मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को गंगा घाटों के निरीक्षण के दौरान कहा कि खतरनाक घाटों पर छठ व्रतियों के अर्घ्य देने की पूरी मनाही रहेगी। उन्होंने कहा कि छठ के पहले अर्घ्य के दिन हम हमेशा आते ही हैं और उसके पहले भी आकर घाटों की तैयारी का जायजा लेते रहे हैं। लोगों को असुविधा न हो इसके लिए घाटों पर सुविधा एवं सुरक्षा का ध्यान रखते हुए व्यवस्था की जा रही है‚ इसके लिए गाइडलाइन भी जारी की गयी है। ॥ घाटों की तैयारी को अंतिम रूप देने में अभी एक–दो दिन का और समय लगेगा। पूर्ण तैयारी के बाद सुरक्षित घाटों पर ही छठ व्रतियों को पूजा करने की अनुमति दी जायेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चार दिवसीय सूयाæपासना के महापर्व छठ पूजा के मद्ेनजर गंगा तटों पर निर्मित/ निर्माणाधीन छठ घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टीमर के जरिये दानापुर के नासरीगंज गंगा घाट से पटना सिटी के झाउगंज घाट तक गंगा तटों पर तैयार किये जा रहे छठ घाटों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने घाटों की साफ–सफाई‚ स्वच्छता‚पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था‚ गंगा नदी के किनारे बैरकेडिंग‚ एप्रोच रोड‚ वॉच टावर एवं छठ व्रतियों की सुविधा और सुरक्षा के संबंध में अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। छठ घाटों का मुआयना करने के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई दिशा–निदæश दिये ताकि छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निदæश देते हुए कहा कि छठ घाटों तक पहुंच पथ ठीक ढंग से दुरुस्त होनी चाहिए ताकि सुगमतापूर्वक छठ व्रती तटों पहुंच सकें। कलेक्ट्रेट घाट पर छठ व्रतियों की भीडÃ काफी उमडÃती है जिसको ध्यान में रखते हुए लोगों की सुरक्षा एवं सुविधा का पुख्ता प्रबंध करे। छठ घाटों पर पर्याप्त संख्या में वॉच टावर की व्यवस्था करें जिससे घाटों की सतत निगरानी हो सके। गंगा के जलस्तर को देखते हुए घाटों की घेराबंदी सुनिश्चित करें॥। छठ घाटों के निरीक्षण के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग २७ अक्टूबर को पहली बार छठ घाटों को देखने आए थे। इस बार पूरे तौर पर छठ मनाया जा रहा है। लोगों को सुविधा मिलनी चाहिए और छठ घाटों का बेहतर तरीके से निर्माण होना चाहिए। इसी को ध्यान में रखकर उस समय हम लोग आए। उस समय पानी का फ्लो ज्यादा था‚ अभी पानी का बहाव घटा है। पिछली बार हम लोगों ने जो कहा था उन सभी जगहों पर इन लोगों ने तैयारी कर ली है। अधिकारियों ने साइट पर जाकर देखने के बाद ने घाटों की तैयारी का निर्णय लिया है। छठ घाटों का निर्माण काफी बेहतर तरीके से किया जा रहा है‚ जिससे छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार हमने अधिकारियों को कई निदæश दिए थे‚ इस दिशा में काम हुआ है। घाटों तक लोगों की पहुंच सुगम हो सके‚ इसके लिए तेजी से काम किये जा रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से गंगा तटों पर बैरकेडिंग का काम किया जा रहा है। पानी घट रहा है लेकिन अभी पानी और घटने की जरूरत है। लोगों की सुरक्षा के मद्ेनजर घाटों की घेराबंदी की जाती है। अब ६ नवम्बर को फिर हम लोग छठ घाटों को देखने आएंगे। जिन घाटों पर संभव होगा और पूर्ण तैयारी रहेगी‚ उन्हीं घाटों पर छठ व्रतियों को पूजा करने की अनुमति दी जाएगी।
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