त्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में चुनाव से पहले विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उत्तर प्रदेश से दोनों शब्दों का विन्यास करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए ‘योगी ही उपयोगी’ हैं। मोदी ने लखनऊ प्रवास के समय मुख्यमंत्री योगी के कंधे पर हाथ रखकर जुगलबंदी भी की। वह फोटो संचार माध्यमों द्वारा अभी भी प्रसारित हो रही है।
२०१७ के विधानसभा चुनावों में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला था। भाजपा नेतृत्व ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए योगी आदित्यनाथ को चुना। इस चयन के बाद अनेक लोगों के मन में प्रश्न थे कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर संत को बैठना चाहिए या नहीं। सदैव आलोचना की दृष्टि लेकर विचार करने वाले विद्वान कहते थे कि कर्मकांडी व्यक्ति का विकास‚ आधुनिकता‚ विज्ञान एवं तकनीक से क्या संबंध। विकास के आधार पर सर्वेक्षण करने वाले सभी समूह बाबा के शासन की प्रशंसा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों के उत्थान के लिए जो योजनाएं बनाइ‚ उनका कुशलता के साथ क्रियान्वयन उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कराया। सपा और बसपा के शासनकाल में लचर एवं पक्षपातपूर्ण कानून व्यवस्था में गुंडों को समर्थन मिलने से उत्तर प्रदेश कानून के स्थान पर गुंडों के राज वाला प्रदेश बन गया। पश्चिम से लेकर पूरब तक अपहरण‚ बलात्कार‚ अवैध वसूली‚ भू–माफिया राज ही चलता था। ड़रे लोग अपना घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हुए। योगी ने प्रथम चुनौती मानकर कानून का शासन स्थापित करने का संकल्प लिया। गुंडों पर करारा प्रहार उत्तर प्रदेश की पुलिस ने किया।
पांच वर्षों में १४० एनकाउंटर‚ मुठभेड़ की ३३३० घटनाएं हुइ। २०१७ में ७०१३ गिरफ्तारी एवं ८२६५२४ चार्जशीट की तुलना में २०२० में एनसीआरबी के आंकड़ों के आधार पर ७८४७८४ गिरफ्तारी और १०९५००१ चार्जशीट दायर हुइ। घटना होने पर तुरंत कार्रवाई और प्रत्येक अपराध की एफआईआर योगी शासन की विशेषता है। खूंखार अपराधी जेलों में प्राणों की भीख मांग रहे हैं। इसका परिणाम है व्यापारी दुकान सकुशल आता है‚ किसान की खेती सुरक्षित है। सपा‚ बसपा के कुशासन का परिणाम था कि महिला सुरक्षित नहीं थीं। स्कूल–कॉलेजों के बाहर विद्यालय में लड़कियों के आने–जाने के समय लड़कों के झुंड छेड़छाड़ को उपस्थित रहते थे। किसी भी लड़की का विद्यालय जाना संभव नहीं था। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र के वादे के अनुसार एंटी रोमियो स्कवाड बनाकर महिला सुरक्षा का अभियान चलाया। तीन वर्षों की रिपोर्ट के अनुसार १४४५८ गिरफ्तारियां हुइ। ‘ऑपरेशन दुराचारी’ एवं ‘मिशन शक्ति’ जैसी योजनाओं का परिणाम है कि आज माताएं–बहुएं–बहनें–बेटियां सभी सुरक्षित हैं। सभी के प्रति न्याय एवं सभी के विकास को ध्यान में रखते हुए अपने धर्म एवं संस्कृति के प्रति आस्था एवं विश्वास योगी आदित्यानाथ का व्यक्तित्व है। गोरखपुर मठ श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के साथ पहले से जुड़ा है एवं मठ के सभी महंतों का सक्रिय एवं महत्वपूर्ण योगदान है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर‚ काशी विश्वनाथ को भव्यता प्रदान हो रही है। मुख्यमंत्री योगी ने ब्रजधाम के विकास के साथ–साथ सभी तीर्थों के विकास की योजना क्रियान्वयन कराया।
