देश में एक बार फिर कोरोना के केसों (Corona Case) में तेजी से इजाफा हो रहा है. इसे लेकर कई राज्यों ने फिर से कोरोना से संबंधित प्रतिबंध लागू कर दिए हैं. दिल्ली में तो मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. अगर कोई व्यक्ति इस नियम का उल्लंघन करेगा तो उस पर 500 रुपये का जुर्माना लगेगा. इस बीच कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर चिंताजनक खबर आई है कि देश में पिछले 24 घंटे में कोविड (Covid-19) के 2500 से ज्यादा मामले सामने आए हैं.
देश में कोरोना वायरस को लेकर दहशत का माहौल है. यहां पिछले एक दिन में शनिवार को कोविड के 2,527 नए केस सामने आए हैं. भारत में अब कोरोना का मामला बढ़कर 15,079 हो गया है. दैनिक सकारात्मकता दर 0.56 फीसदी है. हालांकि, कोरोना वायरस के खिलाफ तेजी वैक्सीनेशन अभियान भी चल रहा है. इस बार कोरोना की चपेट में ज्यादातर बच्चे आ रहे हैं. इसकी वजह से कई स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है.
देश में पॉजिटिविटी रेट 0.03 प्रतिशत है, जबकि डेट रेट 1.21 फीसदी है. एक दिन में कोरोना से 34 लोगों की मौत हुई, जिससे मौतों की संख्या बढ़कर 522,149 हो गई है. हालांकि, कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है. आपको बता दें कि देश में शुक्रवार को कोरोना के 2,451 नए मामले सामने आए थे, एक दिन में कोरोना से 54 लोगों की मौत हुई.
कोरोना के नए वेरिएंट का बिहार में मदर वेरिएंट:
देश को डराने वाले ओमिक्रॉन के नए म्यूटेट वायरस के दोनों मदर वैरिएंट बिहार में तीसरी लहर में मिल चुके हैं। बिहार में तीसरी लहर में ओमिक्रॉन का BA.1 और BA.2 वैरिएंट मिला था। दोनों से रीकंबाइंड होकर नया वैरिएंट XE बन गया है। इस नए वैरिएंट का स्पाइक प्रोटीन BA.2 जैसा है और बाकी हिस्सा BA.1 जैसा है। अब बिहार में शोध की तैयारी है। इसके लिए इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रो वायरोलॉजी विभाग में व्यवस्था बनाई गई है। आइए, एक्सपर्ट से जानते हैं, कोरोना का नया वैरिएंट और उसका खतरा…
देश में दो नए वैरिएंट ने उड़ाई नींद
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रोवायरोलॉजी विभाग के साइंटिस्ट डॉ. अभय बताते हैं कि देश में दो नए वैरिएंट अब तक डिटेक्ट हुए जो तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली में XE वैरिएंट काे लेकर तेजी से बढ़ने की बात हो रही थी, लेकिन वहां पाया गया है कि वह अधिक नहीं है। अधिकतर मामले BA.2.12 के हैं। यह ओमिक्रॉन का ही वैरिएंट है। ओमिक्रॉन का दो टाइप है, इसमें एक BA.1 और BA.2 है। इसमें एक और म्यूटेशन हो गया है, जिसका नाम BA.2.12 है। इसमें ग्रोथ एडवांटेज काफी अधिक है। यह तेजी से बढ़ता है, इसका खतरा कितना होगा। यह अब तक रिपोर्ट नहीं हो पाया है। हालांकि दोनों वैरिएंट नए हैं, दोनों ही रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
जानिए क्या है नया XE वैरिएंट
