कुछ महीने बाद 5 राज्यों में- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा, मणिपुर में विधानसभा चुनावों होने हैं। राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी है। हर दल सत्ता में अपनी दावेदारी सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है।
वहीं, आज पीएम मोदी आज हिमाचल दौरे पर हैं। पीएम मोदी राज्य के मंडी जाएंगे और 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली पनबिजली परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकार के चार साल पूरे हो रहे हैं।
इस बीच, चुनाव आयोग और स्वास्थ्य सचिव की फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों और ओमिक्रॉन के गहराते खतरे के बीच बैठक है। इसमें आगामी विधानसभा चुनावों कराए जाने को लेकर वार्ता की जाएगी।
बता दें कि गोवा, पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल मार्च में अलग-अलग तारीखों पर समाप्त हो रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा का कार्यकाल मई में समाप्त होगा। निर्वाचन आयोग अगले महीने चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। आयोग चुनाव प्रचार, मतदान के दिनों और मतगणना की तारीखों के लिए अपने कोविड-19 प्रोटोकॉल में सुधार को लेकर भूषण से सुझाव भी मांग सकता है।
बता दें कि पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनावी रैलियों पर बैन और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को टालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और निर्वाचन आयोग से अपील की थी। हाईकोर्ट ने जिस तरह से केंद्रीय चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री से अपील की है तो निश्चित तौर पर उसके बाद से केंद्रीय चुनाव आयोग के ऊपर भी एक अतिरिक्त जिम्मेदारी बढ़ गई है।
इसके साथ निर्वाचन आयोग की आज होने वाली महत्वपूर्ण बैठक पर सभी राजनीतिक दलों की निगाहें लगी हुई हैं। बता दें कि पिछले दिनों मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्र के नेतृत्व में टीम पिछले दिनों पंजाब, गोवा और उत्तराखंड के दौरे पर गई थी। इन राज्यों में आयोग की टीम ने विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस और प्रशासन के साथ राजनीतिक दलों के नेताओं से भी चर्चा की । अब 29 दिसंबर को आयोग की टीम उत्तर प्रदेश के दौरे पर चुनाव तैयारियों का जायजा लेने जाएगी।