संसद का शीतकालीन सत्र कई मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के बीच मंगलवार को तय समय से एक दिन पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। इस दौरान राज्यसभा में चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक पारित हो गया। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया। वहीं, निलंबित राज्यसभा सांसदों की सूची में डेरेक ओ ब्रायन नाम भी जुड़ गया, मंगलवार को राज्यसभा में तृणमूल के नेता डेरेक ओब्रायन भी गलत व्यवहार के कारण निलंबित हो गए। दरअसल चुनाव सुधार से जुड़े कानून को पारित कराते वक्त डेरेक ने रूल बुक ही महासचिव के सामने टेबल पर फेंक दिया। विधेयक पर मतदान की जरूरत ही नहीं पड़ी क्योंकि विपक्ष वाकआउट कर चुका था और विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गया।
संसदीय सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि चूंकि अधिकतर सरकारी विधायी कार्य अभी तक संपन्न हो चुका है. ऐसे में मौजूदा सत्र को उसके निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित किया जा सकता है. मौजूदा शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और इसके 23 दिसंबर तक चलने का कार्यक्रम था. इस बार का संसद सत्र भी हंगामे की भेंट चढ़ा. संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन (29 नवंबर) राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले सत्र के दौरान कथित तौर पर किए गए ‘अशोभनीय आचरण’ इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था. सासंदों के निलंबन के बाद लगातार विपक्ष सदन में निलंबन रद्द करने की मांग करता रहा मगर सभापति ने निलंबन रद्द नहीं किया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने लखीमपुर खीरी मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग करते हुए मंगलवार को यहां मार्च निकाला. विपक्षी दलों के नेताओं एवं सांसदों ने यहां संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने से मार्च शुरू किया और विजय चौक तक गए. इस मार्च में राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक के तिरुचि शिवा, शिवसेना के संजय राउत और कई अन्य नेता शामिल थे. राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, ‘किसानों और आम जनता के खिलाफ जो किया जा रहा है, उसको हम स्वीकार नहीं करेंगे.’ द्रमुक के तिरुचि शिवा ने कहा कि अजय मिश्रा को बर्खास्त किए जाने तक विपक्ष की लड़ाई जारी रहेगी. शिवसेना के संजय राउत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘संसद का यह सत्र भले ही खत्म हो जाए, लेकिन लखीमपुर खीरी की लड़ाई चलती रहेगी. पूरे विश्व ने देखा कि मंत्री के पुत्र ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया, लेकिन प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने नहीं देखा.’
उन्होंने कहा, ‘मंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए.’ विपक्षी दल पिछले कई दिनों से यह मांग कर रहे हैं कि अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए और लखीमपुर खीरी मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) की ओर से अदालत में दिए गए आवेदन पर सदन में चर्चा कराई जाए. मार्च निकालने वाले कई विपक्षी नेताओं ने यह भी कहा कि 12 सांसदों का निलंबन रद्द किया जाना चाहिए. उनका दावा है कि इन सांसदों का निलंबन असंवैधानिक है.
संसद शीतकालीन सत्र : कई मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के बीच मंगलवार को राज्यसभा में चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक पारित हो गया। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया। वहीं, निलंबित राज्यसभा सांसदों की सूची में डेरेक ओ ब्रायन नाम भी जुड़ गया, मंगलवार को राज्यसभा में तृणमूल के नेता डेरेक ओब्रायन भी गलत व्यवहार के कारण निलंबित हो गए। दरअसल चुनाव सुधार से जुड़े कानून को पारित कराते वक्त डेरेक ने रूल बुक ही महासचिव के सामने टेबल पर फेंक दिया। विधेयक पर मतदान की जरूरत ही नहीं पड़ी क्योंकि विपक्ष वाकआउट कर चुका था और विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गया। संसद के शीतकालीन सत्र के लाइव अपडेट के लिए बने रहें…
Updates:
संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा ने 82% उत्पादकता दर्ज की, जबकि राज्यसभा ने 47% उत्पादकता दर्ज की: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री, प्रल्हाद जोशी
-राज्यसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि शीतकालीन सत्र में सदन का प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा। उन्होंने कहा, ‘यह बेहतर हो सकता था। सभी को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है कि क्या गलत हुआ। नियमों, विनियमों, प्रक्रियाओं और मिसालों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।’
-लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में व्यवधान के कारण 18 घंटे 48 मिनट से अधिक समय बर्बाद हुआ। हालांकि, महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा की गई और उन्हें मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि सदन ने ओमिक्रोन, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की।
-दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू
-विरोध स्वरूप निलंबित विपक्षी सांसद आज संविधान की प्रस्तावना पढ़ेंगे।
-सरकार ने जानबूझकर 12 सांसदों को निलंबित कर दिया ताकि बिल आसानी से पास हो सकें। हमने सरकार से निलंबन रद करने का अनुरोध किया ताकि सदन सुचारू रूप से चल सके लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया: राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे
-शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और इसके 23 दिसंबर तक चलने का कार्यक्रम था। हालांकि, विपक्ष के हर दिन हंगामे के मद्देनजर बुधवार को भी सदन चलने के आसार कम है। ऐसे में संसद के शीतकालीन सत्र के निर्धारित समय से एक दिन पहले ही खत्म होने की संभावना जताई जा रही है। पूरी उम्मीद है कि आज स्थगित हो जाएगा शीत सत्र।
-टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन आज संसद में गांधी प्रतिमा पर 12 निलंबित सांसदों को जोइन करेंगे, जो अपने निलंबन का विरोध करते हुए धरना दे रहे हैं।
-लखीमपुर खीरी कांड पर कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने लोकसभा में दिया स्थगन नोटिस, गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के तत्काल इस्तीफे की मांग की।
-लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘सरकार ने कहा है कि बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक 2021 [मंगलवार को सदन में पेश] को स्थायी समिति को भेजा जाएगा।’
-आज सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित किया जा सकता है। राज्यसभा के भी कार्यवाही स्थगित होने की संभावना है। विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के विरोध के बीच 29 नवंबर को पहले दिन के बाद से संसद को कई बार स्थगित किया गया है।
विपक्ष की मुख्य मांग उन 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को वापस लेने की है, जिन्हें जुलाई-अगस्त में मानसून सत्र के दौरान हुई घटनाओं के कारण निलंबित कर दिया गया था। विपक्षी सांसदों की एक और मांग 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा भी है।