राज्य में शराब पीने से लोगों की मौत पर नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ट्वीट कर लगातार सरकार पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने हाल में चार जिलों में हुई मौतों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दोषी ठहराया है, क्योंकि गृह मंत्रालय भी सीएम के पास है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर शराब बंटवाने जैसा गंभीर आरोप भी लगाया है। साथ ही बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह विफल बताया है। मालूम हो कि बिहार उप चुनाव में दोनों सीट (कुशेश्वरस्थान और तारापुर) हारने के बाद तेजस्वी यादव बुधवार की रात पिता लालू प्रसाद यादव और माता राबड़ी देवी के साथ दिल्ली चले गए।
राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के विधायक व नेता प्रतिपक्ष ने गुरुवार को एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर में पांच दिन पहले जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई। बुधवार और गुरुवार मिलाकर गोपालगंज में 20 लोग मरे। बेतिया में भी गुरुवार को 13 लोग शराब पीने से मर गए। तेजस्वी ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने पोस्टमार्टम कराए बिना अधिकांश शवों काे जला दिया और मुख्यमंत्री सह गृह मंत्री नीतीश कुमार खोखली शराबबंदी का ढोल पीट रहे हैं।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मौतों का आंकड़ा देने से पहले शराब को लेकर एक और ट्वीट किया। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उप चुनाव के दौरान सीएम के शह पर जदयू (जनता दल यूनाइटेड) के नेताओं व पुलिस प्रशासन ने मतदाताओं के बीच शराब बंटवाई है। तेजस्वी ने कहा कि लोग शराब पी रहे हैं। शराब बिक रही है। शराब पकड़ी भी जा रही है। फिर ये कैसे शराबबंदी है? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज के समय में 20 हजार करोड़ की शराब बिहार पहुंच रही है। समानांतर ब्लैक इकोनॉमी का संचालन किया जा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री जवाब दें।