अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन‚ बिहार इकाई के तत्वावधान में रविवार को विद्यापति भवन में स्वास्थ्य शिविर एवं विजयी पंचायत प्रतिनिधियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। शिविर का आरंभ मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया। उद्घाटन उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने किया। मुख्य वक्ता विधान पार्षद प्रो. राजेन्द्र प्रसाद‚ विशिष्ट अतिथि शिक्षा विभाग के निदेशक सुशील कुमार और अरविंद महिला कॉलेज की प्राचार्या प्रो. पूनम थीं। अध्यक्षता संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता एवं अतिथियों का स्वागत ड़ॉ. सुनंदा केसरी ने किया। बिहार के विभिन्न पंचायतों से जीते करीब ४०० प्रतिनिधियों को सम्मान पत्र‚ अंगवस्त्र‚ मोमेंटो और मेडल देकर सम्मानित किया गया।
स्वास्थ्य शिविर में समारोह में आए २५० लोगों की जांच की गई। शिविर में ड़ॉ. सुभाष चंद्रा‚ ड़ॉ. सुनील अग्रवाल‚ ड़ॉ. श्रीराम शाह‚ ड़ॉ. विश्वमोहन प्रियदर्शी‚ ड़ॉ. जितेन्द्र कुमार‚ ड़ॉ. रचना जैन‚ ड़ॉ. रवि प्रकाश और ड़ॉ. ऋतिका गुप्ता ने ब्लड शूगर‚ ईसीजी‚ बीपी‚ दांत आदि की जांच कर सलाह दी। सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए अध्यक्षयीय भाषण में प्रो.जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता ने बिहार में व्यावसायिक आयोग का गठन करने‚ वैश्य समाज की उपजातियों के लिए एक ही जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने‚ जुलाई में होने वाले द्विवार्षिक विधान परिषद चुनाव में वैश्य समाज से दो लोगों को उम्मीदवार बनाने की मांग की। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि वैश्य समाज की सभी उपजातियों को एकजुट होकर गोलबंद होने की जरूरत है। उन्होंने समाज के लोगों को राजनीति की मुख्यधारा में आने का आह्वान किया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से वैश्य समाज के संगठनों ने आम लोगों की सेवा की‚ वह सराहनीय कदम है। उन्होंने वैश्य समाज के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। मुख्य वक्ता मुख्य वक्ता प्रो. राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि वैश्य समाज को और ज्यादा एकत्रित होने की जरूरत है।