बिहार की गौरवशाली गरिमा को फिर से स्थापित करना मेरी सरकार का एकमात्र संकल्प है। कुशेश्वरस्थान क्षेत्र को बाढ़ से जल्द निजात मिलेगी। इसके लिए आज से काम शुरू कर दिया गया है‚ जिसे जल्द पूरा कर लिया जायेगा। दरभंगा में एम्स का निर्माण किया जा रहा है। दरभंगा मेडि़कल कॉलेज अस्पताल का भी कायाकल्प होगा। ड़ीएमसीएच का पुनगर्ठन एवं विस्तार किया जायेगा।’ ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को कुशेश्वरस्थान के नंदकिशोर उच्च विद्यालय में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने यहां चल रही कई विकास योजनाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि विकास से कोसों दूर मिथिलांचल को प्राथमिकता के साथ विकास के नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है। कुशेश्वरस्थान में मछली एवं मखाना पर आधारित उद्योगों के लिए पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार की १३ करोड़ लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए हरसंभव प्रयास जारी है। बिहार की प्राचीन गरिमा की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि मिथिला की भूमि ज्ञान‚ शक्ति और उपासना का स्थल रही है। विद्यापति‚ वाचस्पति‚ भारती‚ मंडन‚ राजा शलहेस‚ शहीद सूर्यनारायण सिंह जैसे विभूतियों से यहां की भूमि उर्वरा रही है। इस धरती की मछली और मखाना देश स्तर पर एक रोजगार का साधन बना हुआ है। उन्होंने मिथिला पेंटिंग को मिथिलांचल की एक ऐतिहासिक संपत्ति बताते हुए कहा कि अब यह पेंटिंग कला के क्षेत्र में विश्व स्तर पर पर देश का नाम रौशन कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के चौर के पूरे इलाके का मैंने हवाई सर्वेक्षण किया है। यहां की एक–एक समस्या का समाधान किया जायेगा। उन्होंने का कि चौर में अत्यधिक वर्षापात से जलजमाव के समस्या को लेकर बैठक हुई थी। इसमें जल संसाधन मंत्री ने अधिकारियों के साथ समाधान का जो सुझाव दिया है‚ उसमें पहला काम आज से शुरू कर दिया गया है। प्रस्तावित एम्स के मुद्े पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जहां–जहां जाता था‚ वहां के लोग एम्स की मांग करते थे‚ परंतु मैंने सभी जगह स्पष्ट कर दिया था कि पटना में पहला और दरभंगा में दूसरा मेडि़कल कॉलेज बना था। उसी तर्ज पर पटना में पहला एम्स बना‚ तो दूसरा दरभंगा में ही बनेगा। उन्होंने कहा कि हमने दरभंगा मेडि़कल कॉलेज अस्पताल (ड़ीएमसीएच) को ही एम्स में अपग्रेड़ करने का सुझाव दिया था‚ जिसे तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकार भी कर लिया‚ परंतु बाद में कहा गया कि नये सिरे से एम्स बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा ड़ीएमसीएच का पुनगर्ठन एवं विस्तार किया जायेगा।
AIIMS को २०० एकड़‚ DMCH के पास रहेगी 87 एकड़ जमीनः नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एम्स के लिए २०० एकड़ जमीन दिया जाएगा। साथ ही ड़ीएमसीएच के लिए जो एक अवधारणा हो गई थी कि ड़ीएमसीएच के लिए मात्र २७ एकड़ जमीन ही बचेगा यह गलत है। इसके अलावा ड़ीएमसीएच को ५० एकड़ जमीन दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि ड़ीएमसीएच का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसकी भी चाहरदिवारी से घेराबंदी की जाएगी। ड्रेनेज सिस्टम बनाकर पानी निकासी की व्यवस्था होगी। इसे और अधिक बेहतर बनाया जाएगा। इससे पूर्व सीएम ने ड़ीएमसीएच के ऑडि़टोरियम में प्रस्तावित एम्स एवं ड़ीएमसीएच के विकासात्मक योजनाओं को लेकर तैयार किया गया प्रोजेक्ट का जायजा लिया। सीएम के साथ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांड़े‚ शिक्षा मंत्री विजय चौधरी‚ जल संसाधन मंत्री संजय झा‚ सांसद गोपाल जी ठाकुर‚ नगर विधायक संजय सरावगी सहित संबंधित विभाग के प्रधान सचिव एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
कुशेश्वरस्थान मंदिर में सीएम ने की पूजा
जन संवाद कार्यक्रम में कुशेश्वरस्थान पहुंचे बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मिथिला के बाबा धाम के नाम से प्रसिद्ध कुशेश्वरनाथ बाबा मंदिर में पूरी भक्तिभाव से पूजा अर्चना की। पूजा के क्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने संपूर्ण मिथिलांचल एवं बिहारबासियो के साथ साथ देशवासियों के जन कल्याण के लिए भगवान भोलेनाथ से कामना की है। इस अवसर पर सीएम के साथ रहे दरभंगा जिला जदयू के अध्यक्ष सह बेनीपुर बिधायक ड़ा अजय चौधरी ने इस मंदिर की ऐतिहासिक तथा पौराणिक महत्व के संबंध में सीएम को जानकारी देते हुए कहा कि मिथिलांचल मे इस जगह को श्रदालु मिथिला का देवघर से भी पुकारते हैं तथा यहाँ पहुचने वालों की हर तमन्ना पूरी होती है। पूजा के क्रम में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी‚ जल संसाधन मंत्री संजय झा स्थानीय बिधायक अमन भूषण हजारी सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी साथ थे।