पटना की सड़कों की निगरानी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से होगी। पटना स्मार्ट सिटी के तहत इंटीग्रेटेट कमांड कंट्रोल सेंटर परियोजना के अतर्गत शहर में उच्च क्षमता के कैमरे, इंटरनेंट आधारित वॉयस कॉल बॉक्स, पब्लिक एड्रेस बॉक्स आदि की व्यवस्था होगी। 2750 सीसीटीवी कैमरे से राजधानी में यातायात की निगरानी होगी।
निगम पार्षद की 24वीं साधारण बोर्ड की बैठक में इस पर सहमति बन गई है। अब सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम तेजी से किया जाएगा। इसके साथ ही बैठक में शहर के विकास में कई बड़े बदलाव को लेकर काम करने की योजना बनी है।
नगर निगम एवं निकटवर्ती क्षेत्रों की निगरानी, सुरक्षा, यातायात व्यवस्था एवं आपदा प्रबंधन को दृढ़ करने के लिए पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 15 महीने के भीतर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर परियोजना पूर्ण किया जाएगा। इसके लिए नगर आयुक्त सह पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हिमांशु शर्मा एवं चयनित एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो लि.के अधिकारियों में करार पर हस्ताक्षर हुआ।
वाहनों का कटेगा ई-चालान
इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम भी होगा। इसके तहत नंबर प्लेट पहचान, लाल बत्ती उल्लंघन, स्पीड लिमिट उल्लंघन, बिना हेलमेट सवारी, ट्रिपल सवारी समेत यातायात व्यवस्था की डिजिटल मॉनिटरिंग होगी। इसके तहत तुरंत ई-चालान अन्य कार्रवाई होगी।
गांधी मैदान के पास होगा डाटा सेंटर
गांधी मैदान स्थित एसएसपी कार्यालय परिसर में नवनिर्मित भवन को डाटा सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इस सेंटर के माध्यम से निगरानी होगी। सोमवार को एकरारनामे के दौरान पटना स्मार्ट सिटी लि. के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी मो. शमशाद, मुख्य महाप्रबंधक सुधीर कुमार साहू, मुख्य वित्त प्रबंधक परविंद सिंह, आईटी मैनेजर राजीव कुमार एवं एलएंडटी के वरीय अधिकारीगण मौजूद रहे।
कैमरे व्यक्ति विशेष की पहचान करने में दक्ष
परियोजना के तहत निगरानी एवं सुरक्षा के लिए 2750 स्थानों पर अत्याधुनिक तकनीक से लैस सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों से प्राप्त फीड को वीडियो एनालिटिक्स के माध्यम से डी-कोड किया जाएगा। ये कैमरे हाव-भाव के आधार पर भी व्यक्ति विशेष की पहचान करने में दक्ष है। इससे गुमशुदा लोगों एवं वांटेड अपराधियों की पहचान आसान होगी। परियोजना के अंतर्गत पटना शहर के सभी थानों, रेलवे स्टेशनों को जोड़ा जाएगा। आवश्यकतानुसार कैमरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क आधारित होगी पूरी प्रणाली
सीसीटीवी कैमरों, ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के यंत्रों, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, इमरजेंसी कॉल बॉक्स आदि के लिए शहर में करीब 220 किलोमीटर तक ऑप्टिकल फाइबर केवल नेटवर्क का रिंग तैयार किया जाएगा। यह संचार के विभिन्न माध्यमों के लिए बैकबोन का कार्य करेगा।
निगम पार्षद की 24वीं साधारण बोर्ड की बैठक में पटना नगर निगम ने बांस घाट में एक और विद्युत शवदाह गृह बनाने का फैसला लिया है। इससे शहर में अंतिम संस्कार को लेकर हो रही समस्या का समाधान हो जाएगा। शवदाह गृह के निर्माण को लेकर पार्षदों की सहमति एवं स्वीकृति के बाद अब काम आसान हो गया है।
3 नए वार्डों को बड़ी राहत
पटना नगर निगम क्षेत्र के 3 नए वार्ड, वार्ड संख्या 22 ए, 22 बी, 22 सी में संपत्ति शुल्क एवं विलंब शुल्क पर 5000 रुपए माफ करने का फैसला लिया गया है। इसे पटना नगर निगम ने स्वीकृति दे दी है। राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही रामचक बैरिया में डम्पिंग यार्ड के पास PCC रोड बनाने की भी स्वीकृति बोर्ड ने दी है। सड़क नहीं होने के कारण आने जाने में परेशानी होती है, अब इस समस्या का समाधान हो जाएगा। रामाचक बैरिया में बायो माइनिंग के लिए निविदा के माध्यम से एजेंसी के साथ 395 रुपए प्रति घन मीटर कचरे का निपटारा करने को लेकर भी बैठक में निर्णय लिया गया है।
पटना में रोड कटिंग नियम में संशोधन
पटना रोड कटिंग विनिमय 2019 में संशोधन किया गया है, जिसके अंतर्गत सरकारी विभागों की भूमिगत पाइप लाइन, फाइबर केबल अन्य निर्माण के लिए कई संशोधन का प्रस्ताव पार्षदों ने पास किया गया है। इसमें केबल ऑप्टिकल फाइबर केबल, गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए प्रस्तावित रोड कटिंग, फ्लैग को यथावत स्थिति में लाने के लिए किया जाएगा। गैस पाइपलाइन केबल, ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के लिए भूमि का उपयोग करने के लिए शुल्क 10000 रुपए प्रति किलोमीटर प्रति वर्ष निर्धारित किया गया है।
यह राशि प्रतिवर्ष देय होगी तथा अगले वित्तीय वर्ष के लिए अग्रिम के रूप में वर्तमान वित्तीय वर्ष के 30 मार्च तक के बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से जमा होगा। आवेदक से 25 रूपए प्रति मीटर की दर से राशि के समतुल्य राशि बैंक गारंटी के रूप में पहले से जमा करवाई जाएगी।