राजस्थान एक महीने के दौरान तीसरी बार सांप्रदायिक दंगों का दंश झेल रहा है। इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह नगर जोधपुर दंगों का केंद्र है। सोमवार देर रात दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी की घटना हुई। मंगलवार सुबह फिर से पत्थरबाजी हुई। घरों और दुकानों पर पत्थर फेंके गए। कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हिंसा भड़़कने के बाद ९७ लोगों को गिरफ्तार किया गया और शहर के १० थाना क्षेत्रों में कफ्र्यू लगा दिया गया है। जोधपुर के इस सांप्रदायिक दंगे से पिछले २ अप्रैल को राजस्थान के ही करौली में हुई सांप्रदायिक हिंसा की स्मृतियां ताजा हो गइ। इस हिंसा में ३६ लोग घायल हो गए थे। करौली में हिंदू नव वर्ष के अवसर पर निकाली गई मोटरसाइकिल रैली पर पथराव के बाद हिंसा भड़क गई थी। जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव की शुरु आत सोमवार आधी रात के बाद के बाद उस समय हुई जब कथित तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने शहर के एक सर्किल पर स्थित स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर धार्मिक झंडा लगाया‚ जिसका हिंदू समुदाय के लोगों ने विरोध किया। कहा जा सकता है कि मुट्ठी भर धार्मिक ‚ मजहबी उन्मादी लोगों के कारण ईद और अक्षया तृतीया का त्योहार मातम में बदल गया। यह गौर करने वाली बात है कि इन दिनों देश के विभिन्न हिस्सों में संप्रदायिक तनाव की घटनाएं बढ़ रही हैं‚ विशेषकर पर्व और त्योहारों के दौरान। इसलिए पुलिस और प्रशासन को पर्व–त्योहारों के दौरान विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए। जोधपुर की घटना प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन की नाकामी और लापरवाही बयान कर रही है क्योंकि पिछले एक महीने में तीसरी बार राजस्थान सांप्रदायिकता की आग में झुलस गया। प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा का चुनाव होने वाला है। इस तरह की सांप्रदायिक घटनाएं सामाजिक और मजहबी ध्रुवीकरणकी नींव को मजबूत करती हैं। राजनीतिक दल चुनाव में इसका फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। वास्तव में सांप्रदायिक हिंसा किसी भी आधुनिक समाज के माथे पर धब्बा है। सरकार और पुलिस प्रशासन की इच्छाशक्ति यदि मजबूत हो तो किसी भी शहर या कस्बे में सांप्रदायिक दंगा भड़क ही नहीं सकता। और त्योहारों के अवसर पर संवेदनशील इलाकों में विशेष पुलिस बल की तैनाती करनी चाहिए और स्थानीय खुफिया तंत्र को मजबूत बनाने पर जोर देना चाहिए।
करौली, जोधपुर के बाद राजस्थान के भीलवाड़ा में तनाव, इंटरनेट बंद; सीएम गहलोत बोले- यह बीजेपी-आरएसएस की प्लानिंग
राजस्थान के करौली और जोधपुर के बाद अब भीलवाड़ा में भी तनाव की स्थिति खड़ी हो गई है। शहर के सांगानेर में बीती रात दो युवकों पर हमले के बाद हालात खराब हो गए हैं। घायल युवकों तो एमजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया कि सांगानेर की कर्बला रोड पर आजाद और सद्दाम नाम के दो युवक खाना खा रहे थे। इसी बीच कुछ लोगों ने उनपर हमला कर दिया और उनकी बाइक में आग लगा दी। भीलवाड़ा के कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि अभी हमले की वजह सामने नहीं आई है, हम मामले की जांच कर रहे हैं।
बीजेपी-आरएसएस वालों की प्लानिंग: गहलोत
आशीष मोदी ने बताया कि अगले 24 घंटों के लिए शहर में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं। वहीं घटना को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि आरएसएस और बीजेपी वाले करौली, जोधपुर और रामगढ़ में दंगे भड़काने की योजना बना रहे थे। उन्होंने कहा, ‘हमने समय पर कार्रवाई की और उसकी वजह से केवल छोटी-छोटी घटनाएं हुईं। हमने अपराधियों को गिरफ्तार किया है और किसी को नहीं बख्शेंगे। हम राज्य में हिंसा नहीं होने देंगे।’