सोमवार को बिहार विधानसभा में स्पीकर और मुख्यमंत्री के विवाद का असर मंगलवार को सदन की कार्यवाही पर दिखा. मंगलवार को मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष दोनों ही सदन में नहीं आये. इसको लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
आज यानी मंगलवार को सुबह जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विधानसभा अध्यक्ष सदन में नहीं आए. सदन में विपक्षी दल आरजेडी ने हंगामा किया. जिसके कारण कार्यवाही भोजन अवकाश यानी दोपहर 2:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. दोपहर 2:00 बजे जब विधान सभा की बैठक दोबारा शुरू हुई तो भी स्पीकर विजय कुमार सिन्हा सदन में नहीं पहुंचे हैं. अभ्यासी सदस्य के तौर पर प्रेम कुमार विधानसभा में कार्यवाही का संचालन कर रहे थे.
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सदन के पटल पर विधायी संबंधी दस्तावेज रखे. इसके बाद ग्रामीण विकास विभाग की तरफ से बजट का प्रस्ताव रखा गया. आसन पर मौजूद प्रेम कुमार ने विपक्षी सदस्यों को कटौती प्रस्ताव पेश करने के लिए कहा, लेकिन हंगामे के बीच सदन में विपक्षी सदस्य वेल में आ गए.
विधायक ललित यादव का कहना था कि इस मामले में सरकार को खेद जताना चाहिए. मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सदन में स्पीकर के आने के बाद ही कार्यवाही चलेगी. इसपर सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि सोमवार को मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के बीच जो बातचीत हुई. उसे लेकर बेवजह तूल दिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने सदन की नियमावली का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखी थी. विजय चौधरी के बयान के बाद सदन में हंगामा और तेज हो गया. कल के प्रकरण पर सरकार की ओर से जो कुछ कहा गया आरजेडी विधायक ललित यादव ने सदन में उस पर कड़ी आपत्ति जतायी है. इसके बाद पीठासीन अधिकारी प्रेम कुमार ने दोपहर दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया.
कांग्रेस की तरफ से विधायक विजय शंकर दुबे ने कटौती का प्रस्ताव पेश किया और उन्होंने अपना संबोधन शुरू किया था. इसी बीच सदन में हंगामा बढ़ता देख कार्यवाही को 4:50 तक स्थगित कर दिया गया. उधर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा विधानसभा स्थित अपने कक्ष में मौजूद हैं. लेकिन सदन की कार्यवाही का संचालन करने वह नहीं आ रहे हैं. विपक्ष इस मसले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से माफी की मांग कर रहा है. जबकि स्पीकर भी मुख्यमंत्री की तरफ से किए गए बर्ताव को लेकर खासे नाराज हैं.
उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज मनेर शरीफ पहुंचे हैं। मनेर शरीफ मजार पर मुख्यमंत्री ने चादरपोशी की है। सीएम नीतीश कुमार ने चादरपोशी के साथ ही बिहार की बेहतरी और अमन-चैन के लिए वहां दुआ भी मांगी है। मनेर शरीफ मजार पर चादरपोशी करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वह बिहार में अमन चैन और आपसी प्रेम भाईचारे के लिए काम करते हैं।
चादरपोशी के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वह पिछले कई वर्षों से यहां आते रहे हैं। बीच में कोरोना के कारण वह मनेर शरीफ नहीं आ पाए थे। इस बार फिर से उन्हें यहां आने का मौका मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि चादरपोशी करने के बाद उन्हें बेहद खुशी हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अमन-चैन के लिए दुआ करते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि वह बिहार में प्रेम और भाईचारा कायम करने के लिए किस कदर काम कर रहे हैं, यह सबको नजर आ रहा है।
हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा अध्यक्ष को लेकर सवाल किए जाने पर उसे टाल गए हैं। मुख्यमंत्री से जब स्पीकर मामले को लेकर सवाल किया गया तो वह उसे अनसुना कर आगे की ओर बढ़ गए।