सैयद शाहनवाज हुसैन का उद्योग मंत्री के रूप में एक साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में वृहस्पतिवार को राज्य के उद्यमियों ने बीआईए की अगुवाई में मिलन सह उद्योग संवाद आयोजित कर अभिनंदन किया। ॥ इस अवसर पर मंत्री ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल में राज्य के उद्योग तथा औद्योकिरण की गति को तीव्र करने की दिशा में किए गए उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के कारण लगभग ३ से ४ माह काम करने का अवसर नहीं मिलने के बावजूद राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद के माध्यम से राज्य में लगभग ४० हजार करोड के औद्योगिक निवेश के प्रोजेक्ट्स स्वीकृत किए गये। उन्होंने कहा कि हाल में केंद्र सरकार ने फ्लेक्सी इंजन के संचालन की अनुमति दी है। अर्थात गाडियां अब केवल इथेनॉल से चल सकें गी। इस नीति से इथेनॉल उद्योग को बल मिलेगा। राज्य में इथेनॉल आधारित उद्योगों के विकास की संभावना है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक वातावरण के मद्देनजर राज्य में कानून का शासन‚ औद्योगिक भूखंड‚ आधारभूत संरचना जैसी सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण देश के निवेशकों की रुचि राज्य में निवेश करने की ओर बढी है। बीआईए के साथ बैठक में प्राप्त सूचना के आधार पर राज्य के विभिन्न जगहों पर औद्योगिक क्षेत्र का भ्रमण किया तथा वहां के उद्यमियों के साथ सीधा सम्पर्क भी किया। औद्योगिक क्षेत्रों की आधारभूत संरचना को सुदृढ करने के लिए मुजफ्फरपुर स्थित बेला औद्योगिक क्षेत्र के लिए ११५ करोड रुपये का आवंटन किया गया। हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र को मॉडल औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए १५० करोड की कार्य योजना पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों की क्षमता का सही इस्तेमाल हो इसके मद्देनजर राज्य के स्टार्टअप तथा औद्योगिक नीति में बडा बदलाव जल्द दिखेगा। मंत्री ने बीआईए के वेंचरपार्क के लिए तीन करोडकी स्वीकृति की सराहना करते हुए कहा कि नीति के प्रावधान के तहत राज्य सरकार भी तीन करोड रुपये उपलब्ध करायेगी। इसके पूर्व बीआईए के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने राज्य के उद्योग जगत एवं बीआई की ओर से मंत्री का अभिनंदन किया। इस दौरान पिछले एक वर्ष में राज्य में उद्योग तथा औद्योकिरण की दिशा में सरकार के पहल एवं उपलब्धियों पर डाक्युमेंटरी का प्रदर्शन किया गया। महासचिव आशीष रोहती ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह‚ सुबोध कुमार गोयल‚ भरत अग्रवाल‚ कोषाध्यक्ष मनीष कुमार तिवारी‚ पूर्व अध्यक्ष केपीएस केशरी‚ रामलाल खेतान‚ पूर्व उपाध्यक्ष जीपी सिंह‚ सुनील कुमार सिंह के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री को बीआईए में वृहस्पतिवार को बिदासरिया कुकिंग के प्रबंधक महाबीर बिदासरिया ने ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि गत वर्ष आयोजित स्वागत समारोह में आपने आश्वस्त किया था कि चुनाव के बाद १०० दिनों में हमारी लंबित समस्याओं का समाधान कर दिया जायेगा। बीआईए के अध्यक्ष को अपना निजी सलाहकार भी नियुक्त किया था। पर यह सिर्फ राजनीतिक आश्वासन रह गया। औद्योगिक नीति २०११ अंतर्गत स्थापित हजारों उद्यमी उद्योग विभाग की उदासीनता के कारण अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मंत्री को दिए ज्ञापन में उन्होंने कहा कि सक्षम प्राधिकार की अनुमति के आधार पर उद्यमियों को मिलने वाले पूंजीगत अनुदान‚ अन्य अनुदान और वैट प्रतिपूर्ति की सहायता पर रोक लगा दी गयी थी। दो वर्ष पूर्व उच्च एवं उच्चतम न्यायालय के नीतिगत आदेश के बाद भी उद्यमियों को देय अनुदान अब तक नहीं मिला है। चार वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी २०११ नीति के अंतगर्त प्रतिपूर्ति हेतु नियमानुसार प्रक्रिया निर्धारण की अधिसूचना निर्गत नहीं हुई है। कई प्रतिवेदन देने के बाद लोक शिकायत निवारण अधिनियम के अंतर्गत परिवाद (९९९८८० १२५०३२१०८३६०/२।) दायर किया है। गत चार माह में अपर मुख्य सचिव सह द्वितीय अपीलीय प्राधिकार द्वारा पारित किसी आदेश की जानकारी अब तक नहीं मिली है। कार्यरत उद्यमियों की समस्याओं का उद्योग विभाग के शीर्ष स्तर पर भी न्यायोचित निष्पादन नहीं होना निराशाजनक है जो उद्यमियों के प्रति सरकार की नकारात्मक मानसिकता का परिचय देता है। ज्ञापन में कहा गया कि उद्योग विभाग के आग्रह पर राज्य कर विभाग ने प्रतिपूर्ति के वैधानिक विषय पर अपना मंतव्य दिया था।