बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जनसेवा ही सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए और कार्यपालिका में बैठे लोग भी लोक सेवक ही हैं‚ खासकर उन्हें यह समझना होगा। सदन के समय के अधिकाधिक सदुपयोग के लिए कार्यपालिका को पूरी सजगता और संवेदनशीलता से अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। यह बातें श्री सिन्हा ने २९ नवम्बर‚ २०२१ से शुरू हो रहे सप्तदश बिहार विधान सभा के चतुर्थ सत्र की तैयारियों के क्रम में सदस्यों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर उपलब्ध कराये जाने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकृत नोडल पदाधिकारियों के साथ सभा सचिवालय में आयोजित बैठक के दौरान कहीं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा‚ प्रश्नोत्तरकाल सदस्यों के लिए सबसे महत्वपूर्ण विधायी औजार होता है। जनहित में इसका अधिकाधिक सदुपयोग हो सके और फलस्वरूप सदन में सार्थक विमर्श हो‚ इसके लिए जरूरी है कि सभी विभाग सदस्यों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर नियमानुसार ५ दिनों पूर्व और विशेष परिस्थिति में प्रश्नों के लिए निर्धारत उत्तर की तिथि के ७२ घंटे पूर्व सभा सचिवालय को उपलब्ध करायें। प्रश्नों के उत्तर को ससमय विधान सभा को उपलब्ध कराने में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। ससमय प्रश्नों का उत्तर नहीं उपलब्ध कराने वाले विभागों के संबंधित पदाधिकारियों को चिह्नित कर उनकी जिम्मेवारी तय की जायेगी। जब सदस्य बिहार की जनता के हित में सदन को चलाने के लिए कटिबद्ध हैं तो ऐसे में विभागों द्वारा समय पर १०० प्रतिशत उत्तर समय पर उपलब्ध करा दिये जायें ताकि सदन में प्रश्नकाल के दौरान सदस्य इससे संबंधित पूरक प्रश्नों को पूछ सके और अधिक से अधिक प्रश्न लिये जा सकें। इससे विकास को गति मिलेगी और जनजीवन सुखी बन सकेगा। श्री सिन्हा ने इस व्यवस्था को सुनिश्चित कराने के लिए बैठक में उपस्थित संसदीय कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को एक पत्र भेजने का निर्देश सभा सचिव को दिया ताकि उस पत्र के आधार पर श्री मेहरोत्रा सरकार के विभागों से समन्वय स्थापित कर यह कार्य करा सकें।
बैठक के दौरान श्री सिन्हा ने कहा कि सदन के दौरान प्रश्नकाल में वह किसी भी सदस्य को बिना क्रम के भी प्रश्न पूछने की इजाजत दे सकते हैं‚ इसलिए विभागीय पदाधिकारीगण हर प्रश्नों के उत्तर तैयार कर सभा सचिवालय को उपलब्ध करायें जिससे सरकार को सदन में जवाब देने में कोई दिक्कत का सामना न करना पडे। उन्होंने सप्तदश बिहार विधान सभा के संपन्न हुए तीन सत्रों में कतिपय प्रश्नों का उत्तर विभिन्न विभागों द्वारा सभा सचिवालय को अबतक उपलब्ध नहीं कराये जाने पर कडी नाराजगी जाहिर की। साथ ही सभा सचिव को निर्देश दिया कि इन प्रश्नों की सत्रवार और विभागवार सूची बनाकर संसदीय कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को उपलब्ध करा दें ताकि सभी विभागों से मॉनीटर कर इसे यथाशीघ्र सभा सचिवालय को उपलब्ध करायें। प्रश्नों का उत्तर नहीं उपलब्ध कराये जाने को उन्होंने विकास में बाधक माना है।