्मिक भव्यता का बखान कर रहे हैं। आज वास्तव में उत्तर प्रदेश, उत्तम प्रदेश बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। योगी आदित्यनाथ की बदौलत आज यहां के नागरिक भयमुक्त जीवन यापन कर रहे हैं। योगी ने जिस सौहार्द और स्नेह के साथ श्रमिकों और गरीब लोगों के बारे में सोचा है वह स्वागतयोग्य है। योगी ऐसे धर्म का अनुयायी होने में हमें गर्व का अनुभव करा रहे हैं, जिसने संसार को सहिष्णुता की शिक्षा दी है।