करतारपुर कॉरिडोर को आज से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। कोरोना महामारी से पैदा हुए हालात के कारण पिछले साल 16 मार्च को करतारपुर कॉरीडोर बंद करने का फैसला किया गया था। अब बीस महीने के बाद सिखों के इस सबसे पवित्र स्थान तक पहुंचने का रास्ता खोल दिया गया है। इससे पहले मंगलवार शाम को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कॉरिडोर को खोलने के फैसले की जानकारी दी। अमित शाह ने लिखा कि श्री करतारपुर साहिब करोड़ों देशवासियों की असीम श्रद्धा का केंद्र है और इस कॉरिडोर का फिर से संचालन शुरू करने का निर्णय सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने के फैसले के बाद सिख सुमदाय में उत्साह का माहौल है। इस कॉरिडोर के खोले जाने से भारतीय सिख बिना वीजा के गुरुद्वारे में मत्था टेक सकेंगे। उधर, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने करतारपुर कॉरिडोर दोबारा खोलने के केंद्र के फैसले का मंगलवार को स्वागत किया और कहा कि राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य उस ‘जत्थे’ का हिस्सा होंगे जो 18 नवंबर को पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक स्थल का दौरा करेगा।
चन्नी ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से गलियारे को पुनः खोलने का अनुरोध किया था। चन्नी ने, “मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं।” चन्नी ने संवाददाताओं से कहा, “पूरा मंत्रिमंडल उस पहले जत्थे का हिस्सा होगा जो 18 नवंबर को जाकर श्रद्धांजलि देगा।” चन्नी ने बाद में ट्वीट किया, “श्री गुरु नानक देव जी के 552वें प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर श्री करतारपुर साहिब को दोबारा खोलने के निर्णय का मैं गर्मजोशी से स्वागत करता हूं। इस कदम ने लाखों श्रद्धालुओं की इच्छा पूरी की है जिन्हें कोविड महामारी के कारण ‘दर्शन दीदारे’ से वंचित रहना पड़ा था।”
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने करतारपुर कारिडोर खोलने के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की घोषणा का हार्दिक स्वागत किया था। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी इसका स्वागत किया था। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने भी करतारपुर कॉरिडोर को खोलने का स्वागत किया है।
गौरतलब है कि करतारपुर कारिडोर को खोलने की मांग को लेकर पिछले दिनों भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास मुद्दा उठाया था। अश्वनी शर्मा ने भी प्रधानमंत्री का आभार जताया और कहा इस फैसले से लाखों लोगों की इच्छा पूरी हुई है।
वहीं, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि 19 नवंबर को जाने वाले जत्थे का सारा खर्च एसजीपीसी उठाएगी। 17 नवंबर से श्री करतारपुर साहिब में अखंड पाठ साहिब शुरू करवाया जाएगा और 19 नवंबर को इसके भोग डाले जाएंगे।