देश में चल रहे किसान आन्दोलन का एक वर्ष पूरा होने पर शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशव्यापी विरोध कार्यक्रम आयोजित किया गया। किसान आन्दोलन के समर्थक कार्यकर्ताओं का बुद्ध स्मृति पार्क के पास जुटान हुआ। आरंभ में विरोध सभा आयोजित की गई। सभा की समाप्ति के बाद अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के तत्वावधान में विरोध प्रदर्शन जुलूस के रूप में आरंभ हुआ जो नारा लगाते हुए डाक बंगला चौराहे को पार कर हिन्दी भवन स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचा। वहां राष्ट्रपति को सम्बोधित स्मार पत्र जिलाधिकारी से मिलकर शिष्टमंडल ने उन्हें सौंप दिया। सात सूत्री स्मार पत्र में मांग की गई है कि अविलंब तीनों कृषि कानूनों को संसद से वापस लेने की प्रक्रिया पूरी की जाए‚ किसान आन्दोलन की अन्य लंबित मांगों–न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी‚ बिजली संशोधन विधेयक २०२० की वापसी को अमलीजामा पहनाने आदि मांगें हैं। इसके साथ ही किसान आन्दोलन के शहीदों की स्मृति में दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर जमीन आवंटित कर स्मारक का निर्माण कराने ‚ उनके परिजनों को समुचित मुआवजा देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने‚ आन्दोलन के दौरान कार्यकर्ताओं पर किए गए फर्जी मुकदमे को हटाने‚ की मांग भी की गई। साथ हीं पूंजीपक्षी चार श्रम संहिताओं को रद् करने और बिहार में एपीएमसी (कृषि मंडी) को पुनर्बहाल करने की मांगें भी स्मारपत्र में की गई। बुद्ध स्मृति पार्क के समीप प्रदर्शन के पहले सभा हुई‚ जिसे विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा मजदूर संगठनों के नेताओं ने भी सम्बोधित किया। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति‚ बिहार के तत्वावधान में आयोजित सभा की अध्यक्षता तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडली ने किया‚ जिसमें बिहार राज्य किसान सभा के सचिव रवीन्द्र नाथ राय‚ किसान संघर्ष समिति (बिहार) के संयोजक दिनेश सिंह एवं अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के उपाध्यक्ष मणिकांत पाठक शामिल थे।
सभा का संचालन अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता उमेश सिंह ने किया। सभा को सम्बोधित करने वाले प्रमुख नेताओं में अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव एवं किसान संघर्ष समन्वय समिति के बिहार प्रभारी राजाराम सिंह‚ बिहार राज्य किसान सभा के नेता रवीन्द्र नाथ राय‚ अखिल भारतीय किसान महासभा के पटना जिला के सचिव कृपा नारायण सिंह‚ अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के नेता मणिकांत पाठक ‚ बिहार राज्य किसान सभा (जमाल रोड) के नेता सोनेलाल प्रसाद‚ अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा के नेता सुभाष यादव‚ किसान संघर्ष समिति (बिहार) के संयोजक दिनेश सिंह ‚नेशन फर फार्मर्स के गोपाल कृष्ण‚ अग्रगामी किसान सभा (बिहार) के महासचिव अमेरिका महतो‚ किसान मजदूर नौजवान मोर्चा के अध्यक्ष कल्लू सिंह‚ भारतीय मूल निवासी किसान सभा के सिपाही यादव‚ अखिल भारतीय किसान फेडरेशन के जमीरूद्ीन‚ किसान पंचायत धनरूआ के उमेश शर्मा आदि के नाम हैं। धरना कार्यक्रम में शामिल मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी सभा को संबोधित किया। इसमें ऐक्टू के नेता आरएन ठाकुर‚ सीआईटीयू के राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह‚ एटक के नेता कौशलेंद्र कुमार‚ सूर्यकर जीतेन्द्र‚ इफ्टू (सर्वहारा) के नेता मंटू प्रमुख हैं। जिलाधिकारी से मिलकर स्मारपत्र सौंपने वाले शिष्टमंडल में उमेश सिंह‚ नंदकिशोर सिंह दिनेश सिंह‚ मणिकांत पाठक‚ चन्द्रप्रकाश सिंह एवं सोनेलाल प्रसाद शरीक थे। जिलाधिकारी को स्मारपत्र‚ तीनों कृषि कानूनों को संसद से वापस लेने की प्रक्रिया पूरी की जाए॥ किसान आन्दोलन का एक वर्ष पूरा होने पर राजधानी पटना में किसान समर्थकों का प्रदर्शन।