पूर्णिया में सड़क हादसे में 8 मजदूरों की मौत हो गई। 8 लोग घायल बताए जा रहे हैं। हादसा सुबह साढ़े 3 बजे जलालगढ़ थाना क्षेत्र की सीमा में काली मंदिर के पास हुआ है। सभी मजदूर त्रिपुरा से ट्रक में बोरिंग के पाइप लेकर जम्मू कश्मीर जा रहे थे। सभी मजदूर राजस्थान और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। मरने वालों में सभी राजस्थान के हैं।
सुबह-सुबह ट्रक अनियंत्रित होकर NH-57 पर पलट गया। हादसे के वक्त सभी मजदूर उसमें लदे लोहे के पाइप पर सो रहे थे। जैसे ही ट्रक पलटा 8 मजदूर उसी पाइप के नीचे दब गए। जिसके उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
राजस्थान और उत्तर प्रदेश के हैं मजदूर
बताया जा रहा है कि 12 मजदूर राजस्थान के उदयपुर और बाकी जिलों के थे। वहीं 2 मजदूर उत्तर प्रदेश के बताए जा रहे हैं। घायलों में 2 लोगों को पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। 6 लोगों को चोट आई हैं। जिनका इलाज जारी है। ट्रक का नंबर RJ-37GB 4377 है। जो बोरिंग के लिए लोहे के पाइप लोड कर अगरतल्ला से जम्मू कश्मीर जा रहा था।
मृतकों की पहचान राजस्थान के उदयपुर खैरवाड़ा गांव के ईश्वर लाल, वसु लाल, काबा राम, कांति लाला, हरीश, मनी लाला, दुष्मंत के रूप में हुई है। वहीं एक मृतक मजदूर की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया।
राजस्थान के उदयपुर के निवासी प्रकाश परमार ने बताया कि ट्रक त्रिपुरा के अगरतला से जम्मू कश्मीर बोरवेल के काम से पाइप लेकर जा रहा था। NH 57 पर ड्राइवर को झपकी आ गई, जिससे ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गई। मेरी नींद खुली तो देखा अन्य मेरे पापा और चाचा समेत अन्य साथ पाइप के नीचे दबे थे। उनके पास गया तो पता चला कि दोनों की सांसे थम चुकी थीं। कुल 8 लोगों की लाशें पड़ी हुई थी। मैं सन्न रह गया।
वहीं ट्रक पर सवार 18 वर्षीय भीखालाल ने बताया कि हम लोग ट्रक के ऊपर पाइप पर बिस्तर लगा कर सो रहे थे कि अचानक ट्रक पलट गया। मैं साइड में सोया हुआ था। इसके कारण दूर जाकर गिरा। मुझे चोट भी लगी, लेकिन जब तक मैं उठकर देखता तब तक सभी लोग लोहे से दब गए थे।
राजस्थान के उदयपुर के निवासी प्रकाश परमार ने बताया कि ट्रक त्रिपुरा के अगरतला से जम्मू कश्मीर बोरवेल के काम से पाइप लेकर जा रही थी। NH 57 पर ड्राइवर को झपकी आ गई, जिससे ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गई। मेरी नींद खुली तो देखा अन्य मेरे पापा और चाचा समेत अन्य साथ पाइप के नीचे दबे थे। उनके पास गया तो पता चला कि दोनों की सांसे थम चुकी थीं। कुल 8 लोगों की लाशें पड़ी हुई थी। मैं सन्न रह गया। कुछ देर बाद अन्य साथियों ने संभाला। ड्राइवर बुरी तरह से दब गया था जिसे मैं किसी तरह खींच कर निकाला खींच कर निकाला। मेरे साथ अन्य 2 लोग यूपी के हैं, जिसे हल्की चोट आई है।
जम्मू कश्मीर जा रहे थे सभी
वहीं ट्रक पर सवार 18 वर्षीय भीखालाल ने बताया कि हम लोग ट्रक के ऊपर पाइप पर बिस्तर लगा कर सो रहे थे कि अचानक ट्रक पलट गई, जिसमें मैं साइड में सोया हुआ था। इसके कारण दूर जाकर गिरा जिससे मुझे चोट भी लगी लेकिन जब तक मैं उठकर देखता तो सभी लोग लोहे से दब गए थे। मैं राजस्थान से डेढ़ महीने पहले बोरवेल का काम करने त्रिपुरा के अगरतल्ला आया था।बोरवेल के काम से ही जम्मू कश्मीर जा रहा था। रास्ते में यह घटना हुई। मरने वाले में से एक मेरे गांव से था।
पाइप के ऊपर सो रहे थे
वहीं एक अन्य मजदूर (राजस्थान के रौशन लाल) ने बताया कि हमलोग पाइप के ऊपर सो रहे थे। ट्रक ड्राइवर को नींद आ गई या क्या हुआ मुझे पता नहीं… अचानक ट्रक पलट गई। ट्रक के पास गिरने के कारण में पाइप के सहारे बीचों-बीच 10 मीटर तक घसीटता चला गया। कुछ देर तक रोड पर ही पड़ा रहा। शरीर जख्मी हो गया था। दर्द से कराह रहा था। कुछ देर बाद हिम्मत जुटाई और किसी तरह बाहर निकला। बाद में यहां के स्थानीय लोग पहुंचे और मदद की।