IGIMS के वायरोलॉजी विभाग के साइंटिस्ट डॉ अभय बताते हैं कि XE वैरिएंट काफी इंट्रेस्टिंग हैं। इसे बायोलॉजी में रिकॉमिनेंट वायरस बोलते हैं। यह ओमिक्रॉन से ही आया है। आसामन भाषा में समझाते हुए डॉ अभय ने बताया कि ओमिक्रॉन के दो टाइप हैं, एक BA.1 और दूसरा BA.2 है। बिहार में दोनों टाइप के वैरिएंट तीसरी लहर में मिल चुके हैं। दोनों में BA.2 तो काफी अधिक मिला था और BA.1 की संख्या थोड़ी कम थी। दोनों ही नए XE वैरिएंट के मदर वैरिएंट हैं। दोनो वायरस आपस में रीकंबाइन कर गए यानि मर्ज कर गए हैं। दोनों का कुछ कुछ हिस्सा नए वैरिएंट में आ गया है।
दो भाइयों से समझिए नए वैरिएंट की कहानी
साइंटिस्ट डॉ अभय नए वैरिएंट के बनने की कहानी बताते हैं कि जैसे दो भाई हैं, राम और श्याम, दोनों का ऐसा मिलन हो जाए कि राम का हाथ पैर रहे और बाकी हिस्सा श्याम का हो। ऐसा ही कोरोना के नए वैरिएंट XE के साथ हुआ है। ओमिक्रॉन के टाइप BA.1 और BA.2 राम और श्याम की तरह मिलकर नए वैरिएंट बन गए हैं। इस नए वैरिएंट को लेकर एक्सपर्ट का कहना है कि कहीं पर भी ऐसी घटना हुई है, जहां BA.1 और BA.2 मिलकर नए वैरिएंट पैदा किए हैं। ऐसा हो सकता है कि BA.1 और BA.2 किसी एक ही व्यक्ति को एक ही समय में इंनफेक्ट किए होंगे। दोनों वायरस उस इंसान की बॉडी में जाकर आपस में रीकंबाइंड कर गए। दोनो का पुर्नसंयोजन हो गया, जिससे नया वैरिएंट XE के रूप में सामने आ गया। एक्सपर्ट डॉ अभय बताते हैं कि XE के जो स्पाइक प्रोटीन हैं वह BA.2 की तरह हैं, बाकी हिस्सा BA.1 जैसा है।
नए वैरिएंट में तेजी से फैलने की है क्षमता
एक्सपर्ट डॉ अभय बताते हैं कि ओमिक्राॅन के दो टाइप से अब नया वैरिएंट बना है जो फैल रहा है। यह भारत के साथ दूसरे देशों में भी तेजी से फैल रहा है। इस समय भारत में जो अध्ययन में पाया गया है उसके मुताबिक BA.2.12 तेजी से बढ़ रहा है। दिल्ली में 40% संक्रमितों में BA.2.12 मिला है जो ओमिक्रॉन का ही नए म्यूटेशन है। पाया गया है कि XE का वैरिएंट थोड़ा कम है। डेल्टा की तरह जानलेवा नहीं, लेकिन कुछ भी नहीं होगा यह नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि ओमिक्रॉन से भी कई लोगों की जान गई है।
शोध की चल रही तैयारी
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रो वायरोलॉजी विभाग की एचओडी प्रोफेसर डॉक्टर नम्रता कुमारी का हना है कि देश में तेजी से बढ़ रहे नए वैरिएंट से बिहार में भी खतरा है। इसके लिए इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में पूरी तैयारी की जा रही है। नया वैरिएंट चाहे XE हो या फिर BA.2.12 हो, इसका पता लगाया जाएगा। वह संस्थान में ही चेक हो इस पर पूरा शोध किया जाएगा। केस बढ़ता है तो पहले यह पता लगाया जाएगा कि कौन सा वैरिएंट है, और उसका कितना असर है। डिटेक्शन के साथ ही पूरी पड़ताल की जाएगी। नए नए वैरिएंट को लेकर पूरा शोध किया जाएगा। इन दोनों वैरिएंट के अलावा अगर बिहार में कोई नया वैरिएंट मिला जो देश में कहीं डिटेक्ट नहीं हुआ है, उसका भी पता लगाया जाएगा। इस पर पूरा शोध किया जाएगा। IGIMS में BA.2.12 है या फिर XE हो, सभी की पड़ताल व शोध का पूरा इंतजाम है।