G7 ने वर्तमान में ओमीक्रॉन (Omicron) वेरिएंट को वैश्विक स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है. जी7 ने कहा कि ऐसे हालात में पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण सभी देशों को काफी निकटता से एक-दूसरे को सहयोग करना है. जी7 के स्नास्थ्य मंत्रियों ने कहा कि ओमीक्रॉन के बढ़ते मामले को लेकर गहराई से चिंतन करने की जरूरत है. साथ ही कहा कि यह पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कि सभी देश बारीकी से एक-दूसरे का सहयोग करें और निगरानी करने के साथ-साथ डेटा को भी साझा करें. वर्तमान में इस समूह के अध्यक्ष ब्रिटेन (Britain) की ओर से यह बयान जारी किया गया है. G7 के स्वास्थ्य मंत्रियों ने ब्रिटेन में बैठक आयोजित की जहां हाल के दिनों में ओमीक्रॉन के मामलों की दर में तेजी को लेकर चर्चा की गई.
मंत्रियों ने बैठक के दौरान इसके प्रसार से निपटने के लिए डायग्नोस्टिक्स, जीनोम सीक्वेंसिंग, टीकों और चिकित्सीय तक वैश्विक पहुंच पर ध्यान केंद्रित किया. बयान में कहा गया कि वे बूस्टर अभियानों के बढ़ते महत्व और निरंतर गैर-दवा उपायों के साथ नियमित परीक्षण पर भी सहमत हुए. वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति ने अपने देश के नागरिकों को ओमीक्रॉन से सतर्क रहने के लिए आगाह किया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने दी चेतावनी
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी कि कोरोना वायरस का ओमीक्रॉन वेरिएंट अमेरिका में बहुत तेजी से फैल सकता है. उन्होंने अमेरिकियों से टीकाकरण को बढ़ावा देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इसके लिए एकमात्र सुरक्षा अधिक से अधिक टीकाकरण है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने भी ओमीक्रॉन को लेकर चिंता जाहिर करते हुए अपने देश के नागरिकों को इस नए वेरिएंट से सतर्क रहने के लिए आगाह किया है. बाइडन ने कहा कि यूनाइटेड स्टेट्स में कोरोना वायरस काफी तेजी से फैल सकता है. ऐसे में वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) नहीं लेने वालों की मौत भी हो सकती है. बाइडन ने लोगों से कहा कि वो जल्द से जल्द बूस्टर शॉट लें.