अब सभी धर्मों के त्योहार शांतिपूर्ण संपन्न हो रहे हैं। उन्होंने स्वयं कांवड़ यात्रा पर हेलिकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा कर अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। अवैध बूचड़खाने बंद कर अवैध पशु कटान को रोकना एवं पर्यावरण संरक्षण का अभूतपूर्व उदाहरण प्रस्तुत किया। लव जेहाद‚ धर्मांतरण पर प्रभावी कानून लाकर संस्कृति के संरक्षण का अनूठा प्रयास है। विकास के पहलू पर विचार करते समय लोग योगी को ‘एक्सप्रेसवे मैन’ कहने लगे हैं। सपा एवं बसपा के पंद्रह वर्षों के शासनकाल में ५६७ किमी. एक्सप्रेसवे बना था ‚ जबकि पांच वर्षों में ६०० किमी. एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हुआ। ‘बीमारू राज्य’ से निकल कर उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे राज्य हो गया। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे‚ बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पूर्ण एवं गंगा एक्सप्रेसवे की योजना स्वीकृत हुई। लखनऊ के बाद कानपुर‚ आगरा मेट्रो व दिल्ली–मेरठ रेपिड रेल प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा है अथवा प्रारंभ होने वाला है। केंद्र के सहयोग से जेवर‚ अयोध्या‚ कुशीनगर हवाईपत्तन पूर्णता की ओर बढ़ रहे हैं। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश चौथे से दूसरे स्थान पर आ गया है। जीएसडीपी के आधार पर उत्तर प्रदेश देश की दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन गई। गत वर्ष की तुलना में १३% की वृद्धि हुई। अठारह घंटे गांव में और २४ घंटे बिजली शहरों में उपलब्ध कराने का काम योगी सरकार ने किया।
चौंतीस लाख गांवों तक पेयजल पहंुचाया है। ‘अभ्युदय’ योजना के अंतर्गत १८ लाख प्रतियोगी छात्रों को कोचिंग दी है। स्वदेशी के भाव को मुखर करते हुए ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) योजना के माध्यम से कुटीर एवं गृह उद्योग को बढ़ावा मिला है‚ जिससे नये रोजगार सृजित हुए हैं। सार्वजनिक जीवन में आर्थिक शुचिता के तो योगी पर्याय ही बन गए हैं। ई–टेडरिंग से भ्रष्टाचार पर प्रहार किया। कोरोना में कठोर प्रशासनिक क्षमता द्वारा महामाी पर नियंत्रण पाया। गौतमबुद्ध नगर में फिल्म सिटी‚ देवबंद में एनएसजी कमांडो प्रशिक्षण केंद्र‚ पलायित मजदूरों को रोजगार‚ प्रशासन चलाने में तकनीक का उपयोग योगी जी की बेजोड़ क्षमता को प्रकट करते हैं।
लखनऊ में डिफेंस एक्सपो‚ बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर‚ नोएडा में सैमसंग कारखाना उद्योंगों के विकास की गाथा लिखते हैं। गन्ना मूल्य के त्वरित भुगतान में सफल संरक्षण का उदाहरण था। व्यक्तिगत धर्म के ऊपर राजधर्म को रखते हुए योगी जी अपने पिताजी के अंतिम संस्कार में नहीं गए। नोएडा न आने के मिथक को तोड़कर बाबा ने अपनी विज्ञान‚ आधुनिक‚ तकनीक आधारित प्रगतिशील सोच को प्रस्तुत किया जो उनके बारे में पुरातनपंथी‚ कर्मकांडी छवि निर्माण करने वाले लोगों को सटीक उत्तर है। संस्कृति एवं विकास की दृष्टि लेकर कार्य करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के लिए वरदान साबित हुए हैं। वे निश्चयी‚ कठोर परिश्रमी‚ कुशल प्रशासक एवं ईमानदार नेता हैं। इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें उपयोगी कहा है। उप्र को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए योगी का पुनः मुख्यमंत्री बनना आवश्यक है।